_ऐतिहासिक शिक्षा मंदिर का होगा निर्माण:-कानाराम-शंकर-धर्मचंद कुलरिया  
 
 

श्री पदमाराम जी कुलरिया के सपने को पूरा करने के लिए पुत्र कानाराम-शंकर-धर्मचंद कुलरिया ने बीड़ा उठाया

नोखा।। नोखा में शैक्षित स्तर को सुधारने व पिता ब्रह्मलीन संत श्री पदमाराम जी कुलरिया के सपने को पूरा करने के लिए पुत्र कानाराम-शंकर-धर्मचंद कुलरिया ने बीड़ा उठाया और दावा गांव में बालिकाओं के लिए अंग्रेजी माध्यम के नये स्कूल भवन बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। करोड़ों रुपए की लागत से बनने वाले इस भवन में गांव की बालिका विद्यार्थियों को कई सुविधाऐं मिलेगी।
सरकार से मिली स्वीकृति:-  ब्रह्मलीन गौसेवी संत श्री पदमाराम कुलरिया (सुथार) राजकीय बालिका अंग्रेजी माध्यम विद्यालय दावा का शीघ्र निर्माण करने के लिए ब्रह्मलीन गौसेवी संत श्री पदमाराम कुलरिया के पुत्र कानाराम-शंकर-धर्मचंद कुलरिया ने स्कूल के माध्यम से राजस्थान सरकार को पत्र भेजकर बालिका प्राथमिक विद्यालय को क्रमोनत करने एवं स्कूल के नामकरण करने तथा स्कूल के भवन को और बड़ा व अत्याधुनिक भव्य रूप देने की मांग की थी, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया। जिसके संबंध में शनिवार को शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कानाराम-शंकर-धर्मचंद से मिलकर राजस्थान सरकार द्वारा भेजा गया पत्र सौंपा व भवन निर्माण के लिए चर्चा की। इस अवसर पर सहायक निदेशक सीएसआर अनुभाग निदेशालय बीकानेर के दिलीप परिहार ने शिक्षा की अलख जगाने एवं गौसेवा व जनसेवा के क्षेत्र में समर्पित ब्रह्मलिन संत श्री पदमाराम जी कुलरिया एवं उनके पूरे कुलरिया परिवार द्वारा किए जा रहें सेवा कार्यो के लिए भूरी भूरी प्रशंसा की। इस अवसर पर ब्रह्मलीन गौसेवी  संतश्री पदमाराम कुलरिया के पुत्र कानाराम-शंकर-धर्मचंद कुलरिया ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हमें हमारे पिताजी से सेवा कार्य करने का मार्गदर्शन मिला और हम इसे निरंतर आगे बढा रहे है। इस अवसर पर नोखा नगरपालिका अध्यक्ष नारायण झंवर, पांचू की मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अनुसूईया, अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी सुमेरसिंह, अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी भूपेन्द्रसिंह, प्रधानाध्यापक द्वारकाप्रसाद सुथार, प्रधानाध्यापक मनोज यादव, पप्पू सैन आदि उपस्थित रहे। ज्ञात रहे ब्रह्मलीन संत श्री पदमाराम जी कुलरिया समाजसेवा, गौसेवा, पर्यावरण संरक्षण, चिकित्सा व बालिका शिक्षा में बढचढकर सहयोग देते थे।  
 
बेटियां सशक्त होगी तभी देश मजबूत होगा:- कानाराम-शंकर- धर्मचंद कुलरिया ने कहा कि लड़कों की तरह लड़कियों के भी सपने होते हैं। वे सीखना चाहती हैं, सपने पूरे करना चाहती हैं, अपनी क्षमता दिखाना चाहती हैं, काम करके परिवार की मददगार भी बनना चाहती हैं और इस तरह समाज निर्माण में भी योगदान करना चाहती हैं। उन्होंने आह्वान किया कि हम सभी बेटियों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाएं तो देश की तस्वीर में खुशहाली और संपन्नता का रंग घुल जाएगा। खुशी की बात यह है कि अब युग बदल रहा है। हम सभी को पूरे समर्पण से बेटियों को आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। शिक्षा ही एकमात्र ऐसा माध्यम है, जो बेटियों को सशक्त बना सकती है। उन्होंने कहा कि एक साक्षर लड़की सदैव अपने भाइयों-बहनों, पड़ोसियों को शिक्षित करने का प्रयास करेगी। इससे एक नई चेतना आएगी, जो कुशलता को बढ़ावा देगी और रोजगार के अनगिनत अवसर भी पैदा करेगी। इसलिए हमें आत्मनिर्भर भारत के सपने साकार करने के लिए बेटियों को उत्तम शिक्षा प्रदान करने की प्रक्रिया में और तेजी लानी होगी। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए पदम ग्रुप्स द्वारा दावा में ये बालिका विद्यालय सर्वसुविधा युक्त व अत्याधुनिक बनाया जा रहा है।