झुंझुनू, (दिनेश शर्मा “अधिकारी”)| माननीय राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर (रालसा) निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, झुंझुनूं (डालसा)सचिव श्रीमती दीक्षा सूद द्वारा जिला कारागृह, झुंझुनूं का मासिक निरीक्षण किया गया।

प्राधिकरण सचिव श्रीमती दीक्षा सूद ने बताया कि जेल निरीक्षण के दौरान जिला कारागृह के कैदियों हेतु तैयार किये जा रहे खानें का निरीक्षण किया जाकर उपाधीक्षक जिला कारागृह झुंझुनूं से बंदियों के डाईट चार्ट के बारे में जानकारी प्राप्त की गई तथा जिला कारागृह अस्पताल का निरीक्षण कर वहां कार्यरत डाॅक्टर एवं स्टाफ से उपलब्ध दवाईयों, स्टाक एवं मरीजों के रिकार्ड के बारे में जानकारी प्राप्त की गई तथा उन्हें सभी बंदियों को उचित उपचार उपलब्ध करवाने एवं रिकार्ड संधारित रखने हेतु निर्देषित किया जाकर कोविड -19 की दूसरी लहर से बंदियों के बचाव हेतु समय – समय पर जारी गाईडलाईन के अनुसार बंदियों की जांच करने हेतु अस्पताल स्टाॅफ को निर्देषित किया गया।

प्राधिकरण सचिव श्रीमती दीक्षा सूद द्वारा कारागृह बैरकों का निरीक्षण कर बंदियों से उन्हें प्रदान की जाने वाली सुविधाओं एवं उनके प्रकरणों के बारे में बंदियों से पूछताछ की तथा बंदियों को प्रदान किये जाने वाली कम्बल, बैडशीट आदि की धुलाई, हाईजीन, इनसेक्टीसाईड आदि के संबंध में भी बंदियों से ही जानकारी प्राप्त की जाकर, कारागृह में स्थित विजिटर रूम, रसोई घर, गलियारा, आदि की स्थिति व साफ – सफाई का भी निरीक्षण किया जाकर श्री भैरोसिंह, उपाधीक्षक जिला कारागृह झुंुझुनूं को कोविड की परिस्थितियों में कोविड -19 संक्रमण से बचाव हेतु निर्देश दिए जाकर माननीय राजस्थान उच्च न्यायालय एवं सक्षम प्राधिकारियों द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों की अक्षरशः पालना हेतु निर्देशित किया गया तथा कारागृह उपाधीक्षक को यह भी निर्देश दिये गये कि कोरोना महामारी के तहत सोशल डिस्टेंसिंग की पूर्ण पालना की जावें तथा जेल मेन्यूल के अनुसार कारागृह में सुधार एवं कर्तव्यों का कठोरता से का पालन किया जावें ।

प्राधिकरण सचिव श्रीमती दीक्षा सूद द्वारा माननीय राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देषानुसार कोविड 19 के विरूद्ध चल रहे अभियान एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर कोविड 19 की रोकथाम व टीकाकरण से संबंधित जारी किए गए पम्पलेटस को उपाधीक्षक जिला कारागृह, झुंझुनूं को प्रदान कर कारागृह में विभिन्न स्थानों पर उन्हें चस्पा करवाया गया तथा सभी बंदीयों को कोविड 19 के संबंध में जागरूक किया गया ताकि बंदी कोविड -19 से अपना बचाव कर सकें।