– डॉक्टर की रेफरल पर्चियां लेकर पहुंच रहे लोग
नागौर । नए आदेशों की पालना करते हुए सोमवार सुबह से ही जिले के बॉर्डर लॉक कर दिए गए। बॉर्डर पर पुलिस जवानों की नाकेबंदी कर केवल बसों को व इमरजेंसी सेवाओं से जुड़े वाहनों को आवागमन की अनुमति दी जा रही है। जिनकी बैठक क्षमता की भी जांच की जा रही है। हांलांकि इमरजेंसी या अत्यावश्यक सेवाओं के लिए आ जा रहे निजी वाहनों को प्रवेश दिया जा रहा है।
इस दौरान बेवजह आने-जाने वाले वाहनों को वापस भी लौटाया जा रहा है। हर आने जाने वाले वाहन का रजिस्टर में रिकॉर्ड लिया जा रहा है। अधिकांश लोग अपने साथ डॉक्टर की पर्चियां और रेफरल पर्चियां लेकर आ रहे है।
जिले के थांवला, मेड़ता, श्रीबालाजी, परबतसर, नावां व खींवसर सहित बॉर्डर इलाके के सभी थाना क्षेत्रों में पुलिस की ओर से नाकेबंदी की गई है। बॉर्डर पर लगाई नाकेबंदी पर एएसआई की अगुवाई में पुलिस जाब्ता तैनात किया गा है।
नागौर-अजमेर सीमा पर बाढ़ीघाटी नाके पर रियांबड़ी एसडीएम सुरेश कुमार खुद पहुंचे है। वो यहां हर आने जाने वाले वाहन चालक से पूछताछ कर रहे है। कोई उचित जवाब नहीं मिलने पर अधिकतर वाहनों को वापस लौटा रहे हैं।
जिले के बाहर से आ रहे निजी वाहनों को वापस भेजा जा रहा है।
इसी प्रकार नागौर-पाली जिला सीमा पर भी सोमवार से सख्ती बढ़ा दी गई है। जसनगर नाके पर तैनात पुलिस जवान हर आने-जाने वाले वाहन को गहनता से जांच कर भेज रहे हैं। वहीं बाहर के जिलों से आने वाले वाहनों को प्रवेश निषेध कर दिया गया है। इस दौरान पटवारी राजेंद्र कुमार मीणा, चौकी प्रभारी सुखराम जाट, आर आई कैलाश दान, सुखदेव सिंह, रतन सिंह, राजू मुंडेल व मूलचंद सैनी सहित अध्यापक व्यवस्था में लगे हुए हैं।
बॉर्डर पोस्ट पर रजिस्टर में की जा रही एंट्री
नए आदेशों के तहत अब जिले की हर बॉर्डर नाका पोस्ट पर एक रजिस्टर भी मेंटेन किया जा रहा है, जिसमें सीमा से वापस लौटाए गए वाहनों तथा इमरजेंसी के आधार पर सीमा में प्रवेश दिए गए वाहनों की सम्पूर्ण जानकारी का इन्द्राज किया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट रोजाना नियंत्रण कक्ष को भेजनी होगी। स्थानीय प्रशासन की ओर से टेन्ट, टेबिल-कुर्सी आदि व्यवस्था की गई है।