पत्रकार की आवाज मेरा अस्तित्व मेरा अधिकार

आगरा । पत्रकारिता दिवस के अवसर पर वैश्विक महामारी कोविड -19 (कोरोना वायरस ) के कारण त्रस्त सम्पूर्ण जनमानस के रक्षार्थ सरकार द्वारा काफी समय देश मे की गई लौकडाउन की व्यवस्था से उत्पन हुई विषम परिस्थितियौ के चलते विगत वर्षों की भांति इस अवसर पर उ0प्र0 संयुक्त पत्रकार समिति द्वारा किए जाने वाला पत्रकार सम्मान समारोह इस बार एक गोष्ठी के रूप मे परिवर्तित किया गया है । जिसकी अध्यक्षता समिति के संस्थापक /अध्यक्ष पं0 कृष्ण गोपाल शर्मा एवं संचालन वरि0पत्रकार एवं प्रदेश महासचिव विनोद भारद्वाज ने किया । साथ ही साथ सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए गोष्ठी मे सीमित पत्रकारौ को आमंत्रित किया गया ज्यादातर पत्रकारौ से विचार-विमर्श वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए किया गया ।

गोष्ठी के विषय ” मेरा अस्तित्व – मेरा अधिकार ” पर बोलते हुऐ
इसके साथ साथ यह कहना भी अतिशयोक्ति नही होगी कि आज 20 प्रतिशत पत्रकारौ को छोड़कर 80 प्रतिशत पत्रकारौ की इस दुर्दशा के जिम्मेदार और कोई नही हम पत्रकार ही है ,हमारी असंगठित कार्य शैली और हमारे बीच घर की हुई वैमनस्यता से लबरेज कुत्सित मनोवृत्ति । हमे अस्तित्व बनाए रखने के लिए अपने अधिकारौ जीवन्त करने के लिए अपने हक हकूक की लड़ाई लड़ने के लिए बाकी तीनौ स्तम्भौ जैसा बनने के लिये अपने मे सुधार लाते हुए “संघे शक्ति कलियुगे ” की परिभाषा पर खरा उतरना ही पड़ेगा । एकता के सूत्र मे बंधना ही होगा । पत्रकार एकता जिन्दाबाद का नारा अपनाना होगा । और उसका भी तो कोई अधिकार है जिसका वह हकदार है ।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए वरि0पत्रकार एवं संस्थापक / अध्यक्ष पं0 कृष्ण गोपाल शर्मा ने कहा कि साथियो एक पुराना जुमला इस बदलते परिवेश पर सटीक बैठता है -” कैसी लूट मची दुनिया मे जुल्मत का रंग गहरा है- चाद सितारे गिरवी है पर आफताब पर पहरा है ” । साथियो आज वर्षौ से यह देश का चतुर्थ स्तम्भ पत्रकारिता जगत अपने ही अस्तित्व और अधिकार तथा हकहकूकौ को लेकर व्यथित ही नही खून के आसू रोता हुआ हतप्रभ है । वो जब अपने तीन भाई न्याय पालिका, कार्य पालिका और संसद की तरफ तरफ देखता है तो अन्तर्मन पीड़ा से भर जाता है क्या यही मेरे भाई है जो मेरे बिना अधूरे है । सोचता है कि मेरे बिना इन तीनौ स्तम्भौ का अस्तित्व ना के बराबर है मेरा इतना महत्वपूर्ण किरदार होने के बाद भी फिर मेरे साथ ऐसा सौतेलेपन का व्यवहार क्यौ ?सारी सुख सुविधाऔ के हकदार मेरे ये तीनौ भाई तीन स्तम्भ कार्य पालिका, न्याय पालिका, और संसद ही क्यौ – मै चतुर्थ स्तम्भ “पत्रकारिता जगत “क्यौ नही? साथियो वास्तव मे यह एक चितन मंथन का विषय है संगठन के प्रदेश महासचिव एवं वरि0पत्रकार विनोद भारद्वाज ने कहा कि पुरानी कहावत है कि ” दाना खाक् मै मिलकर गुले गुलजार होता है ” साथियो पत्रकारिता के मानकौ पर खरे उतरने वाले सच्चे कलम के सिपाही की स्थिति बिल्कुल उस दाने रूपी बीज के समान है जो स्वयं को सुपुर्द खाक करके दुनिया के लिए चमन को गुलजार करने का काम करता है और खुद की हस्ती को तबाह कर देता सिर्फ और सिर्फ जनमानस के कल्याण के लिए । ऐसा कोई दूसरा उदाहरण नही मिलता विश्व पटल पर सबकी भलाई चाहने वाले किरदार का ।मगर समाज इस विश्व के महत्वपूर्ण किरदार कलम के सिपाही को बदले मे क्या देता है ?
फर्जी मुकद्दमा, मौत के फरमान, असुरक्षित जीवन, विषम परिस्थितिया, जिल्लत भरा जीवन । क्या पत्रकार इसी का हकदार है ? देश के चतुर्थ स्तम्भ का तमगा हासिल पत्रकार जगत का वास्तविक अस्तित्व आखिर है क्या?

गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि एवं दैनिक समाचार पत्र स्वराज्य टाइम्स के सम्पादक विजय शर्मा ने कहा कि आज वर्तमान मे पत्रकारिता के बदलते परिवेश को दृष्टिगत रखते हुए पत्रकार की आवाज ” मेरा अस्तित्व -मेरा अधिकार ” पर चिंतन, मंथन करना आवश्यक हो गया है और साथ ही साथ आवश्यक हो गया हमे अपनी संकीर्ण विचारधाराऔ वाली दूषित मनोवृत्ति मे सुधार लाने का । साथियो हम बुद्धिजीवी वर्ग से है, और बुद्धिजीवी वही होता है जो अपने द्वारा की हुई गलतियो से सबक लेता हुआ अपने जीवन मे उन गलतियौ की पुनरावृत्ति न होने दे ।उन्होंने सभी पत्रकार साथियो से एक जुटता बनाए रखने का आह्वान किया ।
गोष्ठी मे प्रख्यात पत्रकार श्री गणेश शंकर विद्यार्थी जी को श्रद्धा पूर्वक नमन करते हुए उनका स्मरण किया गया ।
गोष्ठी का शुभारंभ गोष्ठी के मुख्य अतिथि एवं दैनिक समाचार पत्र स्वराज्य टाइम्स के सम्पादक विजयशर्मा एवं संगठन के संस्थापक / अध्यक्ष पं0कृष्ण गोपाल शर्मा ने मा सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एव दीप प्रज्वलित कर किया ।
गोष्ठी मे अपरिहार्य कारणो के चलते अम्बेडकर विश्व विद्यालय के डीन एवं केन्द्रीय हिंदी संस्थान पत्रकारिता विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो0 हरिवंश सिंह सोलंकी , ताजप्रेस क्लब के अध्यक्ष अनिल शर्मा एडवोकेट ताजप्रेस क्लब के महासचिव डा0 उपेन्द्र शर्मा ,वरि.पत्रकार श्याम अन्जान,वरि0पत्रकार प्रेम शंकर शर्मा, आ नही सके उन्होंने फोन पर ही शुभ कामनाऐ तथा बधाई देते हुए सभी पत्रकार साथियो से एक जुट होने पर बल दिया।
गोष्ठी मे कान्फ्रेंस के माध्यम से सम्मिलित सम्मानित पत्रकार एवं संगठन के पदाधिकारी कुमार पुष्कर(उपाध्यक्ष )सुधीर भारद्वाज(सचिव) मनीष भारद्वाज(मीडिया प्रभारी ) योगेश शर्मा “योगी”(उपाध्यक्ष ),योगेश कुमार शर्मा “त्यागी “(कोषाध्यक्ष ),कल्पेन्द्र शर्मा उर्फ के पी शर्मा (संयुक्त सचिव ) राजीव कंचन(संगठन सचिव) गिरधारी लाल (उप सचिव ) सुधीर शर्मा, कपिल अग्रवाल (शहर अध्यक्ष ) दाऊ दयाल सिंह (सचिव ) मनोज पाठक (मण्डल उपाध्यक्ष ), साकेत श्रीवास्तव,मो0 मुश्ताक,राजकुमार गुरनानी, अवधेश यादव साहिल खान फिरोज खान छोटू राकेश यादव आदि बड़ी मात्रा मे पत्रकार बंधुओ एवं संगठन के समस्त पदाधिकारी तथा सदस्यौ ने फोन के माध्यम से बधाई एवं शुभकामनाये प्रेषित करते हुए एकता पर बल दिया ।