

कांग्रेस नेता ने कहा-हिंसा को बढ़ावा देकर इतिहास को विकृत करता है यह फिल्म
रिपोर्ट – अनमोल कुमार नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने विवेक अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करने, गुस्सा भड़काने और हिंसा को बढ़ावा देने का दुष्प्रचार वाला करार दिया। उन्होंने कहा कि विवेक अग्निहोत्री की घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित फिल्म को अत्यधिक समीक्षा मिली है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन भी शामिल है। दूसरी ओर आलोचकों ने फिल्म निर्माता पर चेरी-पिकिंग की घटनाओं और सभी को एक चित्रित करके मुस्लिम समुदाय और वामपंथी विचारधारा के खिलाफ नफरत भड़काने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्विटर पर लिखा-कुछ फिल्में परिवर्तन को प्रेरित करती हैं। लेकिन 'द कश्मीर फाइल्स' नफरत को उकसाती हैं। सत्य न्याय, पुनर्वास, सुलह और शांति की ओर ले जा सकता है। लेकिन ये फिल्म तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करता है, क्रोध को भड़काने और हिंसा को बढ़ावा देने के लिए इतिहास को विकृत करता है।
यह फिल्म सच्चाई से बहुत दूर : उमर अब्दुल्ला
इससे पूर्व जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर शुक्रवार को कहा कि यह फिल्म सच्चाई से बहुत दूर है क्योंकि फिल्म निर्माताओं ने उन मुसलमानों और सिखों के बलिदानों की अनदेखी की, जो घाटी में आतंकवाद से पीड़ित थे।
उस वक्त मेरे पिता फारूक सीएम नहीं थे
कुलगाम जिले के दमल हांजी पोरा में पत्रकारों से बात करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि उनके पिता पार्टी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला कश्मीरी पंडितों के पलायन के समय जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री नहीं थे। उमर अब्दुल्ला ने दावा किया कि उस वक्त कश्मीर में जगमोहन राज्यपाल थे और केंद्र में भाजपा की समर्थन वाली वीपी सिंह की सरकार थी l