-मथुरा कूच करने का ऐलान,खुफिया तंत्र हुआ सक्रिय,हिंदुत्ववादियों पर नजर
छह दिसंबर को कुछ हिंदुत्ववाद नेताओं की ओर से मथुरा पहुंचने के ऐलान को देखत हुए खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया है। वह हिंदुत्ववादी नेताओं पर नजर रखे हुए है। उन्हें आशंका लग रही है कि छह दिसंबर को मथुरा पहुंच सकते हैं।चुनाव आते ही मुद्दे गरमाने लगे हैं। कुछ हिंदुत्ववादी संगठनों ने छह दिसंबर को मथुरा पहुंचने के एलान से पूरे देश में एक बार फिर से हलचले तेज हो गई हैं। हर किसी को छह दिसंबर 1992 की तारीख याद आने लगी है।हालांकि, यह एलान इतने बड़े संगठनों की ओर से नहीं है, जिससे इतनी बड़ी संख्या में हिंदुत्ववादी मथुरा पहुंचे सकें, फिर भी इसको लेकर सतर्कता बढ़ गई है। दरअसल, अयोध्या में विवादित ढांचा छह दिसंबर को ढहा दिया गया था। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, शिवसेना समेत तमाम संगठन के कार्यकर्ता कारसेवक के रुप में अयोध्या पहुंच रहे थे। छह दिसंबर को अयोध्या में कारसेवकों का सैलाब उमड़ पड़ा था। पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए थे, उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि इतने बड़े सैलाब को कैसे रोका जा सके? चारों ओर पहरा धरा का धरा रह गया और कारसेवकों के सैलाब ने विवादित ढांचा ढहा दिया गया। इससे पूरे देश में दंगा भड़क गया। खूब हंगामा हुआ। इसलिए छह दिसंबर को अचानक मथुरा कूच करने के एलान को देखते हुए खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया है। उन्हें अंदेशा है कि कहीं कारसेवक बनकर हिंदुत्ववादी पहुंचने न लगे। ऐसे में उन्हें रोकना मुश्किल हो गया। पूरे देश में सतर्कता बढ़ा दी गई है। जिलों में हिंदुत्वादी संगठनों से खुफिया तंत्र बातचीत कर रहा है। उनसे टोह ले रहा है कि कहीं कोई तैयारी तो नहीं चल रही है? गुपचुप तरीके से कहीं कोई रणनीति तो नहीं बन रही है? जिससे उन्हें मथुरा जाने से रोका जा सके। वह छह दिसंबर को कोई ऐसा कार्य न करें जिससे देश का माहौल खराब हो। क्योंकि विवादित ढांचा ढहाए जाने की तिथि को लेकर अभी भी विशेष वर्ग में नाराजगी है। हालांकि, जिले के हिंदुत्वादी संगठनों में अभी कोई खास हलचल नहीं है। हिंदू महासभा की तैयारी थी, मगर माहौल को देखकर उसे रद कर दिया। उनका कहना है कि माहौल शांत होने पर मथुरा जाएंगे। फिलहाल अभी काेई तैयारी नहीं है

– कोरोना एलर्ट: ओमिक्रॉन से दहशत के बीच भारत में बढ़ी चिंता, बीते 24 घंटों में रिकवर होने वालों से ज्यादा मिले नए कोरोना केस
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच भारत में कोरोना के नए केस बढ़ गए हैं। इतना ही नहीं चिंता इसलिए भी है क्योंकि नए केसों की तुलना में कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या कम है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते एक दिन में कोरोना के 9 हजार 765 नए केस आए हैं। वहीं, इस दौरान सिर्फ 8 हजार 548 कोरोना मरीज ठीक हुए हैं। देश में कोरोना के ऐक्टिव केस अभी भी एक लाख से कम हैं और फिलहाल यह संख्या 99 हजार 763 है। रिकवरी रेट 98.35 फीसदी है। हालांकि, इस दौरान 477 कोरोना मरीजों ने दम भी तोड़ा है। एक्टिव केस देश में अब तक आए कुल मामलों का सिर्फ 1 प्रतिशत ही है। देश में अब तक कोरोना से कुल 3 करोड़ 40 लाख 37 हजार 54 मरीज ठीक हो चुके हैं।

