अनुराग गुप्ता

नई दिल्ली/निर्भया के गुनहगार आज फांसी के तख्ते पर लटका दिए गए। सात साल बाद आज कही जाकर निर्भया को न्याय मिला। दोषियों के लिए बीती रात बहुत ही भयंकर गुजरी। ये लोग पूरी रात सो नहीं सके और रात भर जागकर पुलिसकर्मियों से पूछते रहे कि क्या कोर्ट से कोई नया ऑर्डर आया है

दोषी विनय फांसी के तख्ते तक ले जाते वक्त रोने लगा और जेल प्रशासन से रहम की भीख मांगने लगा.

अपनी आखिरी रात को बस मुकेश-विनय ने डिनर किया था, वहीं पवन और अक्षय रातभर बेचैन रहे

चारों दोषियों को तय वक्त पर फांसी पर लटका दिया गया

16 दिसंबर 2012 की रात निर्भया के साथ हैवानियत का गंदा खेल खेलने वालों चारों दरिंदों को फांसी दे दी गई है। सात साल बाद आज जाकर निर्भया और उनके परिवार वालों को न्याय मिला। दोषियों के लिए बीती रात बहुत ही भयानक रही और ये लोग पूरी रात सो नहीं पाए और बार-बार जेल कर्मियों से पूछते रहे कि क्या अदालत से कोई ऑर्डर आया है। फांसी से ठीक पहले निर्भया के चारों दोषियों में विनय की हालत सबसे खराब थी।

आखिरी लम्हों में वह बचने की हर कोशिश करता दिखा। जेल के अधिकारियों के मुताबिक वह फूट-फूट कर रो रहा था, पैर पकड़ रहा था, गिड़गिड़ा रहा था। फांसी के लिए ले जाते समय वह वहां मौजूद 15 अधिकारियों, जिनमें जेल सुपरिटेंडेंट, डेप्युटी सुपरिटेंडेंड, हेड वार्डर व तमिलनाडु स्पेशल पुलिस फोर्स के अफसर शामिल थे, से गुहार लगाता रहा। वह एक बार अपने वकील से मिलने की जिद कर रहा। उसे उम्मीद थी कि वकील उसे फांसी से बचा लेगा।

रोने लगा विनय

विनय लगातार कहता जा रहा था कि मुझे नहीं मरना…मुझे माफ कर दो…फंदे पर लटकाने से पहले जब दोषियों को नहाने और कपड़े बदलने के लिए कहा गया, तो दोषी विनय ने कपड़े बदलने से इनकार कर दिया। इसके अलावा उसने रोना शुरू कर दिया और माफी मांगने लगा। इसके अलावा न उसने नाश्ता किया, न चाय ही पी। हालांकि उसकी तुलना में बाकी तीनों दोषी इतने बेचैन नहीं दिखे। आखिरी दस मिनट, जो वसीयत या अपनी अंतिम इच्छा लिखने के लिए दिए जाते हैं, उस दौरान भी विनय रोता, बिलखता रहा।

ऐसे बीती रात
निर्भया के दोषियों के लिए 19 मार्च यानी अपनी आखिरी रात काटना भारी पड़ गया। चारों (मुकेश, अक्षय, विनय और पवन) को नींद नहीं आई। सिर्फ दो ने ही खाना खाया। तिहाड़ प्रशासन ने चारों को अलग-अलग सेल में रखा था। 24 घंटे पहले से मॉनिटरिंग शुरू हो गई थी। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि जेल अधिकारियों को जानकारी मिली थी कि ये चारो अपने आप को चोट पहुंचा सकते हैं ताकि फांसी से बच सके। इससे पहले रात को मुकेश-विनय ने डिनर किया था। वहीं पवन और अक्षय रातभर बेचैन रहे।

गौरतलब है कि दिल्ली हाई कोर्ट ने गुरुवार को निर्भया के दोषियों द्वारा दायर की गई याचिका को खारिज कर दिया था, इसमें फांसी की तारीख को आगे बढ़ाने की बात कही थी। इस फैसले के खिलाफ निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे, लेकिन रात को करीब 3.30 बजे SC ने भी इस याचिका को खारिज कर दिया।