-कोरोना ने पर्यटन जगत की कमर तोड़ दी है। इसका असर लंबे समय तक रहेगा । इससे इंकार नहीं किया जा सकता। सरकार ने इससे उबरने की कवायद शुरू कर दी है।
-राजस्थान पर्यटन का घरेलू पर्यटकों और स्वच्छता बेहतर करने पर रहेगा फोकस- राजस्थान पर्यटन मंत्री
जयपुर। कोरोना संकट के बाद घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कमी से उबरने के लिए, राजस्थान पर्यटन अब घरेलू पर्यटकों पर ध्यान केंद्रित करेगा। इसी तरह, पर्यटकों को यह विश्वास दिलाना भी आवश्यक होगा कि सभी होटलों सहित अन्य जगहों पर स्वच्छता मानकों पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है ताकि पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो,, यह कहना था राजस्थान सरकार के पर्यटन मंत्री, श्री विश्वेंद्र सिंह का। पर्यटन मंत्री आज महाराष्ट्र सरकार के पर्यटन मंत्री श्री आदित्य ठाकरे के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद कर रहे थे।
कॉन्फ्रेंस कॉल के दौरान दोनों राज्यों के पर्यटन विभाग से जुड़े अधिकारी भी शामिल हुए, जिसमें राजस्थान सरकार की पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव सुश्री श्रेया गुहा; पर्यटन निदेशक, राजस्थान सरकार, डॉ.भंवर लाल; राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग से सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक, सुश्री तृप्ति पांडे और नागरिक सलाहकार, डॉ. एडवर्ड डिकिन्सन एवं डॉ. रश्मि डिकिन्सन शामिल थे। वहीं महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों में शामिल थे – महाराष्ट्र की पर्यटन राज्य मंत्री, सुश्री अदिति तटकरे और प्रमुख शासन सचिव पर्यटन एवं संस्कृति, सुश्री वालसा नायर सिंह।
कोरोना संकट के बाद पर्यटन उद्योग के पुनरुत्थान योजना पर चर्चा की गई। दोनों राज्य पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अल्पावधि उपायों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। दोनों राज्य आगामी हफ्तों में दिशा-निर्देशों तय करने और इन्हे बेहतर बनाने को लेकर केंद्र सरकार और संबंधित स्वास्थ्य विभागों के साथ चर्चा करेंगे।