OmExpress 8th Year

जयपुर,(ओम एक्सप्रेस )। नगर निगम ग्रेटर में डॉ. सौम्या गुर्जर और तीन पार्षदों को निलंबित करन के बाद सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने भूचाल ला दिया है. जिस बीवीजी सफाई कंपनी के भुगतान को लेकर डॉ. सौम्या गुर्जर और पार्षदों ने विरोध किया उसी BVG कंपनी से डॉ. सौम्या गुर्जर के पति राजाराम एक वीडियो में सप्लीमेंट्री एग्रीमेंट करने और 270 करोड़ रुपये बकाया भुगतान दिलाने के नाम पर 20 करोड़ की डील करते हुए नजर आ रहे हैं।

“सौम्या गुर्जर का निलंबन, धरने पर उतरे राजस्थान बीजेपी के नेता”

इस तस्वीर में निलंबित मेयर डॉ. सौम्या गुर्जर के पति और उनके सामने BVG कंपनी के प्रतिनिधि बैठे हैं. जो नगर निगम में रुका हुआ बकाया भुगतान को लेकर डील कर रहे हैं। 20 अप्रैल को बने इस वीडियो में बकाया भुगतान के बदले डील की गूंज सुनाई दे रही है. जिसमें चाय पर चर्चा करते हुए पूरे बकाया भुगतान होने पर 10 फीसदी यानी कि 20 करोड़ रुपये की डील एक कमरे में हो रही है. यानी कि जिस तरह भुगतान होता जाएगा 10 प्रतिशत कमीशन उनको मिलता जाएगा।हालांकि ये बकाया भुगतान 6 महीने में पूरा दिलाने की बात करते हुए नजर आ रहे हैं और उसके बदले एक मुश्त 10 करोड़ का चेक देने की बात BVG कंपनी के प्रतिनिधि सौम्या गुर्जर के पति राजाराम से कर रहे हैं. साथ मे ये भी BVG कंपनी के प्रतिनिधि कहते हुए नजर आ रहे हैं कि जो पेनल्टी लगानी है वो लग जायेगी, लेकिन 6 महीने में पूरा पेमेंट रिलीज करवा दीजिये. इसी बीच राजाराम डील का पैसा चेक के नाम से देने पर उखड़ जाते हैं और कह रहे हैं कि डील का पैसा चेक से नहीं ले सकते हैं. इसमें समितियों चेयरमैनों और पार्षदों को लेकर भी चर्चा हो रही है. जिसमें राजाराम कह रहे हैं कि वो आप अपने आप मैनेज करो आप सब मैनेज करना जानते हो.।

आपको समझाते हैं 10 बनाम 276 का फार्मूला

जयपुर शहर में BVG कंपनी पिछले चार साल से घर-घर कचरा कलेक्शन का काम कर रही है. अभी BVG कंपनी का करीब 276 करोड़ रुपये भुगतान बकाया चल रहा है. कंपनी भुगतान को लेकर निगम मेयर से लेकर आयुक्त तक गुहार कर चुकी है, लेकिन डॉ. सौम्या गुर्जर और पार्षद उनकी कार्यशैली से खुश नहीं है और ना ही इस कंपनी का सप्लीमेंट्री एग्रीमेंट की फाइल पर डॉ. सौम्या गुर्जर ने साइन किये और ना ही भुगतान, लेकिन आयुक्त BVG कंपनी को भुगतान करने के पक्ष में खड़े थे.।निलंबित मेयर डॉ. सौम्या गुर्जर के पास जब कंपनी के प्रतिनिधियों की दाल नहीं गली तो उन्होंने वीडियो के मुताबिक उनके पति राजाराम से सम्पर्क किया जो कि नगर परिषद करौली के सभापति रह चुके हैं. जब राजाराम गुर्जर से कंपनी के प्रतिनिधि सम्पर्क करते हैं जो कचरे में भी उनको भरस्टाचार नजर आता है और फिर पूरे भुगतान दिलाने के बदले डील की गूंज सुनाई देती है. एक तरफ डॉ. सौम्या गुर्जर BVG कंपनी को लेकर आयुक्त से टक्कर लेती हुई नजर आती है तो दूसरी तरफ इसी BVG कंपनी से उनके पति भुगतान के बदले डील करते हैं जो कि इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है.

