– विश्व नशा निषेध दिवस पर सुमित्रा देवी चैरिटेबल ट्रस्ट का भव्य आयोजन
– नशा आज सबसे बड़ी समस्या बनी : डॉ. धर्मराज

कोटा, । सुमित्रा देवी मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा विश्व नशा मुक्ति दिवस 26 जून के अवसर पर एक कार्यक्रम नयापुरा स्थित ट्रस्ट कार्यालय मिशन कंपाउंड में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में एलएचवी एवं एएनएम सहित अन्य सम्मानित किए गए। कार्यक्रम में नवनियुक्त महाराव भीमसिंह चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. धर्मराज मीणा का स्वागत अभिनंदन भी किया गया। इस मौके पर नशा मुक्ति और इसकी रोकथाम की शपथ भी ली। ट्रस्ट की मीडिया कोऑर्डिनेटर ज़ेबा पटेल ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि न्यायाधीश प्रवीण कुमार वर्मा रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अधीक्षक डॉ. धर्मराज मीणा और मुख्य वक्ता एडवोकेट भुवनेश कुमार शर्मा, प्रधान संचालक कोशिक गायत्री परिवार यज्ञदत्त हाड़ा, उप प्रधान स्काउट अरुण भार्गव, डॉ. संजय धाकड़, नेमीचंद शर्मा की उपस्थिति में संगोष्ठी आयोजन के साथ अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स आवाजाही निषेध दिवस मनाया गया।

कार्यक्रम में वक्ताओं ने नशे के दुष्प्रभाव पर चर्चा की और उपस्थित सदस्यों को शपथ दिलाई इस दौरान कार्यक्रम में एलएचवी एवं एएनएम संगठन की मधुबाला शर्मा, किरण, अनुसुइया सहित अन्य सम्मानित किए गए। इस मौके पर मीडिया हाउस राजस्थान से श्रीमती सुनीता कंवर और रिपुदमन सिंह एवं स्माइल केयर चाइल्ड फाउंडेशन की अध्यक्ष रेनू वर्मा और आयुर्वेद महाविद्यालय के बाल विभाग से डॉ. मोहन लाल एवं सृष्टि सेवा समिति के भूपेंद्र सिंह तथा चाइल्डलाइन से नवनीत शाक्य एवं जय बाईसा क्षत्राणी सेना कोटा जिलाध्यक्ष रितिका हाड़ा, प्रिया सेवा समिति कोटा की अध्यक्ष श्रीमती रजनी शक्तावत, समाजसेवी माया जैन, रिटायर्ड डिप्टी चीफ इंजीनियर बिगुल कुमार जैन आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य सहयोगी अखिल भारतीय कौशिक गायत्री परिवार बोरखेड़ा कोटा, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोटा, चाइल्डलाइन कोटा और राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड, मीडिया हाउस राजस्थान, ऑल इंडिया मीडिया एसोसिएशन कोटा कमेटी, कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन कार्यक्रम में समाजसेवी संगठन, जिला प्रशासनिक विभाग और गणमान्य नागरिक, महिलाएं एवं युवा उपस्थित रहे।

इस मौके पर मुख्य वक्ता एडीजे प्रवीण कुमार वर्मा ने कहा कि नशा अभिशाप है। इसे त्यागने के लिए हमें संकल्पित और समन्वित रहना होगा। हमारे मन से इसे रोकने का प्रयास करें अपनों से ही शुरुआत करें। प्रत्येक दिन जागरूकता जरूरी। न्यायलयों में भी नशे से जुड़े कई मामले आते हैं। सुधार के बेहतर प्रयास चल रहे हैं। पंजाब हरियाणा कोर्ट का मामला साझा किया। एक पिता ने कोटा एडीआर में अपने बच्चे से मिलने की अर्जी लगाई जिससे बच्चे ने पिता को नशे की लत के कारण मिलने से साफ इनकार कर दिया था।

– नशा एक बहुत बड़ी समस्या : डॉ धर्मराज
एमबीएस अधीक्षक डॉ धर्मराज ने कहा कि नशा एक बहुत बड़ी समस्या है इसे समाज से बहिष्कृत करने के लिए जागरूक बनना होगा इसकी रोकथाम के लिए हमें समय-समय पर प्रयास और सामाजिक आयोजन करते रहना होगा। जनजागृति इसका बड़ा माध्यम है। इस आयोजन की में सराहना करता हूं।