बीकानेर, 24 सितंबर/ दो दिवसीय जेठा भुट्टा पीर बाबा के गजनेर मेले के दौरान आज मेला वापसी के दौरान में नाल गांव में पारंपरिक खेल माल्हे को एक हाथ से उठाकर शक्ति प्रदर्शन किया गया! अखिल भारतीय माल्हा भारोत्तोलन संघ के प्रदेशाध्यक्ष पहलवान महावीर कुमार सहदेव के अनुसार शहर के सबसे कठिन पत्थर के चौकी नुमा बांट जैसी आकृति के माल्है को 15 वर्षों बाद जमाल घोसी ने उठाकर सर्वश्रे

ष्ठ प्रदर्शन किया!

जमाल घोसी ने अपने वजन के बराबर के माल्हा को उठाने में कामयाब रहे! 40 वर्षों में इससे पहले चार ही व्यक्तियों ने इस माल्है को एक हाथ से उठाया था!

इसके अलावा और भी वर्गों में कई खिलाड़ियों ने माल्हा उठाकर जोर आजमाइश कि जिसमें सत्तार,उत्तम चंद,नेमपाल सियाणा,इंद्रजीत व कालू ने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया! इन सभी को संघ के प्रदेशाध्यक्ष व पहलवान महावीर कुमार सहदेव में मेला स्थल पर ही पुरस्कृत किया! पुरस्कार वितरण के दौरान नाल गांव के ही दिनेश स्वर्णकार व विशिष्ट माला भारोत्तोलक उपस्थित रहे! श्रेष्ठ माल्हा उठाने का पुरस्कार जमाल घोसी को दिया गया!