चंडीगढ़।
मोहाली के सिविल अस्पताल में 9th क्लास में पढ़ने वाली 15 साल की लड़की के मां बनने का मामला सामने आया है। पड़ोस में रहने वाले आरोपी ने फ्रेंड बनकर लड़की से फिजिकल रिलेशन बना लिए थे। नाबालिग ने बच्ची का जन्म दिया। हालांकि पीड़ित परिवार ने नवजात को अपनाने से इनकार कर दिया। लिहाजा डिस्ट्रिक मोहाली चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने उसे अडॉप्ट कर लिया है। अब बच्चे की देखरेख कमेटी करेगी। चाइल्ड आफिसर नवप्रीत कौर ने बताया कि नवजात बच्ची को गोद देने की प्रक्रिया होगी।

पीड़िता ने पुलिस को बयान दिया है कि शमशेर सिंह नाम का युवक उसका दोस्त बन गया था। वह उसकी मां-बाप की गैर हाजिरी में उसके घर आता था और उसने ही उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए। लेकिन लॉकडाउन में कहां चला गया इसका किसी को नहीं कुछ पता।अब पुलिस इस युवक की तलाश में जुटी हुई है। आईओ बलजीत कौर ने बताया कि जिस एरिया में पीड़िता रहती थी पुलिस उसके आसपास के एरिया की तलाश कर रही है ताकि आरोपी शमशेर के बारे में कोई जानकारी मिल सके। रेप का केस दर्ज होने के 3 दिन बाद भी आरोपी के बारे में कोई सूचना नहीं मिल पाई थी। आईजी ने बताया कि आरोपी ने अपना नाम और पता पीड़िता को गलत बताया था। वहीं मां-बाप को लेकर भी हैरानी जताई जाती है कि बच्ची की प्रेग्नेंसी के बारे में उनका पता कैसे नही चला?

उन्होंने बताया कि पुलिस की जांच दो बातों पर अटकी है। एक ये कि प्रवासी व्यक्ति का नाम शमशेर सिंह नहीं हो सकता आरोपी ने पीड़िता को अपना नाम गलत बताया, दूसरा पीड़ित परिवार पुलिस से कुछ छुपा रहा है। ऐसा कभी संभव नहीं की 15 साल की बच्ची जिसने नवजात को जन्म दिया उसका कभी भी पेरेंट्स में इससे पहले डॉक्टर ने कहीं चेक ना करवाया हो या बच्ची को प्रेग्नेंसी के बाद पेट में दर्द न हुई हो । 15 साल की बच्ची ने नौवें महीने में नवजात को जन्म दिया है। इसलिए पुलिस इस मामले में गहनता से जांच कर रही है।