नई दिल्ली,(दिनेश”अधिकारी”)।पंजाब से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आई है।पंजाब में सियासी धमाका हुआ है।कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने की अटकलें सच साबित हो गई हैं। आखिरकार, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सी एम पद से इस्तीफा दे दिया है। कैप्टन ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा।उल्लेखनीय है कि पंजाब कांग्रेस विधायक दल की जब बैठक बुलाई गई, तभी यह चर्चा शुरू हो गई थी कि कैप्टन अमरिंदर सिंह सीएम पद छोड़ देंगे। इससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने ख़ास विधायकों के साथ बैठक भी की। कांग्रेस आलाकमान की तरफ से कैप्टन अमरिंदर सिंह को इस्तीफा देने को कहा गया था| इधर, शाम 5 बजे पंजाब कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। जिसमें देखना यह होगा कि इस बैठक में पंजाब सीएम का अगला चेहरा चुना जाता है कि नहीं या फिर अगली बैठक में पंजाब कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना जाएगा।

– छोड़ा पद तो छलका दर्द:

आखिर अमरिंदर के दिल से निकल गईं वो बातें, कैप्टन के वो शब्द आज कांग्रेस भी सुन रही होगी। पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद कैप्टन पत्रकारों से मुखातिब हुए| इस दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह का दर्द साफ छलकता दिखा| कैप्टन अपने अपमान का जहर पी न सकने की बात छिपा न सके| पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पिछले कुछ महीनों मे तीसरी बार मेरे साथ ये हो रहा है| मुझे एक बार पहले दिल्ली बुलाया गया, फिर दूसरी बार दिल्ली बुलाया गया| इसके बाद अब यह तीसरी मीटिंग हो रही है। मैं समझ रहा हूँ कि मेरे ऊपर कोई संदेह है कि मैं सरकार चला नहीं सका, जिस तरीके से बात हुई है मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं।यह ऐसा बार-बार हो रहा है इसलिए मैंने अब निर्णय लिया कि मैं सीएम पद से इस्तीफा दे रहा हूं, मैंने सुबह कांग्रेस प्रेसिडेंट से बात करके कह भी दिया था कि मैं अब सीएम पद छोड़ दूंगा।कैप्टन ने कहा कि जिसपर कांग्रेस आलाकमान को भरोसा हो उसे सीएम बनाये|

–आगे की रणनीति पर क्या बोले——-?

कैप्टन अमरिंदर सिंह से जब पूछा गया कि आगे की उनकी क्या रणनीति है तो उन्होंने कहा कि आगे की रणनीति वह आने वाले समय में तय करेंगे| उन्होंने राजनीति में लम्बा समय बिताया है, वह दो बार मुख्यमंत्री रहे। वह अपने राजनीतिक साथियों के साथ विचार-विमर्श करके आगे जो करना होगा करेंगे। इधर, जब कैप्टन से पत्रकार बीजेपी में जाने को लेकर सवाल पूछने लगे तो कैप्टन कन्नी काटते नजर आये। उन्होनें कहा कि अभी कुछ तय नहीं है और वह मौके से चले गए। बतादें कि, यह कहा जा रहा है कि सीएम पद से हटने के बाद कैप्टन कांग्रेस पार्टी छोड़ सकते हैं।

– कैप्टन अमरिन्दर सिंह पर रहेगी सबकी नजर

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज अनमने मन से मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया लेकिन अब सबकी नजर कैप्टन अमरिन्दर सिंह के अगले कदम पर लग गयी है ।

पंजाब में अब सब यह जानने के इच्छुक है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह अब करेंगे क्या—-??, कांग्रेस में रहेंगे या अन्य पार्टी का दामन थामेंगे—!!

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए एक प्रश्न के जवाब में कहा मैं अपने समर्थकों जिन्होने मेरे राजनीतिक जीवन में दिन रात हर समय साथ दिया , उनसे बातचीत कर उनके अनुसार अगला निर्णय करूंगा । यह सकेंत देता है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह बडा कदम उठा सकते है , हालाकि उन्होने यह भी कहा” मैं कांग्रेस में हूॅ कांग्रेस में रहूंगा “।कैप्टन सिंह ने आलाकमान द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का जिस तरह से निर्णय किया उससे दुखी होकर कहा मुझे बेइज्जत किया गया । मेरे उपर मुख्यमंत्री पद को चलाने को लेकर सन्देह व्यक्त किया ।पंजाब के साथ ही अन्य प्रदेश में भी पंजाब में नया मुख्यमंत्री कौन होगा , पर कम चर्चा है चर्चा इस बात पर अधिक है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह अब क्या निर्णय लेंंगे । ऐसे में आप, भारतीय जनता पार्टी की नजर कैप्टन अमरिन्दर के कदम पर लगी हुई है।

– हमें पता था कैप्टन देंगे इस्तीफा: गृहमंत्री विज

कैप्टन अमरिंदर सिंह के पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की खबर सुर्खियों में हैं। हर ओर से कैप्टन के इस्तीफे और उनके बारे में तरह-तरह की चर्चाएं सामने आ रहीं हैं।कोई कुछ कह रहा है तो कोई कुछ।वहीं, राजनीतिक गलियारों में इसे लेकर अलग ही बातचीत चल रही है।इधर, हरियाणा के ग्रह मंत्री अनिल विज का कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे पर बड़ा बयान सामने आया है। विज अपने बयान में जहां कैप्टन पर तरस खाते दिख रहे हैं तो वहीं वह नवजोत सिंह सिद्धू के पीछे पड़ते नजर आ रहे हैं। विज ने बयान में कहा कि ” यह पता था कि ऐसा ही होगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह को इस्तीफा देना पड़ेगा”।

दरअसल, हरियाणा के गृह मंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा- कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दिया है, इसकी पटकथा तो उसी दिन लिख दी गयी थी जिस दिन नवजोत सिंह सिद्धू का कांग्रेस में प्रवेश हुआ था क्योंकि” जहां-जहां पांव पड़े ‘संतन’ के तहां-तहां बंटाधार” -।