– ओमिक्रॉन का असर, 15 दिसंबर से नहीं शुरू होंगी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें
केंद्र सरकार ने दिसंबर महीने से अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाओं को शुरू करने के फैसले पर फिलहाल रोक लगा दी है। सरकार ने कहा है कि कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के प्रभाव को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के बारे में बाद में फैसला किया जाएगा।नागर विमानन महानिदेशालय ने कहा है कि कोरोना के नए वेरिएंट उभर रहे हैं। ऐसे में बदलते वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए सभी हितधारकों के साथ सतत संपर्क के साथ स्थिति पर पैनी नजर रखी जा रही है। साथ ही कमर्शियल अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करने की तारीख के बारे में निर्णय उचित समय पर लिया जाएगा।नागर विमानन महानिदेशालय की ओर से 26 नवंबर कोकमर्शियल अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 14 दिसंबर की मध्य रात्रि तक प्रतिबंध बढ़ाने की बात कही गई थी थी और 15 दिसंबर से वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने की जानकारी दी गई थी।गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अधिकारियों को सलाह दी कि वे कोरोना वायरसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को ध्‍यान में रखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को लेकर योजना की समीक्षा करें।

– अमेरिका तक पहुंचा ओमिक्रोन, दुनिया भर में बढ़ी बेचैनी, भारत में हाई रिस्क वाले देशों से आए छह यात्री निकले कोरोना संक्रमित*
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के बारे में जैसे-जैसे नई जानकारियां सामने आ रही हैं दुनिया भर में चिंता बढ़ती जा रही है। बढ़ती दहशत के बीच कई देशों द्वारा यात्रा प्रतिबंधों को और सख्त किया जा रहा है और उड़ानों पर रोक लगाई जा रही है। इन सख्त उपायों के बावजूद ओमिक्रोन के मामले नए-नए देशों में मिल रहे हैं। ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले वाले देशों में अब अमेरिका, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के नाम भी जुड़ गए हैं। इन तीनों देशों में एक-एक मामले मिले हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसके 23 देशों में पहुंचने की जानकारी दी है। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने पूरी दुनिया को दहशत में डाल दिया है। इसी वजह से भारत सरकार ने भी अपने स्तर पर सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। अब जानकारी मिली है कि देश में 11 अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट लैंड की हैं और उनमें से 6 यात्री कोविड पाजिटिव पाए गए हैं। कोरोना के नए वायरस ओमिक्रोन के ताजा अपडेट के लिए हमारे साथ जुड़े रहे।कोरोना के नए वायरस ओमिक्रोन की गंभीरत को लेकर कई राज्यों ने तो अपने स्तर पर सख्ती करना शुरू भी कर दिया है। उत्तराखंड में जारी गाइडलाइन के अनुसार, प्रदेश में किसी भी प्रकार के धरना-प्रदर्शन आगामी देश तक पूर्ण रुप से प्रतिबंधित रहेंगे। साथ ही 50 फीसद क्षमता के साथ स्कूल खुलेंगे। 6 दिन में से 3 दिन ही बच्चे स्कूल में पढ़ने जाएंगे। उधर, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी अधिकारियों को कोविड प्रोटोकाल को फिर से एक्टिव करने, सुविधाओं और कर्मियों को हाईअलर्ट पर रखने का निर्देश दे दिए हैं।

– अलीगढ़ में अब सिर्फ मार्च से जून तक चलेंगे ईंट भट्ठे, एनजीटी ने 50 की जांच का दिया आदेश
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने दिल्ली-एनसीआर की तर्ज पर अब अलीगढ़ में भी ईंट भट्टों के संचालन पर सख्त आदेश जारी कर दिए हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानकों को पूरा करने वाले ईंट भट्ठे मार्च से जून तक संचालित होंगे। गंगीरी व कौडियागंज के 50 ईंट भट्ठों जांच के आदेश एनजीटी ने जारी किया है।सीपीबी, जिला मजिस्ट्रेट अलीगढ़ व स्थानीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को गंगीरी के ईंट भट्टों की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं।एनजीटी ने शिकायतकर्ता झम्मनलाल गौतम द्वारा दाखिल की गई रिट पर सुनवाई करते हुए वायु प्रदूषण को लेकर कड़े आदेश जारी किए हैं। एनजीटी ने स्पष्ट किया है कि वायु प्रदूषण फैलाने वाले व पुरानी तकनीक से संचालित होने वाले ईंट भट्ठे नहीं चलेंगे। वैध ईंधन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एनओसी, जिगजैग तकनीक अपनाने वाले ईंट भट्ठे मार्च 2022 से जून 2022 तक संचालित होंगे। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पास आदेश आ चुका है। इसका अध्ययन चल रहा है। एनजीटी ने यह भी कहा है कि पीएनजी व सीएनजी से ईंट भट्ठों का संचालन किया जाए। संचालकों ने जनवरी से भट्ठे चलाने की रणनीति बनाई थी। अलीगढ़ में 220 भट्ठों को पहले ही बंदी का आदेश जारी हो चुका है।

