-जनसभा में सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर उड़ीं धज्जियां

-पूर्व विधायक उदय गोइत समेत अन्य नेता जदयू में शामिल

-कार्यक्रम में उनके साथ ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद भी थे.

-मुख्यमंत्री की सभा में उम्मीद के अनुसार भीड़ नही….

बिहार(सुपौल)-(ब्यूरों)-हम सेवा में विश्वास रखते है। जब से आप ने मौका दिया है, हम समाज के हर तबके का सेवा करता आ रहा हूं। सेवा ही हमारा धर्म है। हमारा लक्ष्य न्याय के साथ विकास हैकहा कि जब से मौका मिला सिर्फ सेवा ही किया। जनता की सेवा में कोई भेदभाव नहीं किया। महिलाओं को नगर परिषद एवं पंचायतों में आरक्षण दिया। पीएम नरेंद्र मोदी के सहयोग से विकसित बिहार का निर्माण करने की दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं।ये बातें जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यालय के आर के बीए उच्च विद्यालय मैदान में सोमवार को जदयू प्रत्याशी सह निवर्तमान विधायक वीणा भारती के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहीं। कहा कि बिहार के सभी लोगों की सेवा करना ही हमारा धर्म है। पहले बिहार का बहुत बुरा हाल था। अपराध की बहुत सी घटनाएं घटी। विकास का दर न के बराबर था। हम लोगों ने हर चीज़ पर नियंत्रण किया। उन्होंने महिला शिक्षा, महिला आरक्षण, सात निश्चय के तमाम योजनाओं के गिनाये। हर गली पक्की सड़क तक योजनाओं की फेहरिस्त रख दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वयं सहायता भत्ता के तहत 20-25 वर्ष के छात्र-छात्राओं को एक हजार रूपये प्रत्येक माह मिलेगा। जिससे वे नौकरी ढूंढने व प्रतियोगी परीक्षा में उपयोग करेंगे। 12वीं कक्षा के बाद मात्र 13 फीसदी विद्यार्थी आगे की पढ़ाई करते हैं। इसके लिए चार लाख का स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ दिया जा रहा है।उन्होंने दावा किया है कि राज्य में अगर फिर से उनकी सरकार बनती है तो एजुकेशन लोन को माफ कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार फिर से सत्ता में आई तो बिहार में मेगा स्किल सेंटर बनाए जाएंगे। युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे उनके लिए हर क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।जनसभा को ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव , पूर्व सभापति हारून राशिद ने भी संबोधित किया और जदयू प्रत्याशी को भारी मतों से चुनाव जिताने की अपील भी की। वही राजद के पूर्व विधायक उदय गोइत और जिला परिषद सदस्य प्रदीप राम ने मुख्यमंत्री के समक्ष जदयू की सदस्यता ली।

जनसभा में सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर उड़ीं धज्जियां-

बिहार में अब रैलियों में न तो करोना की कोई गाइड लाइन पर अमल होता दिख रहा है और न ही कोरोना अब बिहार की राजनीति में कोई मुद्दा है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि, क्या बिहार में कोरोना का खौफ खत्म हो गया है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुपौल के त्रिवेणीगंज विधानसभा क्षेत्र में जेडीयू प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा को करने आए थे। इस कार्यक्रम में उनके साथ ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद भी थे। इस दौरान चुनावी सभा के लिए चुनाव आयोग के द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन नहीं होते दिखा।नीतीश कुमार की चुनावी सभा में सोशलडिस्टेंस और मास्क कहीं नहीं दिखा। वे मंच से कोरोना से लड़ने में बिहार के बेहतर प्रदर्शन की बात कहते नहीं थक रहे थे।वहीं, उनके ठीक सामने बैठी भीड़ कोविड-19 से बचाव की गाइडलाइंस को फॉलो नहीं कर रही थी।चुनावी सभा में सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। जनसभा में उपस्थित लोगों को न तो कोरोना का डर था न ही सामाजिक दूरी बनाए रखने या मास्क पहनने की जरूरत महसूस हुई। सभा में बड़ी संख्या में आए महिलाएं और छोटे बच्चे भीड़ में बगैर मास्क के बैठे हुए थे। सभा के सफल संचालन हेतु गांव-गांव घूमकर आमजनों से अपील का ही परिणाम रहा कि सभा में काफी संख्या में महिला एवं पुरुष सभा स्थल पर जुटे। हालांकि मुख्यमंत्री की सभा में उम्मीद के अनुसार भीड़ नहीं जुटी।भीड़ में इस तरह बैठी महिलाएं और बच्चे कोरोना से प्रभावित हो सकते थे और कोरोना विस्फोट हो सकता था। लेकिन लोग एक दूसरे से धक्का- मुक्की की स्थिति में नेता का भाषण सुनने में लगे रहे।चुनावी सभाओं में जुटने वाले लोगों को इस तरह की लापरवाही भारी पर सकती है।अब सवाल उठता है कि एक ओर नेताओं में भी कोरोना पॉजिटिव होने की खबर सामने आने लगी है। ऐसे में लोग चुनावी सभा में सामाजिक दूरी का ख्याल रखना भी जरूरी नहीं समझ रहे हैं।