(प्रस्तुति -अनमोल कुमार)

इस साल पितृ पक्ष 10 सिंतबर को शुरू होकर 25 सितंबर को समाप्त हो रहे हैं। माना जाता है कि इन 15 दिनों तक पितर पृथ्वी पर आते हैं और अपने परिजनों के बीच रहकर अन्न और जल ग्रहण करते हैं फिर अपनी सेवा से प्रसन्न होकर वो अपने वंशजों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। इस दौरान कुछ ऐसे संकेत भी मिलते हैं जिससे पता चलता है कि आपके पितृ आपसे नाराज हैं। आइए जानिए पितृ दोष के लक्षण के बारे में।

_पितरों के नाराज होने के संकेत
पितृ दोष हो तो लाख मेहनत करने के बाद भी फल नहीं मिलता है। व्यक्ति हमेशा तनाव में रहता है और तरक्की में बाधा आती है। पितरों की नाराजगी से कुछ लोगों के वैवाहिक जीवन में समस्या देखने को मिलती है। वहीं अविवाहितों के विवाह में कई बाधाएं आती हैं। इसके अलावा पूजा-पाठ का भी शुभ फल नहीं मिलता है। पितृ दोष की वजह से सपने में बार-बार पूर्वज नजर आते हैं और कुछ खास संकेत देते हैं। इसकी वजह से शुभ काम में भी अड़चनें आती हैं। कई बार लोगों को संतान संबंधी समस्याओ का भी सामना करना पड़ता है।
अगर ये सब हो रहा हो तो कुछ आसान उपाय कर आप पितृ दोष दूर कर सकते हैं। इसके लिए पितृपक्ष में पिंडदान जरूर करें। पितरों की शांति के लिए अनुष्‍ठान करना लाभदायक रहेगा। कौवों और अन्य पशु-पक्षियों को भी भोजन कराएं। किसी अच्छे और जानकार पंडित से संपर्क कर उससे पितृ दोष शांति का उपाय कराएं। भगवान भोलेनाथ का ध्यान करें। उनका ध्यान करते हुए ‘ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय च धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात’ मंत्र की एक माला का जाप प्रतिदिन करें। इससे निश्चित लाभ मिलेगा।