जयपुर।अनफॉर्चुनेटली जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा जिस रूप में इस खेल को खेला गया है, हमारी पार्टी के हमारे साथियों को जिस प्रकार से षड्यंत्र करके उनको ले जाया गया मानेसर में गुड़गांव में होटलों में रिसॉर्ट में रखा गया है, माहौल ऐसा बन गया है पूरी कंट्री के अंदर, राजस्थान में क्या हो रहा है पूरा घटनाक्रम आपको मालूम है। अब जाकर राज्यपाल महोदय ने जो आदेश जारी किया है, 14 को विधानसभा सत्र आहूत होगा, हमारे विधायक लोग 15 दिन से ज्यादा दिनों से बैठे हुए हैं, कुछ साथी हमारे बैठे हुए हैं वहां पर मानेसर में गुड़गांव में होटलों में तो डेमोक्रेसी के अंदर स्थिति क्लियर होनी चाहिए। एक तरफ तो कोरोना की स्थिति है महामारी की, चिंता कोरोना की सबको है और उस चिंता के बीच में पिछले तीन-चार-पांच महीनों से लगे हुए थे कोरोना की जंग को लड़ने के लिए, अच्छे ढंग से लड़ी गई, लोग बहुत खुश हुए कि सरकार जो कर सकती है उससे अधिक कर रही है, चाहे वो कैश बांटने की बात हो, चाहे वो गेहूं के रूप में, दाल के रूप में बांटने की बात हो, खाने के पैकेट दानदाताओं ने भामाशाहों ने खूब मदद की, MLAs अपने फंड से, MLAs चाहे बीजेपी के हों चाहे कांग्रेस के हों चाहे कोई हों, कोई कमी नहीं रखी, सबने मिलकर इस जंग को लड़ने का प्रयास किया, पूरे मुल्क में राजस्थान की वाहवाही हुई। यहां सब पक्ष-विपक्ष, सब पार्टियों वाले, सब धर्मगुरु, दानदाता सब आगे आ रहे हैं और इलाज के अंदर हमने कमी नहीं रखी। नए-नए प्रयोग हमारे सब सफल हुए, इसीलिए पूरे विश्व के अंदर उसकी तारीफ हुई, जो प्रयोग अस्पतालों में यहां पर हुए, उसी रूप में हमने कैपेसिटी बढ़ा दी टैस्टिंग की। आज हमने 40 हजार टैस्ट पर डे करने की कैपेसिटी पैदा कर ली है, उसी रूप में यहां पर इलाज हो रहे हैं, मृत्युदर सबसे कम है। अब तो 1 पर्सेंट से भी कम मृत्युदर हो गई है यहां पर राजस्थान के अंदर, हिंदुस्तान भर में सबसे अच्छी है इतनी कम हो गई है। डबलिंग रेट बहुत कम है, रिकवरी रेट शानदार है हमारे यहां पर, सब अच्छा हो रहा है।
उस मुल्क में आज डेमोक्रेसी की जो हत्या हो रही है उसकी चिंता हम सबको है। आज हमारे विधायक यहां बैठे हुए थे। जैसे ही परसों राज्यपाल महोदय का आदेश जारी हुआ और कहां-कहां से टेलीफोन आने लग गए उनके पास। हमारे विधायकों को खुद को, उनके परिवारवालों को, उनके मिलने वालों को, धमकी भरे भी, दबाव से भी, मानसिक रूप से परेशान कर दिया विधायकों को, ऐसा माहौल बना दिया। कल मैंने कहा आपको कि पहले वो 10 करोड़ पहली किश्त है उसके बाद 15 करोड़ मिलेंगे, बढ़ते-बढ़ते अब तो लिमिट ही खत्म हो गई है, बल्कि उनको पूछ रहे हैं कि आप बताओ क्या चाहते हो आप लोग।
जिस मुल्क में ये हॉर्स ट्रेडिंग हो रही हो जिस रूप में उस मुल्क का क्या होगा? हम सबकी ड्यूटी है, हर नागरिक की ड्यूटी है, मीडिया की ड्यूटी है, मुल्क में ज्यूडिशियरी हो, विधायिका हो, कार्यपालिका हो या मीडिया हो, सबकी ड्यूटी पहला काम है हम डेमोक्रेसी को बचाएं। हर नागरिक का कर्त्तव्य बनता है डेमोक्रेसी को बचाने के लिए वो आगे आए, ये मैं अपील करना चाहता हूं। इसीलिए हमारे विधायकों को, ये सोचा गया, काफी दिन से यहां बैठे हुए थे, इतना मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे थे कि हमने कहा चलो इनको शिफ्ट कर देते हैं। दबाव कम होगा वहां पर, ज्यादा दूर भी है, इसलिए हम जा रहे हैं।
मैं जयपुर रहूंगा खुद, मेरे मंत्रीगण जयपुर रहेंगे अधिकांश लोग, आते-जाते रहेंगे परंतु गवर्नेंस में हम लोग कोई कॉम्प्रोमाइज नहीं करेंगे। रोज मैं ले रहा हूं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कोविड को लेकर ले रहा हूं मैं, विभागों को लेकर ले रहा हूं मैं, रोज आदेश जारी हो रहे हैं, कानून व्यवस्था की स्थिति हमने संभाल रखी है पूरी तरह से, पर साथ में सरकार बचाना जरूरी है क्योंकि जिस प्रकार से गवर्नमेंट ऑफ इंडिया खुद लग जाए, गृह मंत्रालय लग जाए तो आप सोच सकते हो कि मुकाबला करने के लिए आज खुद जनता साथ दे रही है हमारा। राजस्थान का बच्चा-बच्चा, हर परिवार चिंतित है, वो सोच रहे हैं कि हो क्या रहा है मुल्क के अंदर? राजस्थान में क्या हो रहा है? इसको लेकर राजस्थान की पूरी 7 करोड़ जनता दुःखी है चिंतित है। हम उन सबकी भावनाओं को रीप्रजेंट करते हुए इस अभियान को चलाए हुए हैं, राजस्थान में भी अभियान चलेगा और हमारी पार्टी AICC ने सोनिया गांधी जी के नेतृत्व में, राहुल गांधी जी के नेतृत्व में जो बीड़ा उठाया है, सब राजभवनों के सामने हड़ताल की, धरना दिया मैसेज देने के लिए कि राजभवनों का दुरुपयोग इस प्रकार नहीं होना चाहिए। इसी प्रकार से हम लोगों ने स्पीकअप फॉर डेमोक्रेसी को बचाने के लिए सेव डेमोक्रेसी अभियान चलाया, करीब 10 करोड़ लोगों ने भाग लिया, तो आप सोच सकते हो कि किस रूप में लोग आगे आ रहे हैं और मैं समझता हूं कि इस अभियान में आप लोग भी साथ दें।