

नए अफसरों को दी पोस्टिंग, इंटरनेट किया गया बंद!
चंडीगढ़। पंजाब के पटियाला में बीते शुक्रवार को खालिस्तानी विरोधी प्रदर्शन पर शिवसेना के लोगों और सिख संगठन के लोगों में इस कदर तनाव की स्थिति पैदा हुई कि बीच सड़क पर हिंसा ने जन्म ले लिया। तलवारें निकल आईं, पत्थरबाजी की गई। बिगड़ी स्थिति का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि सीएम भगवंत मान को इस घटना पर हाईलेवल मीटिंग करनी पड़ी और साथ ही जिला प्रशासन द्वारा पटियाला में कर्फ्यू लगा दिया गया। बरहाल, पटियाला हिंसा की आंच पूरे पंजाब में फैली है और यही कारण है कि अब सीएम भगवंत मान बड़े एक्शन में दिख रहे हैं। अब पटियाला हिंसा में बड़ा अपडेट यह है कि यहां के आईजी, एसएसपी और एसपी को हटा दिया गया है। पटियाला में अब मुखविंदर सिंह चिन्ना को आईजी (पुलिस महानिरीक्षक), दीपक पारिक को एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) और वजीर सिंह को एसपी (पुलिस अधीक्षक) नियुक्त किया गया है। पहले एसएसपी पटियाला के पद पर नानक सिंह व आईजी पटियाला के पद पर राकेश अग्रवाल की तैनाती थी। पटियाला हिंसा पर कर्फ्यू लगने के बाद अब इंटरनेट और एसएमएस सर्विस को बंद कर दिया गया है। इस संबंध में जारी आदेश के मुताबिक, पटियाला में 30 अप्रैल को सुबह 9:30 से शाम 6 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवा व एसएमएस सेवा निलंबित रहेगी। पटियाला में बस फोन पर बात की जा सकेगी। बतादें कि, इस प्रकार का कदम इसलिए उठाया गया है ताकि अफवाह न फैलाई जा सके और स्थिति काबू में रहे। वहीं, पटियाला डीसी साक्षी साहनी ने जिले में लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है। डीसी साक्षी साहनी का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है। स्थिति नियंत्रण में है और लगातार पूरी निगरानी की जा रही है। बताया जा रहा है कि पटियाला हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान अधिकारियों से खूब नाराजगी दिखा रहे हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पटियाला हिंसा को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। मान ने अधिकारियों संग हाई लेवल मीटिंग के बाद ट्वीट कर कहा था – ”पटियाला में हुई घटना पर सभी बड़े अधिकारियों की मीटिंग बुलाई। मामले की तुरंत जांच के निर्देश दिए हैं और अधिकारियों को सख़्त हिदायत दी है कि एक भी दोषी को बख्शा न जाए। पंजाब विरोधी ताकतों को किसी भी कीमत पर पंजाब की शांति भंग नहीं करने दी जाएगी। पंजाब की शांति और सद्भाव अत्यंत महत्वपूर्ण है”।