सरकार हमें तोड़ने का प्रयास कर रही, भ्रष्टाचारियों का साथ नहीं दूंगी: सौम्या

निलंबित मेयर सौम्या गुर्जर के पति पर बीवीजी कंपनी से 276 करोड़ के पेमेंट के बदले कमीशन मांगने का आरोप, वीडियो के आधार पर एसीबी ने किया केस दर्ज

निलंबित मेयर सौम्या गुर्जर के पति पर बीवीजी कंपनी से 276 करोड़ के पेमेंट के बदले कमीशन मांगने का आरोप,

वीडियो के आधार पर एसीबी ने किया केस दर्ज

जयपुर ग्रेटर नगर निगम आयुक्त से हाथापाई मामले में निलंबित हुई मेयर डॉ. सौम्या गुर्जर के पति राजाराम गुर्जर का वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में राजाराम गुर्जर जयपुर में सफाई का काम कर रही बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि से 10 फीसदी कमीशन पर बात करते हुए दिख रहे हैं। इस वायरल वीडियो के आधार पर एसीबी ने केस दर्ज कर लिया है। वायरल वीडियो में राजाराम और एक व्यक्ति जिसका चेहरा नहीं दिख रहा है। वह बीवीजी कंपनी को 276 करोड़ रुपए के बकाया चल रहे भुगतान करने को लेकर 10 प्रतिशत कमीशन की पेशकश कर रहा है। यह वायरल वीडियो 20 अप्रैल 2021 को शाम करीब साढ़े 6 बजे का बताया जा रहा है। रिश्वत के लेनदेन की बातचीत का यह वीडियो सामने आने के बाद सियासी हलकों में भी खूब हलचल है। यह वीडियो ऐसे वक्त सामने आया है जब सुबह ही हाईकोर्ट में मेयर के निलंबित करने को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई होनी है। एसीबी ने प्राथमिक जांच पीई दर्ज कर ली है। एसीबी डीजी बीएल सोनी का कहना है कि एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें लोकसेवा संबंधी रिश्वत की बात हो रही है। साफ तौर से भ्रष्ट आचरण से जुड़ी जानकारी मिल रही है। इस वीडियो के आधार पर हमने प्राथमिक जांच पीई दर्ज कर इसकी जांच एसीबी के एडीशनल एसपी को दी है। आगे पूरी प्रक्रिया के तहत फैक्ट फाइंडिंग की जाएगी। आगे सबूत के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। जो दिख रहा है उसे कोई झुठला नहीं सकता। जयपुर शहर में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करने वाली बीवीजी कंपनी को हटाने को लेकर ही महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर और नगर निगम ग्रेटर के कमिश्नर यज्ञमित्र सिंह देव के बीच टकराव हुआ था। महापौर और पार्षद जयपुर शहर में सफाई का काम इस कंपनी से छीनना चाहते थे। वहीं, कमिश्नर यज्ञमित्र सिंह देव ने अधरझूल में लटकाए रखा था। उन्होंने बीवीजी कंपनी का टेंडर निरस्त नहीं किया। इससे महापौर और नगर निगम कमिश्नर के बीच टकराव पैदा कर दिया। कंपनी का प्रतिनिधि जिसका चेहरा नहीं दिख रहा है वह कह रहा है कि 276 करोड़ रुपए का पेमेंट है। इसमें जो भी पेनल्टी लगेगी वो तो मेरी जाएगी। गलत बात तो नहीं कर रहा ना। नियमानुसार बात कर रहा हूं। मान लो 5 करोड़ कटे, 10 करोड़ कटे, 15 करोड़ कटे या 50 करोड़ जो भी कटे। पेमेंट रिलीज करवा दो आप। 6 महीने में, साल भर में, जितना भी पेमेंट होगा। तभी दूसरी तरफ से आवाज आती है कि भाई 276 है और इसके आप 20 बता रहे हो। तब राजाराम गुर्जर कुछ कहते हैं लेकिन साफ सुनाई नहीं दे रहा। कंपनी का प्रतिनिधि कहता है-जितना पेमेंट रिलीज होगा उसका 20 यानी 10 परसेंट हो गया। एक तरह से 10 परसेंट जिस दिन चाहें उस दिन आप चैक काट लो।

इस वीडियो में नगर निगम में रुका हुआ बकाया भुगतान को लेकर 10 फीसदी यानी 20 करोड़ रुपये की डील एक कमरे में हो रही है। यानी जिस तरह कंपनी को भुगतान होता जाएगा। उसका 10 प्रतिशत कमीशन राजाराम को मिलता जाएगा। हालांकि राजाराम यह बकाया भुगतान 6 महीने में पूरा दिलवाने की बात करते हुए नजर आ रहे है। उसके बदले एक मुश्त 10 करोड़ का चेक देने की बात बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि सौम्या गुर्जर के पति राजाराम से कर रहे है। इसी वीडियो में बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि कहते हुए नजर आ रहे है कि जो पेनल्टी लगानी है वो लग जाएगी लेकिन 6 महीने में पूरा पेमेंट रिलीज करवा दीजिये। इसी बीच राजाराम डील में भुगतान का पैसा चेक के नाम से देने से इंकार कर देते है। इस वीडियो में निगम की समितियों, चेयरमेनों और पार्षदों को लेकर भी चर्चा हो रही है।