दो फीसदी कृषक कल्याण फीस के नाम पर बढ़ी फीस व पेट्रोल-डीजल पर बढ़ाया वेट राज्य सरकार वापस लेकर किसान, व्यापारी व आमजन को राहत प्रदान करे:- विधायक बिश्नोई

बीकानेर। नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर दो फीसदी कृषक कल्याण फीस लगाने व पेट्रोल डीजल पर बढ़ाया वेट वापस लेने की मांग की ।

विधायक बिश्नोई ने कहा कि एग्री कमोडिटी की खरीद-फरोख्त पर दो प्रतिशत किसान कल्याण फीस लगाया है । बड़ी मुश्किल से 3 मई 2020 के बाद मंडिया खुलने के कारण किसानों को उनकी फसल का दो पैसा मिलने लगा और मंडी से माल खरीदकर ग्रामीण क्षेत्र के व्यापारी अपने धंधे में जुटने लगे थे । ऐसे समय में दो प्रतिशत किसान कल्याण टैक्स लगाना राजस्थान की जनता, किसानों व व्यापारियों के हित में नहीं है ।

किसान कल्याण के नाम पर दो प्रतिशत फीस बढ़ाने से व्यापारी यह वसुली किसान की फसल कम दाम पर खरीद कर पुरी करेगा । जबकि पहले से ही किसान का चना, सरसों, समर्थन मुल्य से बहुत कम पर बिक रहा है क्योंकि सरकारी खरीद प्रक्रिया बहुत लचर है और किसान की पुरी उपज सरकार खरीदती नहीं है ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि इस टैक्स के लगाए जाने के विरोध में राजस्थान की सभी 247 कृषि उपज मंडियों और आटा, दाल व तेल मिलों को 5 दिन के लिए बंद कर दिया है, जिसके कारण जनता, किसान व व्यापारी सभी परेशान है तथा किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य नहीं मिल पाएगा ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि इसी प्रकार राज्य सरकार ने कोरोना के समय डीजल व पैट्रोल पर वेट लगाकर राजस्थान की मध्यमवर्गीय जनता जो पहले से ही परेशान है और उन्हे राज्य सरकार से किसी भी प्रकार की सहायता भी नहीं मिलती है तथा किसानों पर भी इस वृद्धि का प्रभाव पड़ेगा । इससे परिवारों व किसानों का जीना दूभर हो जाएगा ।

विधायक बिश्नोई कहा कि दो प्रतिशत किसान कल्याण टैक्स तथा पेट्रोल एवं डीजल पर बढाए गए वेट को तुरंत वापस लिया जाकर गरीब, मध्यवर्गीय व किसानों को राहत प्रदान करने की मांग की ।