बीकानेर /दिव्यांग सेवा संस्थान में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म दिवस मनाया गया इस अवसर पर मूक बधिर व मानसिक मंद बचो ने उसकी बाते ग्रहण करके अमल करेंगे
संस्था प्रधान जेठाराम ने साइन लैंग्वेज कहाँ की एपीजे अब्दुल कलाम जीवनी बताती हुई वो कहते थे कि हमारा एक सपना होना चाहिए और हमें लगातार सीखते रहना चाहिए ऐसे कठिनाइयों से घबराना नहीं चाहिए साथ में यह भी कहा की वे कैसे महान बने क्योंकि उनका एक सपना था। तभी 2002 से 2007 तक राष्ट्रपति रहे सर्वोच्च दो नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित हुए
महेंद्र कुमार ने कहा कि भारत का मिसाइल और परमाणु शक्ति संपन्न बनाने वाले पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम महान वैज्ञानिक थे उसने 7 व्यक्ति जिनके मन में भारत विकसित राष्ट्र बनाने का सपना था
राजेश बारूपाल डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को पद्म भूषण को और विभूषण सूरत नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित हुए और वह बच्चों के साथ जीवन बिताएं अंतिम सांस तक बच्चों को पढ़ाते ऐसे महान पुरुषों को हम आज याद करते हैं
मूक-बधिर सुमन सनवाल ने भी sign language में अपने विचार रखे।
इस अवसर पर आशीष सेठिया गंगाशहर से पुजारी भंवरलाल मोनिका सिंगर संतोष परिहार देवाराम कुमावत रवि प्रकाश आदि उपस्थित रहे