अनूप कुमार सैनी
सिरसा। देश के बड़े मामलों में से एक 532 किलोग्राम हेरोइन बरामदगी मामले में मोस्टवांटेड रंजीत उर्फ चीता परिवार के साथ सिरसा में हो सकता है, इसका अंदेशा नहीं रहा। पंजाब के मार्फत आई सूचना के बाद टेरेरिस्ट फंडिंग से जुड़े मोस्टवांटेड को पकड़ने के लिए पुलिस ने फुलप्रूफ प्लान के लिए एक घंटे कड़ी मशक्कत की।
बिना किसी नुकसान के आरोपितों को पकड़ने की जिम्मेदारी सिरसा के डीआइजी डॉ. अरुण सिंह को दी गई। उन्होंने सुरक्षा कवच को दोहरा रूप दिया ताकि कहीं कोई भी परेशानी न आए। इसके बाद ऑपरेशन शुरू हुआ। घर के ऊपर बने कमरों में सो रहे चीता व उसके भाई गगनदीप को पकड़ लिया।
पंजाब से इनपुट की जानकारी सिरसा के डीआईजी के पास ही रही और ऑपरेशन को बड़े गुप्त ढंग से सिरे चढ़ाने के लिए एनआइए, पंजाब पुलिस और सिरसा के वरिष्ठ अधिकारियों ने सदर थाना में बैठक की। पंजाब से यह भी इनपुट रहा कि चीता आतंकी गतिविधियों से जुड़ा हुआ है और बड़े स्तर पर फायरिंग हो सकती है। इसके बाद पुलिस ने गांव बेगू के निकट ढाणी क्षेत्र में घेराबंदी कर दी। बाहर के नाके लगा दिए लेकिन किसी को नहीं पता था कि ऑपरेशन कहां होना है।

सिरसा पुलिस के पास एक बड़ी परेशानी यह थी वह आरोपितों को पहचानती नहीं थी। सही घर की पहचान नहीं थी और न ही वक्त था। ऑपरेशन पर निकलते ही सीआईए सिरसा के उप निरीक्षक ने एक घर के बाहर गाड़ी रोक दी और संभावना जताई कि यही घर हो सकता है।
इस घर के सामने एक अन्य घर था, जिसकी दीवार से झांका गया तो कोई नजर नहीं आया। इसके बाद सामने वाले घर को कवर कर लिया गया। जो इनपुट था, उसके हिसाब से अनुमान सही नजर आया। कूलर चल रहे थे इसलिए पुलिस की कार्रवाई की भनक चीता के परिवार के किसी भी सदस्य को नहीं लगी। उन्हें तो तब ही पता चला जब पुलिस ने ऊपर सो रहे दोनों भाइयों के कमरों पर दस्तक दी।
सुरक्षा को लेकर चिंतित दिखे अधिकारी तो डीआइजी बोले, ऐसे कई ऑपरेशन किए
ऑपरेशन से जुड़े अधिकारियों के अनुसार 60 से अधिक पंजाब पुलिस के जवान और करीबन सौ जवान सिरसा पुलिस के इस ऑपरेशन में शामिल रहे। फ्रंट को लेकर विशेष चर्चा हुई कि कौन-किसे कवर करेगा और बैकअप कौन देगा। गाड़ियों को इस ढंग से लगाया गया कि फायरिंग के मामले में जवानों को नुकसान न हो।

पीछे और दाएं-बाएं कवर करने का संकेत मिलने के बाद फ्रंट पर डीआईजी आ गए और उन्होंने ही घर के बाहरी दरवाजे पर दस्तक दी। दरवाजा किसी ने नहीं खोला तो पुलिस ने उसे धकेल कर खोल लिया और इसके बाद घर में प्रवेश किया। गर्मी के कारण कूलर चल रहा था, जिसके आवाज के कारण पुलिस की गतिविधि की परिवार के सदस्योंं को भनक नहीं लगी। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि सिरसा में ही मोबाइल रिचार्ज करवाते रहे लेकिन इनके बारे में किसी को भनक नहीं लगी।
तीन घंटे चला सर्च ऑपरेशन, बगीची की हुई खुदाई
दोनों को काबू करते ही पुलिस ने घर में सर्च ऑपरेशन किया। तीन घंटे तक पूरे घर को खंगाला गया। परिजनों से भी पूछताछ की गई। इसके बाद पंजाब पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इसी गिरोह के एक सदस्य ने पंजाब में एक स्थान पर घर की बगीची में ही करोड़ों की नकदी छिपाई हुई थी। यहां भी ऐसा कुछ हो सकता है, जिसके चलते पुलिस ने बगीची की खुदाई की लेकिन कुछ नहीं निकला।
चीता ने बढ़ाई दाढ़ी तो भाई ने की वेल्डिंग की दुकान
सिरसा में दोनों भाइयों ने खुद को छिपाने के लिए पूरे प्रबंध किए। चीता ने दाढ़ी बढ़ा ली ताकि कोई उसे पहचान न पाए और उसके छोटे भाई गगनदीप ने वेल्डिंग की दुकान कर रखी थी। हालांकि काम कम करता था लेकिन दिखाने के लिए दुकान थी। इसका खुलासा भी पुलिस के छापे के बाद ही हुआ।
गगनदीप के रिश्ते के साढू वेदवाला निवासी गुरमीत सिंह की आइडी पर मकान किराये पर लिया हुआ था। गुरमीत से पुलिस ने एक किलो 200 ग्राम चूरापोस्त बरामद किया है और उसे गिरफ्तार कर लिया है। चीता के पांच अन्य भाई हैं, जिनमें 3 जेल जा चुके हैं।

-इन प्रश्नों के जवाब ढूंढ़ रही पुलिस
चीता व उसके भाई गगनदीप ने सिरसा को क्यों चुना?
अमृतसर से दूरी इसका कारण थी या सिरसा को खुद के लिए सेफ माना, साथ ही पुलिस यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि सिरसा में किन लोगों के संपर्क में रहे।
उनके यहां कोई और मोस्ट वांटेड आकर तो नहीं रुका, यह भी जांच का विषय हो गया है।
हरियाणा सिरसा के पुलिस अधीक्षक अरुण नेहरा ने बताया कि रणजीत उर्फ चीता एनआईए व पंजाब पुलिस को अब तक की सबसे बड़ी पकड़ी गई हेरोइन की खेप में वांछित था। इसके अलावा उसके खिलाफ 10 अन्य मामले भी विभिन्न थानों में चल रहे हैं।
उन्होंने बताया कि मिली गुप्त सूचना के आधार पर एनआईए, पंजाब व हरियाणा पुलिस द्वारा एक सांझा ऑपरेशन चला कर कुख्यात बदमाश चीता व उसके भाई गगनदीप को सिरसा के करीब गांव बेगू के पास एक मकान से गिरफ्तार किया है। चीता, उसके भाई गगनदीप को पंजाब पुलिस अपने साथ ले गई है। जिनका प्रोडक्शन रिमांड पर लिया जाएगा, जिसके बाद की और खुलासे होने की पुलिस को मिले हैं।।

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