नये वर्ष की सभी देशवासियों को अनेकानेक शुभकामनाएँ ! नया वर्ष नई उम्मीदों और नई आशाओं को पूर्ण करने के लिए आया हैं। यकीनन नया साल पिछले साल से कही बेहतर होंगा क्योंकि हमारे राम जी अयोध्या पधारेंगे। वैसे जाने वाला साल भी हमे कम ख़ुशिया नहीं दे गया। पिछले साल में भारत चाँद पर पहुँचा! सूरज तक पहुँचने के लिये मिशन लॉंच किया ! महिलाओं के लिए संसद में 33 प्रतिशत सीटो वाला बिल पास किया ! 20 दलों के बहिष्कार के बीच देश को नया संसद भवन मिला। अयोध्या में राम मन्दिर प्रतिष्ठा स्थापित करने की तारीख़ मिली। प्राइवेट जेट उड़ाने वाला पहला भारतीय पोएम मोदी मिला। जाते हुए वर्ष 2023ने हमे बहुत कुछ दिया। लेकिन हमने इस वर्ष कुछ खोया भी ? वह थी भाषा की मर्यादा! अचम्भित हुए देश के बड़े नेताओ के मुख से अमर्यादित भाषा को सुनकर? इधर महंगाई भी इस वर्ष डाकन बन गई। ख़ैर राजस्थान में परिवर्तन सुखद रहा। चुनाव से गहलोत- वसुन्धरा राज ख़त्म हुआ। और कई सालों से चल रहे अशोक- सचिन मतभेद दूर करने के लिए राजस्थान की राजनीति से इन्हें दूर कर दिया गया। चमत्कार तो तब हुआ जब भाजपा का एक साधारण कार्यकर्ता राजस्थान का सीएम बन गया। आम आदमी के दुख- दर्द को समझने वाला एक साधारण इन्सान भजनलाल शर्मा पहली बारी राजस्थान का सीएम बना। सामान्यजन की तरह थड़ी पर चाय बनाकर पी और अपने कार्यकर्ताओं को पिलाई। महिलाओं के प्रति स्वेंदनशील रुख़ अपनाते हुए महिलाओं को सुरक्षा का विश्वास दिलाया। और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसी भी क़ीमत पर महिलाओं पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होंगा। मुख्यमंत्री ने उच्च अधिकारियों को भी अपना रवैया बदलने की हिदायत दी।और जनता को विस्वास दिलाया कि गहलोत सरकार वाली जनहित की कोई भी योजना बंद नहीं करेगी। निःशुल्क मिलने वाली दवाईया बंद नहीं की जाएगी। आयुष्मान योजना में मुफ़्त इलाज की सीमा 5 लाख से बढ़ा कर 10लाख होगी। मुख्यमंत्री ने एसएमएस अस्पताल का भी अचानक निरीक्षण किया। वहाँ की बदइन्तज़ामी पर रोष प्रकट करते हुए व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिये। डाक्टरों से कहा कि वे अपने कमरों से बाहर निकल मरीजो के प्रति स्वेंदनशील रवैया अपनाये। इधर उन्हें हमारे नगर बीकानेर के पीबीएम अस्पताल का भी निरीक्षण करना चाहिए। जहाँ डाक्टर अस्पताल की बजाय घर पर फ़ीस लेकर मरीज़ को देखना पसंद करते हैं। वैसे हमारे बीकानेर में भी चुनाव में कम चमत्कार नहीं हुआ। यहाँ भी एक साधारण कार्यकर्ता जेठानंद व्यास ने एक प्रखर और बुद्धिमान मन्त्री बी डी कल्ला को हरा कर बीकानेर की पवित्र भूमि को कल्ला राज से मुक्त करा दिया। ताकि और भी कोई साधारण कार्यकर्ता राजनीति के क्षेत्र में आ सके। जेठानन्द ने भी यहाँ के अस्पताल का निरीक्षण किया और सम्बंधित डाक्टरों को सुधर जाने के निर्देश दिये। जेठानंद भी नन्दू महाराज और महबूब अली की राह पर चलतै हुए जनता के बीच गये। उनके दुख- दर्द सुने। रेल फाटको की समस्या हल करने की शीघ्र पहल करने को आश्वासित किया। इस नज़रिये से 2023 का जाता वर्ष सुखद रहा। नये मंत्री बने। किरोड़ी लाल मीणा और राज्यवर्धन, मदन दिलावर जैसे झुझारू मंत्री बने। बीकानेर से भी लूणकरणसार से सुमित गोदारा मन्त्री बने। हालाँकि ये मन्त्री गण आगामी चार माह तक तो जी- जान से सेवा करेंगे। क्योंकि लोक सभा चुनाव तक राज्य की 25सीटे जो जीतनी हैं। बाक़ी बाद में राजनीति हैं कुछ कहा नहीं जा सकता ? लेकिन वर्ष 2024 उससे भी ज़ायदा बहुत खूबसूरत होगा, शानदार होगा और ग़रीबो का होंगा। क्योंक २२ जनवरी २०२४ को राम मन्दिर के पट्ट जो खुलेंगे और राम राज्य की कल्पना को साकार होने में देर भला कहाँ लगेगी। ———— मनोहर चावला