

नई दिल्ली,(दिनेश शर्मा अधिकारी”)। राजस्थान के चूरू जिले में पंजाब की एक नाबालिग बालिका को एक महिला मूंगफली बिनाई का काम दिलाने का झांसा लायी और उसे सरदारशहर उपखंड के एक गांव में तिगुनी उम्र के अधेड़ को 1 लाख 13 हजार रूपये में बेच दिया। खरीददार ने बालिका को बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। बालिका किसी तरह बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ पुलिस थाने पहुंची। पीड़िता ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उसकी मदद करने की बजाय आरोपी खरीददार से मिलीभगत कर उसे फिर से खरीददार को ही सौंप दिया।
पुलिस द्वारा नाबालिग को फिर से खरीदार को सौंपे जाने के बाद ने खरीदार ने बालिका से फिर बलात्कार किया। चाइल्ड हेल्प लाइन को मामले की जानकारी मिलने के बाद हरकत में आयी चूरू पुलिस ने बालिका को दस्तयाब किया और बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया। बाल कल्याण समिति ने बालिका के बयान दर्ज किये हैं। नाबालिग बालिका ने बताया कि एक जानकार महिला ने काम के बदले प्रतिदिन 300 रुपए दिलाने का झांसा दिया। महिला जानकार होने के चलते पीड़िता उसकी बातों में आकर साथ चलने को तैयार हो गई। पीड़िता ने बताया कि महिला जिसे वो आंटी कहकर बुलाती है 7 दिसम्बर को सरदारशहर उपखंड के एक गांव में लेकर पहुंची। यहां पर उसे एक 46 वर्षीय व्यक्ति इन्द्राजनाथ को एक लाख 35 हजार रुपए में बेच दिया। पीड़िता ने बताया कि अधेड़ ने बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। नाबालिग ने बताया कि अगले दिन किसी तरह वह इंद्राजनाथ के चुंगल से बचकर भाग निकली और एक खेत पर पहुंची, जहां लोगों ने उसे पास में श्रीडूंगरगढ़ थाना होने की जानकारी दी।


शिकायत के मुताबिक श्रीडूंगरगढ़ थाने पहुंचकर उसने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को पूरी कहानी सुनाई। इस पर पुलिस ने आरोपी इंद्राजनाथ को बुलाया। पीड़िता का पुलिस पर गंभीर आरोप है कि आरोपी से 20 हजार रूपये लेकर उसे वापस अधेड़ को सौंप दिया गया। पीड़िता ने बताया कि थाने में उसे धमकाया व कुछ कागजों पर उससे हस्ताक्षर करवा लिए गये। केवल पंजाबी समझ में आने के कारण उसे यह समझ नहीं आया था कि उसपर क्या लिखा हुआ है। आरोपी खरीदार उसे वापस अपने गांव ले आया और रात को दुष्कर्म किया।
बालिका ने बताया कि 10 दिसम्बर को जब वह भानीपुरा इलाके में आरोपी के साथ एक होटल में चाय पी रही थी तो इस दौरान पंजाब राज्य के कुछ ट्रक ड्राइवरों को देखकर हिम्मत जुटाई व उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी। बाद में उन्होने मामले की जानकारी चाइल्ड हैल्प लाइन को दी। चाइल्ड लाइन जिला समन्वयक रूकैया पठान ने एएसपी योगेन्द्र फौजदार को मामले से अवगत कराया। इस पर एएसपी फौजदार ने विशेष टीम का गठन कर बालिका को दस्तयाब करने के आदेश दिए, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले अधेड़ आरोपी नाबालिग को लेकर भाग गया। बाद में पीडि़ता व अधेड़ के भानीपुरा थाना इलाका स्थित एक होटल में रूकने की जानकारी मिली। इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नाबालिग को दस्तयाब किया।
