प्रधानमंत्री ने 20 करोड रुपए की राशि का किया डिजिटल लोकार्पण
केंद्रीय कानून मंत्री , बीकानेर पश्चिम विधायक भी समारोह में हुए शामिल
बीकानेर,। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम उषा) के तहत महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के लिए स्वीकृत 20 करोड़ रुपए की राशि का डिजिटल लोकार्पण किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय क़ानून मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल, बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानंद व्यास सहित पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ शामिल हुए।
समारोह में केंद्रीय क़ानून मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि पीएम ऊषा का लक्ष्य विद्यार्थियों के लिए कौशल आधारित शिक्षा, पाठ्यक्रम में वर्तमान आवश्यकतानुसार बदलाव, शिक्षक प्रशिक्षण, भौतिक और डिजिटल शिक्षण के बुनियादी ढांचे में सुधार, रोजगार क्षमता में वृद्धि के माध्यम से – समानता, पहुंच और समावेशन सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि पीएम ऊषा द्वारा उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रौद्योगिकी, मुक्त दूरस्थ शिक्षा हस्तक्षेपों, ई-लर्निंग, वर्चुअल लर्निंग, लिंग संवेदीकरण आदि को बढ़ावा मिल सकेगा। कानून मंत्री ने कहा कि महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय का इस योजना के तहत चयन होने से बीकानेर में उच्च शिक्षा के नए द्वार खुल सकेंगे।
विश्वविद्यालय का लक्ष्य अनुसंधान व नवाचार के लिए विश्वस्तरीय माहौल बनाना है। इससे विश्वविद्यालय व उसके संबद्ध कॉलेज दोनों को लाभ हो सकेगा। इससे भौतिक और अन्य संसाधन की समृद्धि से विश्वविद्यालय की कायपलट होगी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा 20 करोड़ रुपए ग्रांट राशि का उपयोग इंफ्रास्ट्रक्चर कंस्ट्रक्शन, लैबोरेट्री, इक्विपमेंट खरीदने, लैब आधुनिकीकरण सहित डिजिटल शिक्षा के बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए किया जाएगा।
बीकानेर पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास ने कहा कि विश्वविद्यालय को अनुदान मिलना शिक्षा में उत्कृष्टता और नवाचार के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इससे शोध को और भी गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान से जुड़ना बीकानेर के लिए गौरव की बात है। विश्वविद्यालय के भौतिक, अन्य अकादमिक और शोध परक कार्यों में उन्नयन के लिए 20 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की होने से विद्यार्थियों को लाभ प्राप्त होगा। कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा सामान्य शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के साथ-साथ क्रेडिट कोर्स की तरफ विद्यार्थियों को जोड़ने की दिशा में कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना में चयन विश्वविद्यालय के सुनहरे भविष्य का द्वार है जिसका लाभ इस क्षेत्र के विद्यार्थियों नए शोध अनुसंधान आदि में मिल सकेगा।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री का उद्बोधन लाईव प्रसारण के माध्यम से विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने भी सुना। कार्यक्रम का संचालन अतिरिक्त कुलसचिव डॉ बिठ्ठल बिस्सा ने किया।
इस अवसर पर इंद्र सिंह राजपुरोहित, इंदिरा गोस्वामी, डॉ भगवानाराम बिश्नोई, डॉ सतपाल स्वामी, डॉ पंकज जैन, राजकीय डूंगर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ राजेंद्र पुरोहित, नोखा महाविद्यालय के प्राचार्य दिग्विजय सिंह, प्रोफेसर अनिल कुमार चंगानी, पीएम उषा के प्रभारी डॉ धर्मेश हिरवानी, उप कुलसचिव डॉ गिरिराज हर्ष, निदेशक शोध डॉ अभिषेक वशिष्ठ सहित अन्य प्रोफेसर और विद्यार्थी उपस्थित रहे।