– जनता रसोई 22 मार्च से कर रही मानव सेवा, बेजुबानों का भी रख रही ख्याल
बीकानेर। पीबीएम हेल्प कमेटी की ओर से जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने का कार्य आज 68वें दिन भी जारी रहा। कमेटी की ओर से आज 68वें दिन तक सवा तीन लाख से ज्यादा भोजन पैकेट्स जरूरतमंदों तक पहुंचाए गए।
पीबीएम हेल्प कमेटी के संयोजक एडवोकेट बजरंग छींपा और अध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह राजपुरोहित ने बताया कि जनता कफ्र्यू वाले दिन यानि 22 मार्च से जनता रसोई में भोजन बनाना और जरूरतमंदों में वितरण करने की सेवा शुरू की गई थी। तब से आज 68वें दिन तक जनता रसोई में सवा तीन लाख से ज्यादा लोगों का भोजन बनाया गया है और कमेटी के कर्मवीरों ने दिन और रात में विभिन्न क्षेत्रों में जाकर भोजन पैकेट जरूरतमंदों तक पहुंचाए हैं। इतना ही नहीं पीबीएम हेल्प कमेटी ने बेजुबान प्राणियों का भी लॉकडाउन के दौरान पूरी तरह से ख्याल रखने की कोशिश की है। आज तक तकरीबन 25 सौ किलो आटे की रोटियां बना कर बेजुबान प्राणियों को खिलाई है। बेजुबान जानवरों की सेवा आज भी जारी है।

कमेटी के संरक्षक डॉ. ललित सिंगारिया ने बताया कि लॉकडाउन के इन 68 दिनों में कमेटी के कर्मवीरों ने ब्रेड के 4500 सौ पैकेट, बिस्किट के 2500 सौ पैकेट भी जरूरतमंदों में वितरित किए हैं। कमेटी के कर्मठ कार्यकर्ताओं ने कोरोना महामारी से बचाव के लिए आमजन को जागरूक करने के साथ-साथ सात हजार मास्क भी लोगों को पहनाए हैं।
कमेटी के कर्मवीर हेमन्तकुमार पडि़हार और कालूराम चौधरी ने बताया कि सामाजिक सरोकार निभाते हुए कमेटी ने विभिन्न संस्थाओं को सवा सौ क्विंटल आटा सस्ती दर पर दिलवाया। जिससे वे भी इस आपदाकाल में मानव सेवा करने में पीछे नहीं रहें। साथ ही कमेटी की ओर से रेलवे की ओर से चलाई जा रही पांच श्रमिक ट्रेनों में सैकड़ों मजदूरों को भोजन उपलब्ध करवाया गया है। मजदूरों की सेवा के लिए कमेटी के कर्मवीरों ने पांच दिन और पांच रातें लगातार जनता रसोई में भोजन बनाने का कार्य किया है। कल यानि शुक्रवार रात को पश्चिम बंगाल के लिए भी श्रमिक ट्रेन रवाना की जा रही है। पीबीएम हेल्प कमेटी ने इस ट्रेन में जाने वाले मजदूरों के लिए भोजन उपलब्ध करवाने की तैयारी कर ली है।

कमेटी के ओमसिंह राजपुरोहित ने बताया कि संजय सोलंकी, प्रिया चौहान, टिल्लू बीकानेरी, लक्ष्मण सोनगरा, राकेश जनागल, विक्रम, नीरज भाटी, अमित जोईया, विमल बिनावरा, मदन देवड़ा, हरिप्रसाद, सुभाष, चन्द्रवीर सियाग, ऊषा कंवर, सुनीता मोडासिया, बबलू जनागल, रवि खत्री, प्रिया चौहान, राजेेश जनागल, सूरी गोदारा, खेमचंद सिरोही सहित बहुत से कार्यकर्ता सेवाकार्य में जुटे हुए हैं।