_ एसटीडी पीसीओ की तर्ज पर लगेंगे, वाई-फाई डेटा एक्सेस पॉइंट

जयपुर।राजस्थान में शीघ्र ही हर घर में इंटरनेट सुविधा उपलब्ध होने की उम्मीद है। दूरसंचार विभाग एसटीडी-पीसीओ की तर्ज पर पूरे प्रदेश में 100 से 200 मीटर की रेंज पर निजी वेंडरों के सहयोग से वाई-फाई डेटा एक्सेस पॉइंट का जाल बिछाएगा। प्राइम मिनिस्टर वाई-फाई एक्सेस नेटवर्क इंटरफेस (पीएम वाणी) योजना के तहत पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसका प्रयोग जयपुर और प्रतापगढ़ में किया जा रहा है। सफल रहने पर इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।

_50 % गांवों में नहीं

टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी की वेबसाइट के अनुसार प्रदेश के शहरों में शत-प्रतिशत क्षेत्र में इंटरनेट है। गांवों के केवल 40 से 50त्न क्षेत्र में ही है। 50त्न क्षेत्र अभी भी अछूता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर घर में इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराने के लिए दिसम्बर 2020 में इस योजना का शुभारम्भ किया था। वाई-फाई डिवाइस की निगरानी पब्लिक डाटा ऑफिस अर्थात जिसके घर या दुकान पर लगेगा, उसकी होगी। बिलिंग, मीटरिंग रिचार्जिंग, सुरक्षा की दृष्टि से इंटरनेट सर्फिंग डाटा का रिकॉर्ड एवं पीडीओ के साथ कमीशन देने की जिम्मेदारी टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर एवं इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर की तर्ज पर पब्लिक डाटा एग्रीगेटर (पीडीए) की होगी।

_गूगल प्ले स्टोर पर मिलेगी सूची

फिलहाल ऐसी सेवा रेलवे स्टेशन एवं एयरपोर्ट पर 100 मीटर की रेंज में, लगभग 30 मिनट के लिए फ्री दी जा रही है। गूगल प्ले स्टोर पर पीएम वाणी सेवा प्रदाताओं की सूची उपलब्ध रहेगी। पीएम वाणी लिखकर ऐसी सेवा प्रदाता को सर्च करना होगा। पीएम वाणी वेंडर को चुनकर, मोबाइल ओटीपी से यूजर का रजिस्ट्रेशन होने पर उपभोक्ता की केवाईसी वेरीफाई कर इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराई जा सकेगी। मोबाइल प्लान की तरह पीएम वाणी डाटा प्लान अपने हिसाब से ऑनलाइन रिचार्ज खरीदा जा सकेगा।

_क्या है वाई-फाई डेटा एक्सेस पॉइंट

दूरसंचार विभाग जयपुर के डायरेक्टर टेक्नोलॉजी फतेह सिंह ने बताया कि वाई-फाई डेटा एक्सेस पॉइंट (डीएपी) एसटीडी-पीसीओ की तर्ज पर काम करेगा। कोई भी निजी वेंडर पीएम वाणी सेवा देने के लिए विभाग में नि:शुल्क पंजीकरण करा सकेगा। पीएम वाणी वेंडर को पब्लिक डाटा एग्रीगेटर (पीडीए) कहा जाएगा। वह घर, दुकान या किसी बिल्डिंग की छत पर 1 गुणा 1 फीट क्षेत्र में वाई-फाई एक्सेस डिवाइस लगाएगा, जिसको पब्लिक डाटा ऑफिस (पीडीओ) कहा जाएगा। वहां तक बैंडविथ पीएम वाणी प्रदाता पहुंचाएगा या वर्तमान में संचालित कोई भी इंटरनेट उपभोक्ता अपनी सेवा को पीएम वाणी में सम्मिलित कर सकेगा। इस उपकरण को लगाने पर करीब 10 से 15 हजार रुपए का खर्च आएगा।