– बाजार की सकारात्मक शुरुआत,सेंसेक्स 229 अंक चढ़ा, निफ्टी भी हरे निशान पर*
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स आज मामूली 39.77 अंक की बढ़त के साथ 57,724.56 के स्तर पर खुला, जबकि एनएसई के निफ्टी ने मामूली 7.85 अंक की उछाल के साथ 17,174.75 के स्तर पर कारोबार की शुरुआत की। फिलहाल, सेंसेक्स 229 अंक चढ़कर कारोबार कर रहा है, निफ्टी भी 17,200 के पार पहुंच चुका है।बीएसई का सेंसेक्स बीते कारोबारी दिन 619.92 अंक की बढ़त के साथ 57,684.79 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि एनएसई का निफ्टी 183.70 अंक की उछाल के साथ 17,166.90 के स्तर पर बंद हुआ था।

– संसद के शीतकालीन सत्र: आईटी पैनल ने की प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मंच के लिए मीडिया काउंसिल की स्थापना की सिफारिश
भारत में मीडिया में पेड न्यूज, फेक न्यूज, टीआरपी के साथ छेड़छाड़, मीडिया ट्रायल्स, पक्षपात रिपोर्टिंग जैसे मामलों की जांच के लिए एक वैधानिक शक्ति की बात काफी दिनों से हो रही है। आईटी संसदीय पैनल ने मीडिया काउंसिल की स्थापना की सिफारिश की है। इससे प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर फर्जी खबरों पर रोक लगाई सके।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर की अगुवाई वाली पैनल ने फर्जी खबरों को लेकर होने वाली परेशानी को लेकर चिंता व्यक्त की और समिति ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय (एमआईबी) से विधि आयोग की सिफारिशों को जल्द से जल्द लागू करने के लिए कानून और न्याय मंत्रालय को आगे बढ़ाने के लिए कहा।साथ ही कहा कि पेड न्यूज को अपराध की सूची में लाया जाए ताकि कोई इसका इस्तेमाल चुनाव में अपने फायदे के लिए न कर पाए और बुधवार को समिति ने संसद में मीडिया काउंसिल की स्थापना पर आम सहमति बनाने और हितधारकों के बीच परामर्श के लिए विशेषज्ञों को शामिल करते हुए एक मीडिया आयोग के गठन का भी सुझाव दिया।सुझाव में कहा गयाहै मीडिया आयोग को मीडिया से जुड़े सभी जटिल मुद्दों पर गौर करना चाहिए और अपनी स्थापना के छह महीने के भीतर समिति को अपनी रिपोर्ट सौंपनी चाहिए। समिति ने यह भी मांग की कि केबल नेटवर्क नियम, 2014 के नियम 6(1)(ई) में “राष्ट्र विरोधी रवैया” शब्द को ठीक से परिभाषित किया जाना चाहिए क्योंकि यह निजी चैनलों के अनावश्यक उत्पीड़न का कारण हो सकता है।खबरों के अनुसार, मीडिया सेक्टर के लिए बन रहे कानून में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को कवर किया जाएगा। कहा जा रहा है कि प्रस्तावित कानून, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, डिजिटल मीडिया, सिनेमा और नेटफ्लिक्स और हॉटस्टार जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर भी लागू किया जाएगा।

