– पुलिस- पब्लिक फ्रेंड्स की दावा हुई फेल

ओम एक्सप्रेस ब्यूरों रिपोर्ट सुपौल(बिहार)-

जहाँ एक तरफ डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय पुलिसिया व्यवस्था सुधारने के लिए पुलिस को पब्लिक से दोस्ती जैसे तरह-तरह के फॉर्मूला अपना रहें हैं, लेकिन शायद उनके आदेश पर बिहार पुलिस बट्टा लगा रहें हैं। परिणाम यह हैं की अपराध से लेकर शराब में ज्यादातर वृद्धि हुई हैं। जी हाँ बात कर रहें हैं त्रिवेणीगंज थाने का. जहाँ इनदिनों पुलिस की करवाई सुर्खियां बटोर रहीं हैं।

यहां पुलिस की करवाई अजीबोगरीब हैं, कभी शराब की सूचना देने पर सूचक को जेल भेज देता हैं तो कभी सीमा सुरक्षा बल को लूट की शिकायत पर उल्टे बीएसएफ जवान पर मनगढ़ंत आरोप लगा कर जेल भेजने के अनोखे कारनामें इनके नाम है। हालांकि वरीय अधिकारी भी त्रिवेणीगंज थाने की अनोखे कारनामें से नजरअंदाज बने हुए हैं। दरअसल थाना क्षेत्र अंतर्गत औरलाहा पंचायत के कर्णपट्टी वार्ड 14 में शनिवार को माननीय उच्च न्यायालय के निर्देश के आलोक में अतिक्रमित पोखर की जमीन को जेसीबी के माध्यम से परिक्षमान एसडीओ प्रमोद कुमार के नेतृत्व में हटाया जा रहा था। मजे की बात तो यह हैं कि अतिक्रमण पर चल रहें प्रशासनिक बुलडोजर के दौरान खबर संकलन कर रहे पत्रकारों से थाने के एक महिला पुलिस के द्वारा अभद्र दिप्पणी करते अपने – अपने पुलिसिया रोब के साथ लाठी दिखाने लगे एवं कैमरे बंद करने का धमकी देने लगी। इससे साफ दर्शाता हैं कि बिहार पुलिस के जवान वरीय अधिकारी के आदेश को कितना ज्यादा तव्वजो देता हैं। खैर अपने कारनामें से चर्चित पुलिस पर कोई करवाई करने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहीं हैं।