ओम एक्सप्रेस ब्यूरों सुपौल(बिहार)की रिपोर्ट-
सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज थाना अपने कारनामें को लेकर आए दिन सुर्खियों में बना रहता है शराब की सूचना देने पर सूचक को जेल तो बीएसएफ जवान के लूट की शिकायत पर उल्टे बीएसएफ जवान पर मनगढ़ंत आरोप लगा कर जेल भेजने के अनोखे कारनामें इनके नाम है।
शनिवार माननीय उच्च न्यायालय के निर्देश के आलोक में थाना क्षेत्र औरलहा पंचायत के कर्णपट्टी वार्ड 14 में प्रशासन के द्वारा शनिवार को अतिक्रमित पोखर की जमीन को जेसीबी के माध्यम से हटाया जा रहा था इस दौरान खबर कवरेज कर रहे पत्रकारों से थाने के एक महिला पुलिस के द्वारा अभद्र दिप्पणी करते अपने अपने पुलिसिया रोब के साथ लाठी दिखाने लगे एवं कैमरे बंद करने का धमकी देने लगी।इस दौरान घर बनाकर रह रहे परिवार के सदस्यों में अफरा -तफरी एवं अपने आशियाने को उजड़ते देख महिला सदस्यों के रोनो-धोने एवं विलाप करने माहौल गमगीन बना रहा हैं।प्रशासन के द्वारा घर को अतिक्रमण के तहत उजाड़ने के बाबत गृहस्वामी ने बताया कि प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने की कोई भी सूचना पूर्व में नही दी गई ।
अचानक आज अतिक्रमण बनाये गए घर को तोड़ा जा रहा हैं।वही गृहस्वामी शेलेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि मुझे उक्त जमीन का जिसपर मेरा आवासीय पक्के घर बना हुआ हैं उस जमीन का मुझे पर्चा मिला हुआ हैं।बताया कि अतिक्रमण खाली कराने आए पदाधिकारियों से जमीन का कागजात दिखाया गया।लेकिन उन्होंने अनदेखी करते मेरे आवासीय परिसर जेसीबी से तोड़कर ध्वस्त कर दिया हैं।मौके पर उपस्थित अपर अनुमंडल पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि माननीय उच्च न्यायलय के आदेश के आलोक पोखर के अतिक्रमित जमीन को खाली कराया जा रहा हैं।बताया कि अतिक्रमित जमीन में बने आठ पक्के मकान 12 कच्चे मकान को तोड़कर अतिक्रमित भूमि को खाली कराया गया हैं।