– दिल्ली पुलिस ने निकालीं बंपर भर्तियां, चयनित आवेदकों को मिलेगा 40 हजार रुपये तक का वेतन
केंद्र और राज्य सरकारों के अधीन विभिन्न विभागों में निकालीं गई भर्तियों के बारे में बताने जा रहे हैं। यदि आप सरकारी नौकरी करने के इच्छुक हैं तो उस लिहाज से यह खबर आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।दिल्ली पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड (डीपीएचसीएल) ने हाल ही में संगठन में कई रिक्तियों की घोषणा करते हुए एक अधिसूचना जारी की है, और इच्छुक उम्मीदवार 14 दिसंबर, 2021 तक अपने आवेदन पत्र जमा कर सकेंगे। दिल्ली पुलिस जूनियर इंजीनियर (जेई), लेखा अधिकारी (एओ) और कंप्यूटर ऑपरेटर के कई पदों पर उम्मीदवारों की भर्ती कर रही है। इन पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों की भर्ती तकनीकी कर्मचारियों और गैर-तकनीकी कर्मचारियों के लिए अनुबंध के आधार पर की जाएगी।

– अलीगढ़ विकास प्राधिकरण ने सात अवैध निर्माणों पर ठोकी सील
अलीगढ़ विकास प्राधिकरण ने अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। सिविल लाइन थाना क्षेत्र में सात अवैध निर्माणों को सील किया। एक स्थान पर विरोध भी हुआ, मगर पुलिस की सख्ती के चलते किसी की एक न चली। टीम दोपहर बाद सभी निर्माणों को सील कर लौटी।शहर में दिनों-दिन अवैध निर्माण बढ़ते जा रहे हैं। प्रमुख मार्ग व बाजारों में अवैध निर्माण हो रहे हैं। लंबे समय बाद प्राधिकरण ने इसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की है।एडीए की टीम ने सिविल लाइन थाना क्षेत्र में सीलिग की कार्रवाई की। टीम सबसे पहले अमीर निशां में नसीम अहमद की इमारत पर पहुंची। करीब 500 वर्ग क्षेत्र में यहां बिना नक्शा पास कराए निर्माण किया गया था। इसी निर्माण के निकट अवैध रूप से बनी शबाब अहमद की बहुमंजिला इमारत को सील किया। यहां से मुशर्रफ मंजिल लाल डिग्गी पहुंची टीम ने फैज मुराद शेरवानी की इमारत को सील किया। इसी के निकट निर्माणाधीन बिशमा मारूफ की इमारत को सील किया। यहां कुछ लोगों ने टीम का विरोध किया, लेकिन पुलिस के चलते कार्रवाई चलती रही। टीम सर सैयद नगर पहुंची और यहां सुहैल अली की निर्माणाधीन चार मंजिला इमारत को सील किया। इसी के निकट इजलाल अहमद की चार मंजिला निर्माणाधीन इमारत को भी सील किया। बरौला पुल के नीचे रिकू की दो मंजिला इमारत को सील किया गया।

– हड़ताल:जेएन मेडिकल में आज से ओटी और वार्ड में भी हड़ताल पर जूनियर डाक्टर
अमुवि के जेएन मेडिकल कालेज में जूनियर डाक्टर अब ओपीडी के साथ-साथ अब आपरेशन थिएटर(ओटी) और वार्ड में भी सेवाएं नहीं देंगे। केवल इमरजेंसी में ही मरीजों को देखेंगे। इससे मरीजों की मुसीबत और बढ़ने वाली है। ओपीडी में हड़ताल के चलते मरीज पहले से ही परेशान थे।कल देर शाम जूनियर डाक्टरों ने ट्रामा सेंटर से बाबे सैयद तक मार्च भी निकाला।नीट की काउंसलिंग न होने के विरोध में जेएन मेडिकल कालेज के जूनियर डाक्टर शनिवार से हड़ताल पर हैं। अभी तक वह ओपीडी में मरीजों को नहीं देख रहे थे, लेकिन इसका असर इमरजेंसी और वार्ड में भी पड़ रहा था। इमरजेंसी में केवल अति गंभीर मरीजों को ही देखा जा रहा है। बहुत कम मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। इस कारण वार्ड में मरीजों की संख्या भी बहुत कम हो गई है। अधिकांश मरीजों को हड़ताल का हवाला देते हुए छुट्टी भी दे दी गई। आरडीए के सचिव डा. आदिल ने बताया कि सरकार ने अभी तक हमारी बात नहीं मानी है। इसके चलते जूनियर डाक्टर ओपरेशन थिएटर और वार्ड में भी ड्यूटी नहीं करेंगे।

