

– सीडलिंग स्कूल की शिकायत पर जांच के निर्देश
जयपुर।सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पश्चात भी उसकी अवहेलना करते हुए बकाया फीस के कारण जयपुर के अनेक निजी स्कूलों द्वारा विद्यार्थियों की ऑनलाइन क्लासेज बंद किये जाने, परीक्षा से वंचित किए जाने, सीबीएससी बोर्ड की फॉर्मेलिटी की आड़ में बकाया फीस के लिए दबाव बनाने व अभिभावक द्वारा टीसी मांगे जाने पर भी ना देने के मामले अब भी सामने आना जारी है।
– विजयवर्गीय की शिकायत पर स्कूल शिक्षा विभाग ने लिया संज्ञान
स्कूल शिक्षा संयुक्त निदेशक घनश्याम दत्त जाट ने अभिभावक एकता आंदोलन राजस्थान के संयोजक मनीष विजयवर्गीय द्वारा सीडलिंग स्कूल जवाहर नगर के अभिभावक प्रतीक जैन की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जयपुर पश्चिम को सीडलिंग स्कूल जवाहर नगर की शिकायत पर शासकीय पत्र जारी करते हुए जाँच कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
– अभिभावक को मकान बेचना पड़ा परंतु स्कूल रियायत देने को तैयार नहीं
विगत 19 माह से अभिभावकों के हितों के लिए जमीनी संघर्ष कर रहे अभिभावक एकता आंदोलन राजस्थान के संयोजक मनीष विजयवर्गीय ने बताया कि सीडलिंग पब्लिक स्कूल की कक्षा 6 में अध्ययनरत छात्र के अभिभावक प्रतीक जैन का व्यापार कोरोना के दुष्प्रभाव के कारण बंद हो गया है जिस कारण उन्हें अपना मकान भी बेचना पड़ा, उन्होंने स्कूल की 40,000 फीस भी जमा करवा दी थी परंतु बकाया फीस 37000 की वसूली पर स्कूल अमादा है उनकी आर्थिक स्थिति नहीं कि वह बकाया राशि दे पाए, ऐसे मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने मानवता के आधार पर स्कूलो को निर्णय लेने का लिखित मार्गदर्शन दिया था परंतु स्कूल ने मानवीयता को ताक में रखते हुए विद्यार्थी की टीसी जारी करने से भी इनकार कर दिया है।
-शिक्षा को पूरी तरह व्यापार बना देने वाले स्कूलों की सूची करेंगे जारी
विजयवर्गीय ने कहा कि “प्रदेश भर में करीब 50 बड़े निजी स्कूलों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश की खुलेआम अवहेलना किये जाना जारी है ऐसा किया जाना उनकी कानून व सरकार के प्रति बेखोफी को दर्शाती है, शिक्षा को व्यापार बना देने वाले स्कूलों की सूची हम जल्द ही निदेशक सीबीएसई व निदेशक माध्यमिक शिक्षा को उपलब्ध करा मांग करेंगे कि इनकी मान्यता रद्द की जाए जिन स्कूलों ने अभिभावकों के साथ साथ मासूम बच्चों को मानसिक प्रताड़ना दी है उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए।”
