– 8 दिन बीतने के बावजूद प्रशासन की योजना धरातल पर नहीं आ पाई
– समाजसेवी अपने खर्च से वार्डों, गलियों व कालोनियों को करवा रहे हैं सैनेटाजेशन
हर्षित सैनी
रोहतक, 4 अप्रैल। कोरोना वायरस महामारी ने पूरी दुनिया को हिला रखा है। इससे निपटने में सरकार एवं अधिकारी नाकाफी साबित हो रहे हैं। कोरोना वायरस से जंग लड़ने के लिए हर कोई तैयार है किन्तु रोहतक का जिला प्रशासन मिट्टी का माधो बना बैठा है। यहां प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है जबकि दूसरी ओर सामाजिक संगठनों व सामाजिक कार्यकर्त्ताओं ने इस काम का बीड़ा उठाया लिया है।
अधिकारियों ने दावा किया था कि 3 दिन के भीतर नगर के सभी 22 वार्डों के लिए योजना बना ली गई है। 9 नोडल अधिकारी की निगरानी में सब कार्य किया जाएगा। अधिकारियों ने कहा था कि सभी कालोनियों सार्वजनिक स्थानों व अन्य क्षेत्रों में यह कार्रवाई की जाएगी। प्रशासनिक अधिकारियों ने जनता से इसके लिए सहयोग की भी अपील की थी।
नगर निगम प्रशासन ने दावा किया था कि शहरी क्षेत्र में स्वच्छता अभियान, सैनिटाजेशन, फागिंग और दवाओं का छिड़काव लगातार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया था कि सबसे पहले संस्थानों व कॉलोनियों के प्रमुख मार्गों पर सैनेटाजेशन करवाया जाएगा, जो क्षेत्र इस अभियान से छूट गए हैं, वहां टीमें भेज तत्काल कार्रवाई की जाएगी। कुछ क्षेत्रों को चिन्हित भी कर लिया गया है, वहां संबंधित क्षेत्रों में टीमें भेजी जाएंगी। निगम प्रशासन ने हाल ही में 8 टन दवा का इंतजाम कराया था ताकि शहर में दवाओं का छिड़काव करवाया जा सके।
नगर निगम के मेयर मनमोहन गोयल, नगर निगम के आयुक्त प्रदीप गोदारा ने बताया था कि स्प्रे हेतु गुड़गांव से दवा खरीदने की मंजूरी मांगी गई है। दवा के रोहतक बसने के बाद सैनिटाइजेशन का कार्य और तेजी से करवाया जाएगा। उनका दावा था कि किसी भी क्षेत्र, कॉलोनी व गली को सैनिटाइजेशन से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा।
जिला प्रशासन व अधिकारियों के दावों के विपरीत रोहतक शहर में सैनेटाजेशन का कार्य कहीं हुआ ही नहीं है और कहीं हो भी रहा है तो वह सामाजिक संगठन व समाजसेवी लोगों ने इसे करवाने का बीड़ा उठाया हुआ है। इन्हें भी ये कार्य करने में काफी अड़चनों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन इनकी दवा व ट्रैक्टर आदि उपलब्ध कराने की बजाए अपने हाथ खड़े कर रहा है। यहां तक कि कमीश्नर ने भी इनकी मदद करने से साफ इंकार कर दिया। अब ये समाजसेवी अपने खर्च से वार्डों, गलियों व कालोनियों को सैनेटाजेशन करवा रहे हैं।
शहर के कुछ पूर्व पार्षद अपने-अपने वार्डों वाली कालोनियों, गलियों यहां तक कि दूसरे वार्डों की कालोनियों में भी सैनेटराइज कर रहे हैं। पिछले 4 दिनों से वार्ड नंबर 8 में पूर्व पार्षद जगबीर सिंह राठी ने सिर्फ अपने वार्ड ही नहीं बल्कि दूसरी कॉलोनियों को भी सैनेटराइज करने का बीड़ा उठाया है।
उन्होंने बताया कि वे अब तब एक बार किशनपुरा, विशाल नगर, जसबीर कालोनी, आजादगढ़, चाणक्यपुरी, लक्ष्मी नगर व भरत कालोनी में करवा चुके हैं। जल्द ही दूसरा राऊंड भी करवाया जाएगा।
जगबीर सिंह राठी ने बताया कि कारोना वायरस को खत्म करने के लिए दवाई का स्प्रे किया जा रहा है। सैनेटराइज करने का कार्य वे स्वयं करवा रहे हैं और पूरे वार्ड में स्प्रे किया जाना है। उनके साथ कई युवा साथी भी इस काम में सहयोग कर रहे हैं, ट्रैक्टर पर मशीन लगाकर स्प्रे किया जा रहा है।
पूर्व पार्षद ने एक सवाल के जवाब में बताया कि जिला प्रशासन की स्वयंसेवी लोगों के आगे आकर मदद करने की अपील पर वे आगे आए थे लेकिन प्रशासन ने कोई मदद नहीं की। नगर निगम के कमीश्नर ने भी मदद करने से साफ इंकार कर दिया। उन्होंने बताया कि हम अपना ट्रैक्टर, मशीन, लेबर लेकर गए थे लेकिन उन्होंने कोई मदद करना तो दूर दवाई देने से भी साफ इंकार कर दिया। इसके बाद उन्होंने रोहतक के विधायक भारत भूषण बतरा के पास गए तो उन्होंने स्प्रे करने की दवा उपलब्ध करवाई।
चाणक्यपुरी में रहने वाले देवेंद्र सिंह फौगाट से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि मौहल्ले के लोगों ने निगम प्रशासन से उनकी कालोनी को सैनेटाजेशन करवाने की मांग की थी लेकिन उन्होंने साफ मना कर दिया। अब पूर्व पार्षद जगबीर सिंह राठी ने पूरी कालोनी में स्प्रे करवा बहुत अच्छा काम किया है।
इधर गौड़ ब्राह्मण शिक्षण संस्थान के आसपास इन्दिरा कालोनी की गऊ सेवा समिति अपने पैसे खर्च कर दवा का छिड़काव करवाया। समिति के प्रधान काला ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने हेतु वे गौड़ ब्राह्मण कालेज की आसपास की सभी कालोनियों, इन्दिरा कालोनी, कृष्णा कालोनी, रूप नगर, सैनी आनन्द पुरा, सैनीवास व माता दरवाजा की गलियों व कालोनियों में सैनेटाजेशन करवा रहे हैं।