बारां (राजेंद्र कुमार ब्यूरो चीफ )। श्री जैन श्वेताम्बर समाज मूर्ति पूजक संघ के अशोक बोरडिया, ऋषभ श्रीमाल, संस्कार वेद ने बताया कि पर्वाधिराज पर्यूषण पर्व की आराधना करवाने हेतु श्री अखिल भारतीय श्री वर्धमान जैन नवयुवक मंडल जावरा (मध्यप्रदेश) के साधर्मिक बंधु राजेंद्रजी बोहरा इंदौर एवं आशीष कुमार जी चत्तर उज्जैन ने पर्यूषण पर्व के दूसरे दिन बताया कि जिस प्रकार मार्च के अंतिम सप्ताह में व्यापारी अपना हिसाब मिलाते है और लाभ-हानि देखकर अगले वर्ष की योजना तैयार करते है, उसी प्रकार पर्यूषण वार्षिक पर्व होने से धर्मात्मा वार्षिक कर्तव्यों में से कोई कर्तव्य शेष रह गया हो तो इस महापर्व के समय में पूर्ण कर देता है और भविष्य के लिए योजना बना लेते है। केमरे के लेन्स के ऊपर धूल आ गई हो तो फोटो अच्छे नहीं बनते। अतः धूल साफ करनी पड़ती हैं। ठीक इसी प्रकार हमारी आत्मा धर्म में शिथिल हो गई हो तो उसका 11 कर्तव्य के वर्णन के डस्टर से आत्मा की शिथिलता रूपी धूल को साफ करने के लिए 11 कर्तव्य जरूर करने चाहिए।

चन्द्रप्रभू महिला मण्डल अध्यक्ष एवं जिला प्रमुख उर्मिला जैन भाया ने बताया कि साधार्मिक बंधुओं ने संघ पूजा, साधार्मिक भक्ति, यात्रत्रिक, स्नात्र महोत्सव, देव द्रव्य वृद्वि, महापूजा, रात्रि जागरण, श्रुत पूजा, उद्यापन, शासन प्रभावना, आलोचना 11 कर्तव्यों के बारे मे बताया। कल चौदस का प्रतिक्रमण साढे चार बजे सम्पन्न होगा।

बुधवार की स्नात्र पूजा जिनेन्द्र रंगावत (कपिल) सपरिवार की तरफ से सम्पन्न हुई एवं भोजन व्यवस्था विरेन्द्र, दिनेश श्रीमाल परिवारजनों की तरफ से रही। पर्यूषण पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में नवयुवक मण्डल, महिला मण्डल सहित सकल श्रीसंघ उपस्थित रहा।

रेखा बोरडिया, मोना श्रीमाल ने बताया कि कल बारां में बारिश के बावजूद सकल जैन श्रीसंघ शाम नवनिर्मित श्री गुणवर्धन शंखेश्वर पार्श्वनाथ जैन श्वेताम्बर तीर्थ ट्रस्ट बमूलियाकलां पर आयोजित भक्ति कार्यक्रम में पहुंचा तथा वहां परश्री गुणवर्धन शंखेष्वर दादा के सामने भक्ति कार्यक्रम का आनन्द लिया।