जयपुर जयपुर के सामाजिक कार्यकर्ता रवि शंकर धाभाई ने देशभर में जनहित में मोक्षधामों का निर्माण जीणोद्धार एवं विकास हेतु आज एक मांग पत्र मेल एवं ट्विटर द्वारा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, डॉक्टर मनसुख मंडाविया केंद्रीय मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, श्रीमती डॉ भारती प्रवीण पवार राज्य मंत्री, गिर्राज सिंह केंद्रीय मंत्री पंचायती राज मंत्रालय, कपिल मोरेश्वर पाटील केंद्रीय राज्यमंत्री पंचायती राज मंत्रालय, हरदीप सिंह पुरी केंद्रीय मंत्री आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय, कौशल किशोर केंद्र राज्यमंत्री आवश्यक और शहरी कार्य मंत्रालय, डॉ वीरेंद्र कुमार केंद्रीय मंत्री सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार से मांग पत्र में उल्लेख किया है कि आए दिन व्हाट्सएप, सोशल मीडिया, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से महामारी के दौरान मन को विचलित करने वाले दृश्य एवं तस्वीरें देखने को मिली जिसमें आमजन को अपने प्रिय जनों के अंत्येष्टि के लिए एवं मोक्षधाम की कमी के चलते नदियों के किनारे एवं भारी बरसात के दौरान अंतिम संस्कार करना पड़ा । भारी बरसात के कारण पूर्ण रूप से हिंदू धर्म में रीति रिवाजों के अनुसार शरीर का दाह संस्कार एवं आत्मा परमात्मा में विलीन होने में कई प्रकार की कठनाईयों का सामना आम नागरिक को करना पड़ा। शमशान का नाम आते ही जहन में एक अनोखा खौफ हो जाता है।
समाजसेवी रवि शंकर धाभाई ने अपने मांग पत्र में देश भर में सभी प्रकार के विकास कार्य हो रहे हैं जो कि सहरानीय है लेकिन बड़े शर्म एवम पीड़ादायक बात है कि राज्य सरकारों एवं केंद्र सरकार का ध्यान उनके द्वारा हिंदू धर्म की आस्था से जुड़ी हुई इस विकट समस्या एवम अहम मुद्दे की तरफ आकर्षित कर इस समस्या के समाधान हेतु संबंधित विभाग के उच्च अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से सभी राज्यों में मोक्षधाम के निर्माण, सौंदर्य करण, साफ सफाई एवम स्वच्छता, नहाने के लिए स्नानघर, टिन शेड, बैठक हॉल, छाया में बैठने के लिए बैंच,वाटर कूलर, वाटर ट्यूबवेल, हाई मास्क लाइट, उपयुक्त बिजली विधुत प्रकाश की व्यवस्था, लकड़ियों को रखने की उपयुक्त व्यवस्था हो जिससे बरसात में भीगे और गीली नहीं हो, स्टोर रूम, निशुल्क मोक्ष वाहन सुविधा, चौकीदार/ केयरटेकर, उचित संख्या में कर्मचारियों की नियुक्ति की जानी चाहिए, पर्यावरण पौधे पार्क/ गार्डन एवं मंदिर, मोक्ष अस्तिया कलश रखने की उचित व्यवस्था, इत्यादि विकास कार्य हेतु दिशा निर्देश देकर इस समस्या का निवारण करवाएं जिससे सभी दिव्य आत्माओं को शांति और भगवान के श्री चरणों में स्थान प्रदान मिले। कई मोक्षधाम की हालत बहुत सोचनीय एवं दयनीय है और काफी अरसे से विरान एवं जर्जर हालात है । कई मोक्षधाम में सूअर इत्यादि जानवर विचरण करते हैं । महामारी के दौरान नागरिकों को मोक्षधाम में दाह संस्कार के लिए दिक्कतें और कतार में जलती चिताए, कोहराम, गमजदा, देख लोगों के रोंगटे खड़े हो गए थे । सभी मोक्षधाम सरकार के संरक्षण में हो और इनका सुचारू रूप से संचालन एवम देखरेख किया जाना चाहिए। कई मोक्षधाम में चल रही अनियमितताएं एवम मनमानी शुल्क पर लगाम एवम पाबंदी लगनी चाहिए।
सामाजिक कार्यकर्ता रवि शंकर धाभाई ने उदहारण के तौर पर आवश्यक सुविधाओं से रहित सेक्टर 4 नया खेड़ा विद्याधर नगर में स्थित मोक्षधाम जोकि रोड लेवल के करीबन 35 फुट से ज्यादा नीचे स्थित है और काफी लंबे अरसे से आवश्यक सुविधाओं से वंचित है का जिक्र अपने पत्र में किया है।
मोक्षधाम को दर्शनीय धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए । राज्य सरकारों के साथ-साथ क्षेत्रीय सांसद एवं विधायकों को अपने कोष से कुछ मदद राशि मोक्ष धाम के जीर्णोद्धार के लिए शहरों के साथ साथ सभी गॉवों के लिए आवंटित की जानी चाहिए। सभी आवासीय कॉलोनियों में शमशान के लिए भूमि का आरक्षण सुनिश्चित किया जाए। साथ ही साथ जन सहयोग दानदाताओं एवं भावनाओं को भी इस पुनीत कार्य के लिए प्रोत्साहित करने एवम एक संयुक्त अभियान चलाकर की तुरंत आवश्यकता है जिससे इन मोक्षधाम का जीणोद्धार एवं विकसित किया जा सके और एक मिसाल कायम की जा सके।
प्राय: मोक्षधाम का संचालन राज्य सरकारों के विभाग, विकास समितियों एवं हिंदू धर्म के समाज के प्रत्येक वर्ग के लोगों द्वारा किया जा रहा है । विकास समितियों एवं युवाओं के योगदान एवम श्रमदान दिया जा रहा है जो कि क़ाबिले तारीफ़ है दूसरी तरफ संबंधित विभागों के जिम्मेदार उच्च अधिकारियों एवम प्रशासन द्वारा इस विषय में सुध नही ले रहा है ।
समाज सेवी रवि शंकर धाभाई ने आगे बताया कि विश्व भर में महामारी के दौरान इतना सब कुछ होने के बाद भी हम सबक नहीं ले पाए हैं अतः सभी को मिलकर संगठित होकर भारत देश का नव निर्माण करें और देश को पुनः सभी आवश्यक सुविधाओं सहित सोने की चिड़िया बनाने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि यह सभी नागरिकों का कर्तव्य दायित्व है और इसे हमें सही तरीके से निभाना पड़ेगा ।