टाइम फ्रेम जारी; सवाल-प्रैक्टिकल परीक्षा ले रहे टीचर कैसे करेंगे वैरिफिकेशन

बीकानेर।28 फरवरी तक 12वीं बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाएं, 3 मार्च तक करना होगा वेरिफिकेशन का काम पूरा

बीकानेर। आरटीई के तहत निशुल्क प्रवेशित स्टूडेंट्स की फीस के भुगतान के लिए राज्य के 35 हजार प्राइवेट स्कूलों का भौतिक सत्यापन बोर्ड परीक्षा से पहले सरकारी स्कूलोंके टीचर्स को करना होगा। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने भौतिक सत्यापन का टाइम फ्रेम जारी कर दिया है।

जिला शिक्षा अधिकारियों को शिक्षा सत्र 2020-21 और 2021-22 के भौतिक सत्यापन के लिए तीन सदस्यों का वेरिफिकेशन दल 22 फरवरी तक गठित करना होगा। इन दलों को 3 मार्च तक संबंधित स्कूल का वेरिफिकेशन करना होगा। वेरिफिकेशन के लिए ऑनलाइन टीचर्स का सिलेक्शन किया जा चुका है। सत्यापन दलों के लिए विज्ञान और भूगोल के टीचर की भी ड्यूटी लगाई गई है।

इन शिक्षकों के सामने अब दुविधा खड़ी हो गई है। प्राइवेट स्कूल का भौतिक सत्यापन करें या 12वीं बोर्ड के स्टूडेंट्स की प्रैक्टिकल परीक्षा संपन्न कराएं। दरअसल, 12वीं बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 28 फरवरी तक चलेंगी। उधर, प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने 3 मार्च तक सत्यापन पूरा करने के निर्देश दिए हैं। प्रत्येक सत्यापन दल को अधिकतम तीन स्कूल आवंटित किए गए।

जिन्हें संबंधित स्कूल का वेरिफिकेशन कर 5 दिन में रिपोर्ट आरटीई पोर्टल पर अपलोड करनी होगी। दोनों सत्रों के वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद संबंधित स्कूल को शिक्षा सत्र 2021- 22 में निशुल्क प्रवेशित स्टूडेंट्स की फीस की प्रथम किस्त का भुगतान किया जाएगा।

वेरीफिकेशन के बाद होगा निशुल्क प्रवेशित स्टूडेंट्स की फीस का भुगतान, प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने जारी किया टाइम फ्रेम

कोरोना के कारण पिछले सत्र में नहीं हुआ वेरिफिकेशन
कोविड-19 के चलते पिछले शिक्षा सत्र में प्राइवेट स्कूलों का भौतिक सत्यापन नहीं किया गया था। जिन प्राइवेट स्कूलों ने ऑनलाइन स्टूडेंट्स को पढ़ाया था केवल उन्हें ही आरटीई फीस का भुगतान किया गया। जिन स्कूलों ने ऑफलाइन अध्ययन करवाया उन्हें फीस नहीं मिली है। अब शिक्षा विभाग वर्तमान शिक्षा सत्र के साथ-साथ पिछले शिक्षा सत्र का भौतिक सत्यापन करवा कर स्टूडेंट्स की पात्रता की जांच करेगा।

पिछले शिक्षा सत्र में प्रदेश के 10565 प्राइवेट स्कूलों को आटीई फीस का भुगतान नहीं हुआ है। इन स्कूलों को भुगतान की प्रक्रिया में शामिल करने के लिए शिक्षा अधिकारियों को ज्ञापन दिया गया है। – कोडाराम भादू, प्रदेशाध्यक्ष, स्कूल एजुकेशन वेलफेयर एसोसिएशन

प्रैक्टिकल परीक्षा और प्राइवेट स्कूलों का भौतिक सत्यापन दोनों काम एक साथ संभव नहीं है। शिक्षा विभाग को चाहिए कि प्रैक्टिकल परीक्षा लेने वाले शिक्षकों को भौतिक सत्यापन से मुक्त रखा जाए। – विपिन जैन, प्रदेश महामंत्री, शिक्षक संघ एकीकृत

ऐसा कोई प्रकरण हमारे सामने नहीं आया है। यदि किसी शिक्षक की प्रैक्टिकल परीक्षा में ड्यूटी है और भौतिक सत्यापन में समस्या आ रही है तो उसकी ड्यूटी निरस्त करा दी जाएगी। – भंवरलाल शर्मा, एडीईओ, प्रारंभिक
8वीं बोर्ड, पिछले 2 साल से नहीं हुई परीक्षा, इस बार तैयारियां पूरी, जल्द जारी होगा टाइम टेबल

10वीं के साथ ही होगी 8वीं के 12.64 लाख स्टूडेंट्स की परीक्षा, पांचवीं के बाद सीधे आठवीं की परीक्षा देंगे
8वीं बोर्ड परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही शिक्षा विभाग ने परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी है। आठवीं बोर्ड के 12.64 लाख स्टूडेंट्स की परीक्षा 24 मार्च से प्रस्तावित 10वीं बोर्ड परीक्षा के साथ ही होगी। पंजीयक शिक्षा विभागीय परीक्षाएं राजस्थान बीकानेर की ओर से जल्द ही टाइम टेबल घोषित किया जाएगा। यह पहली बार होगा जब छठी कक्षा का स्टूडेंट सीधे आठवीं बोर्ड की परीक्षा देगा।

कोविड-19 के चलते पिछले दो साल से परीक्षा नहीं हुई है। छठी और सातवीं कक्षा के स्टूडेंट्स को बिना परीक्षा ही प्रमोट किया गया। अब स्थितियां सामान्य हो चुकी है पहली से 12वीं कक्षा के स्कूल खुल चुके हैं। स्कूलों में भी लगभग कोर्स पूरा हो चुका है। शिक्षा विभाग पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि इस बार बिना परीक्षा किसी को भी पास नहीं किया जाएगा। लिहाजा टीचर भी स्टूडेंट्स पर पूरा फोकस कर रहे हैं।

आठवीं बोर्ड परीक्षा में इस बार राज्यभर से 12.64 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। पिछली बार से यह संख्या 25 हजार अधिक है। पिछले शिक्षा सत्र में आठवीं बोर्ड के लिए 12.39 लाख अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया था हालांकि कोविड-19 के कारण परीक्षा नहीं हो पाई थी।