– तोहफा:नोएडा में फ्लैट खरीदारों को योगी सरकार का तोहफा, अब कारपेट एरिया पर होगी रजिस्ट्री
नोएडा में फ्लैट खरीदने वाले देशभर के लोगों को नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने न्यू ईयर गिफ्ट दिया है। इसके तहत नोएडा में अब फ्लैटों की रजिस्ट्री कारपेट एरिया पर होगी। इससे लोगों को बड़ी राहत मिली है तो बिल्डरों को झटका लगा है, जो लिफ्ट और सीढ़ी समेत अन्य क्षेत्र पर रजिस्ट्री करवाते थे। मिली जानकारी के मुताबिक, नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में बन रही बहुमंजिला आवासीय सोसायटी के आवंटियों को प्राधिकरण की तरफ से बड़ी राहत दी गई है। अब तक सुपर एरिया (कवर्ड एरिया) के हिसाब से होने वाली रजिस्ट्री के बजाय अब कारपेट एरिया पर रजिस्ट्री कराने के आदेश नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने रेरा के निर्देश के बाद दिए हैं। यह व्यवस्था यूपी रेरा एक्ट 2016 के अनुरूप की गई है। इस संबंध में नोएडा प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया है कि भविष्य में अपार्टमेंट की लीज डीड कारपेट एरिया के आधार पर कराने के संबंध में प्रशासन स्तर से आवश्यक कार्रवाई की जाए। कुलमिलाकर यूपी में सत्तासीन योगी सरकार ने लाखों फ्लैट खरीदारों को बड़ी राहत दी है।पत्र के माध्यम से जिलाधिकारी को बताया गया है कि रेरा अधिनियम के तहत प्रोमोटर और आवंटी के बीच होने वाले एग्रीमेंट फार सेल या लीज डीड का प्रारूप निर्धारित किया गया है। इसकी शर्त संख्या 1.2 में उल्लेख है कि अपार्टमेंट का कुल मूल्य कारपेट एरिया के आधार पर निर्धारित किया जाएगा। शर्त संख्या 1.7 में उल्लेख है कि प्रोमोटर द्वारा भवन का निर्माण पूरा करने और कंप्लीशन सर्टिफिकेट प्राप्त करने के बाद आवंटी को अंतिम कारपेट एरिया कंफर्म किया जाएगा।साफ है कि अब प्रोमोटर को अपार्टमेंट का विक्रय केवल कारपेट एरिया के आधार पर करना है। विभिन्न परियोजनाओं में विक्रेता द्वारा अपने ब्राशर में सुपर एरिया का उल्लेख कर फ्लैट बेचे जाते हैं। उसी आधार पर रजिस्ट्री भी कराई जा रही है। उम्मीद है प्राधिकरण के फैसले से खरीददारों को राहत मिलेगी

– उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों के पास एक और मौका, 10 दिसंबर तक भर सकेंगे आनलाइन घोषणा पत्र*
उत्तर प्रदेश में ऐसे गन्ना किसान जो अभी तक आनलाइन घोषणा पत्र नहीं भर पाए हैं, उन्हें एक मौका और दिया गया है। 10 दिसंबर तक गन्ना किसान आनलाइन घोषणा पत्र भर सकेंगे। घोषणा पत्र भरने की अंतिम तारीख 30 नवंबर को खत्म हो गई थी, लेकिन तकनीकी कारणों जैसे इंटरनेट की धीमी गति और सर्वर डाउन होने की शिकायतें मिलने के बाद इसे बढ़ाने का फैसला लिया गया। गन्ना किसान वेबसाइट (enquiry.caneup.in) पर इसे भर सकते हैं। घोषणा पत्र न भरने वाले किसानों को सामान्य बढ़ोतरी, उपज बढ़ोतरी और अतिरिक्त सट्टा आदि की सुविधा नहीं मिल पाएगी।आयुक्त, गन्ना एवं चीनी संजय भूसरेड्डी ने बताया कि आनलाइन घोषणा पत्र भरने की अंतिम तारीख को चार बार बढ़ाया जा चुका है, लेकिन अब यह अंतिम मौका है। विभाग के टोल फ्री नंबर 1800-121-3203 पर गन्ना किसानों द्वारा तारीख बढ़ाने के लिए अनुरोध किया जा रहा था। मालूम हो कि स्मार्ट गन्ना किसान प्रोजेक्ट के अंतर्गत पेराई सत्र 2021-22 के लिए गन्ना किसानों से घोषणा पत्र आनलाइन भरवाने की व्यवस्था की गई है।आनलाइन घोषणा पत्र भरने में अगर किसानों को कोई कठिनाई आ रही है तो वह गन्ना समितियों के सचिवों, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक एवं गन्ना पर्यवेक्षकों से सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
– कोहरे के चलते तीन महीने निरस्त रहेगी आम्रपाली एक्सप्रेस
रेलवे प्रशासन ने ठंड और बढ़ते कोहरे के मद्देनजर तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं। कुछ ट्रेनों के संचालन में हेरफेर कर ट्रेनों को निरस्त करना प्रारंभ हो गया है।आम्रपाली एक्सप्रेस (कटिहार-अमृतसर ) का संचालन तीन महीने के लिए निरस्त कर दिया गया है। जबकि बुधवार को चार ट्रेन रद्द हो गईं।रेलवे प्रशासन हर वर्ष ठंड और कोहरे को देखते हुए कुछ ट्रेनों का संचालन निरस्त कर देता है। एक दिसंबर आते ही निरस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कटिहार से अमृतसर जाने वाली आम्रपाली एक्सप्रेस को 28 फरवरी 2022 तक के लिए निरस्त कर दिया गया है। अमृतसर से चलने वाली आम्रपाली एक्सप्रेस चार दिसंबर से तीन मार्च 2022 तक निरस्त रहेगी। वहीं बुधवार को कोहरे के चलते 14006 लिच्छवी एक्सप्रेस, 14218 ऊंचाहार एक्सप्रेस, 12226 कैफियत एक्सप्रेस व आनंद विहार टर्मिनल से चलकर भागलपुर तक जाने वाली 22406 गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन रद्द रही। उत्तर मध्य रेलवे के पीआरओ डॉ. शिवम शर्मा ने बताया कि हर साल की तरह ठंड को देखते हुए तैयारियां प्रारंभ कर दी गई हैं।भिवानी व कानपुर सेंट्रल के मध्य चलने वाली 14724-14723 कालिंदी एक्सप्रेस में यात्रियों की सीट उपलब्धता व आरामदायक सुविधा के लिए अस्थायी रूट से दो कोच जोड़ दिए गए हैं। जिसके तहत वातानुकूलित तृतीय श्रेणी का एक व शयनयान श्रेणी का एक कोच जोड़ा गया है। भिवानी से कानपुर की तरह जाने वाली ट्रेन रात को पौने एक बजे के लगभग अलीगढ़ आती है। जबकि कानपुर से चलकर भिवानी जाने वाली ट्रेन दो बजे के लगभग अलीगढ़ जंक्शन आती है।

– अलीगढ़ में मौसम का मिजाज बदलने से ठंड बढ़ी, तीन डिग्री सेल्सियस लुढ़का पारा
मुंबई समेत कई राज्यों में बारिश होने से कल अलीगढ़ में मौसम का मिजाज बदल गया। अचानक मौसम में परिवर्तन होने से ठंड में इजाफा देखने को मिला। बादल छाए होने के कारण सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए। तापमान में तीन डिग्री सेल्यियस तक की गिरावट देखने को मिली। आउटर के चौराहों पर धुंध का प्रकोप रहा। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो अब ठंड में लगातार इजाफा होगा। ठंड गेहूं की फसल के लिए लाभकारी होगी।आज सुबह आसमान में बादल छाए रहे और सूर्य नहीं निकले। मौसम में बदलाव से तीन डिग्री तापमान में गिरावट देखने को मिली। 30 नवंबर को सुबह का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस था जो 1 दिसंबर को 12 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वातावरण में ठंड बढ़ने के साथ धुंध भी आउटर पर छाई रही। आने वाले दो दिनों में और ठंड बढ़ने की संभावना है। रात के न्यूनतम तापमान में गिरावट आ सकती है।

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