मीडिया द्वारा भारतीय संस्कृती व अध्यात्मिक मूल्यों को बढ़ावा देने पर जोर”देश व समाज को समृद्ध बनाने की दिशा में मीडिया को व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठना होगा – डा. संजय झा

मूल्यनिष्ठ व सोल्यूशन बेस्ड मीडिया ही समय की मांग है”- प्रो संजय द्विवेदी

रिपोर्ट – अनमोल कुमार

पटना, ।”आज की बदलते हुए परिवेश में सफल होने के लिए मीडिया को अपनी
व्यवसायिक हित व सामाजिक उत्तरदायित्व के बीच सही संतुलन बनाना होगा। इस दिशा में,
पत्रकार व मीडिया संस्थाओं को अपनी व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर देश व समाज के हित को
प्राथमिकता देनी होगी।”
यह वक्तव्य बिहार के सूचना व प्रसार मंत्री डॉक्टर संजय झा ने मुख्य अतिथि के रूप में
स्थानीय लेमन ट्री होटल में अयोजित एक राष्ट्रिय मीडिया सेमीनार को आज सम्बोधित करते
हुए कहा।
उन्होंने देश की आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर ब्रह्मा कुमारी संस्था की मीडिया
प्रभाग द्वारा अयोजित इस सेमीनार में संस्था द्वारा चलाई जा रही अखिल भारतीय समाधान
मूलक मीडिया अभियान का बिहार राज्य स्तरीय लॉन्चिंग भी किया।
सेमीनार का विषय ‘समाधान परक पत्रकारिता से समृद्ध भारत की ओर’ पर बोलते हुए उन्होंने
कहा की यह अभियान जो की वर्ष भर में बिहार के सभी जिला व जनपदों में चलाई जाएगी, यह
अवश्य ही पत्रकारों व मीडिया वर्ग को स्वस्थ व सकारात्मक दशा और दिशा प्रदान करने में
सक्षम होगी।
उन्होंने कहा की ब्रह्मा कुमारी संस्था द्वारा दिए जा रहे अध्यात्मिक मूल्य शिक्षा व राजयोग
ध्यान न केबल पत्रकारों को पर्याप्त आत्म शक्ति व मनोवल प्रदान करेगी, साथ ही मीडिया
कर्मियों को अपनी व्यक्तिगत व व्यवसायिक जीवन को तनाव रहित, समर्थ एवं समाधानात्मक
बनाने में मददगार साबित होगी।
सेमीनार का अध्यक्षता करते हुए केन्द्रीय सुचना व प्रसारण मंत्रालय के मीडिया शिक्षा संस्था
आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो संजय द्विवेदी ने कहा की चाहे वह प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, फ़िल्म
या सोशल मीडिया क्यों न हो, उन्हें समाज और लोगों की समस्याओं का समाधान के दिशा में
काम करना आवाश्यक है, जो की समय की मांग है।
उन्होंने कहा की पत्रकारिता का उद्भव ही जनता व देश की समस्याओं का निदान पाने हेतु हुआ
था। देश की स्थिति, परिस्थिति वा समस्याओं के ऊपर सवाल खड़ा करना, पत्रकारों का धर्म, कर्म
व दायित्व है। साथ में उन मुद्दों के हल पर अपनी सुझाव प्रस्तुत करना भी मीडिया प्रोफेशनल्स
के जिमेवारी है। इसे ही सकारात्मक, समाधान परक व मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता कहते हैं। प्रो द्विवेदी ने कहा की आज समाज में नैतिक मूल्यों की गिरावट हुई है। इसकी रोकथाम के
लिए पारिवारिक, सामाजिक, शैक्षणिक एवं आध्यात्मिक मूल्यों की आवश्यकता है। इसमें मीडिया
महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। उन्होंने आगे कहा की मीडिया का काम सिर्फ सुचना वा
मनोरंजन करना नहीं, बल्की लोगों को सही मूल्यों की शिक्षा देना भी है।
अपनी आशीर्वचन में ब्रह्मा कुमारी संस्था के पटना क्षेत्रीय प्रभारी राजयोगिनी बी के संगीता बहन
ने कहा की आज की दौर में लोगों को मानसिक खुराक ज्यादातर मीडिया से ही मिलती है।
मीडिया सकारात्मक व मूल्यनिष्ठ होगा, तो वे जो भी बातें किसी भी माध्यम के द्वारा जनता के
सामने रखेगा वह सत्य, सभ्य, समुचित, हितकारी व तथ्य परक होगा। और उस समाचार, लेख,
दृश्य वा श्रव्य से जन मानस स्वस्थ, शक्तिशाली व सकारात्मक होगा। तथा देश, समाज और
मानवता को सुख शांति समृद्धि की ओर ले जाएगा।
उन्होंने सेमीनार में उपस्थित सभी पत्रकारों को सहज राजयोग ध्यान का सामूहिक अभ्यास व
सुखद अनुभव कराया। और कहा की लोगों में सही मनोबल, आत्मबल व कार्यक्षमता को
विकसित करने के लिए अध्यात्मिक ज्ञान और राजयोग ध्यान की नियमित अभ्यास जरुरी है।
अगर इन बातों की अभ्यास व अनुभूति मीडिया वर्ग पहले अपने जीवन से करें, तो वे स्वयं और
अनेकों की जीवन को तनाव मुक्त, सफल, समृद्ध व खुश हाल बना सकता है।
दिल्ली से पधारे ब्रह्मा कुमारी संस्था के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी एवं स्वतंत्र पत्रकार राजयोगी बी
के सुशांत भाई ने मीडिया वालों का आंतरिक सशक्तिकरण के ऊपर जोर दिया और कहा की
आज जरूरत है पत्रकारिता में आध्यात्मिकता का संतुलित समन्वय।
उन्होंने कहा की अध्यात्मिक ज्ञान ध्यान से ही कोई भी व्यक्ति खास कर पत्रकार अपनी पर्सनल
व प्रोफेशनल जीवन में दैनिक समस्या, कठिनाई व चुनौतियों का सामना व समाधान करने की
सही सोच, भावना, नज़रिया व कार्य क्षमता विकसित होगी।
उन्होंने कहा की मीडिया के माध्यम से लोगों को इस दिशा में जागरूक और प्रेरित करने
हेतु
ब्रह्मा कुमारी संस्था ने सन 2022-23 को “अध्यात्मिक सशक्तिकरण से दया और करूणा” के
वर्ष के रूप में पुरे भारत और विश्व में मना रही है। जिसके अन्तर्गत ही आज की यह मीडिया
सेमीनार संस्था द्वारा अयोजित किया गया है।
सेमीनार के आरंभ में बी के ज्योति ने सभी का स्वागत किया। वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बी के
ज्योति बहन ने कुशल मंच संचालन किया। अंत में, बी के सतेंद्र भाई ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा