-हर बालक, महिला, व्यक्ति एवं समाज से अछूते व्यक्तियों को जागरूक करें, “ मन में विश्वास ,हम होंगे कामयाब का नारा “ पूरे देश में फैलाए: मुख्य न्यायधीश मित्तल
-रालसा के “ अस्पृष्यता से आजादी अभियान “ और “पोक्सो् प्रकरणों “ से पीड़ित बच्चों के लिए विशेष अभियान


जयपुर,(दिनेश शर्मा “अधिकारी “)। महात्मा गांधी के सिद्धान्तों पर चलकर ही हम समाज को सुधारात्मक प्रवृती की ओर ले जा सकते हैं। आज के आधुनिक युग ने व्यक्ति के नैतिक मूल्यों व चरित्र का हनन कर समाज को विनाश की ओर धकेल दिया है, जिसके कारण असहाय, गरीब, महिला, बच्चे, समाज के नीचे तबके के लोगों का शोषण हो रहा है, जो अच्छे विचार, अच्छे सोच, अच्छा चरित्र निर्माण करके ही समाज में व्याप्त कुरीतियों व बुरे संस्कारों को दूर किया जा सकता है। ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन से एवं प्रचार-प्रसार से समाज सुधार की बातें हमारे संज्ञान में जरूर आ जाती हैं, परन्तु हम उन पर अमल नहीं कर पाते हैं। हमें हर व्यक्ति के अन्दर एक अच्छा चरित्र निर्माण करने की आवश्यकता है। हमें बच्चों को अच्छे संस्कारों में ढालना है, जिससे देश का भविष्य उज्जवल बने। समाज में यह जागरूकता लानी है कि अच्छा बालक, अच्छे संस्कार लेकर बड़ा होगा तो अपने आप एक अच्छा व्यक्ति बनेगा। उन्होंने निर्देश दिए कि विधिक सेवा कार्यक्रमों के माध्यम से सभी न्यायिक अधिकारी व लीगल फक्सनरीज सभी को जागरूक करते रहें। हर बालक, महिला, व्यक्ति एवं समाज से अछूते व्यक्तियों को विधिक जागरूक करें, जिससे मन में विश्वास तो होंगे कामयाब का नारा पूरे देश में एक साथ कामयाब होगा। ये उदगार माननीय मुख्य न्यायाधीश, राजस्थान उच्च न्यायालय एवं मुख्य संरक्षक, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के विधिक सेवा दिवस” ( 9 नवंबर “) के अवसर पर रालसा के दो महाअभियानों का शुभारम्भ उदघाटन मे प्रकट किए।
कार्यक्रम में न्यायाधिपति पंकज भण्डारी, एवं जज इन्चार्ज, मीडियेशन, जयपुर ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों के माध्यम से छुआछूत से आजादी एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति के सदस्यों पर बढ़ते अत्याचारों की रोकथाम तथा पोक्सो अधिनियम, 2012 के तहत् बाल पीडितों को विषेष कानूनी सहायता दिलाये जाने के लिए महाभियान चलाया जा रहा है। माननीय न्यायाधिपति द्वारा राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा वैकल्पिक न्याय व्यवस्था के तहत् मध्यस्थता एवं लोक अदालत के माध्यम से प्रकरणों के शांतिपूर्ण निस्तारण पर अपना हर्ष व्यक्त करते हुए डोर स्टेप काउंसलिंग को एक सफल प्रयास बताया ।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में अस्पृष्यता के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत 02 तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया, जिसमें दिनेष कुमार गुप्ता, सदस्य सचिव, रालसा, अयुब खान, रजिस्ट्रार, राजस्थान स्टेट कमिषन फाॅर वूमन, शैलेन्द्र व्यास, रजिस्ट्रार, आर. एस. एच. आर. सी., श्री समित शर्मा, सचिव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, बी.एल. सोनी, डी.जी.पी, ए.सी.बी., राजस्थान, हरिमोहन मीणा, निदेषक एवं संयुक्त सचिव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग समरेन्द्र सिंह सिकरवार, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर जिला, डाॅ. नवीन नारायण, प्रोग्राम मैनेजर, एक्षन एड, जयपुर तथा सतीष कुमार, निदेषक, सेन्टर फाॅर दलित राईट द्वारा अपने विचार व्यक्त किये गये तथा उपस्थित प्रतिभागीगण से चर्चा कर विधि एवं लाभकारी योजनाओं की सम्पूर्ण जानकारी देते हुए उनकी समस्याओं का समाधान किया गया।
इसके उपरान्त राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा लाॅन्च किये गये अभियान का शुभारम्भ करते हुए माननीय न्यायाधिपति पंकज मित्थल, मुख्य न्यायाधीश, राजस्थान उच्च न्यायालय एवं मुख्य संरक्षक, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर तथा अन्य न्यायाधिपतिगण द्वारा पोस्टर एवं बैनर का विमोचन किया गया।
माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में राजस्थान उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधिपति प्रकाष गुप्ता, सम्मानित अतिथि तथा माननीय न्यायाधिपति पंकज भंडारी, विषिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त माननीय न्यायाधिपतिगण, राजस्थान उच्च न्यायालय, जयपुर पीठ, माननीय राजस्थान उच्च न्यायालय, जयपुर पीठ की रजिस्ट्री के अधिकारीगण, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकारीगण, जयपुर मुख्यालय पर पदस्थापित न्यायिक अधिकारीगण, पुलिस एवं प्रषासन के उच्च अधिकारी, पैनल अधिवक्तागण, विधि के विद्यार्थीगण, गैर सरकारी संस्थान के सदस्यगण, पी. एल. वी. एवं विभिन्न विभागों के प्रतिनिधिगण भी उपस्थित रहे।
उनके द्वारा समारोह के मुख्य अतिथि सी जे आई पंकज मित्थल , मुख्य न्यायाधिपति, राजस्थान उच्च न्यायालय एवं अन्य न्यायाधिपतिगण व उपस्थिति अतिथिगण का हार्दिक अभिनन्दन एवं स्वागत किया।
पुरूषोत्तम लाल सैनी, विशिष्ठ सचिव, रालसा ने अपने धन्यवाद उद्बोधन में, शुभारम्भ समारोह में सभी अतिथिगण के पधारने के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया।
