रिपोर्ट – कविता कंवर राठौड़
बीकानेर। बटुक भैरव जयन्ति के उपलक्ष में बारह गुवाड़ चौक स्थित भैरव दरबार में भैरव अनुष्ठान शुरू हुआ। राधे ओझा ने बताया कि भैरव साधक प.प्रहलाद ओझा ‘भैरु’ द्वारा भैरव नाथ के मूल मंत्र ‘ॐ ह्री बटुकाय आप दुधारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्री ॐ’ द्वारा दुग्ध से अभिषेक कर दूध गुड़ की अमृत मदिरा तथा इमरती कचौड़ी,दही बड़ा व पंच मेवा का भोग लगाया गया। अक्षत से भैरव यंत्र का निर्माण कर उनकी पूजा की गई।
राधे ओझा ने बताया कि तीन दिवसीय अनुष्ठान रविवार बटुक भैरव जयन्ति तक चलेगा। इस दौरान कुल 15001भैरव अष्टोत्तर शतनाम पाठ,स्वर्णकृष्ण भैरव मन्त्र का पंडितों द्वारा जाप,भैरव के 108 नामों से केशर चन्दन चावल व पुष्प से भैरव नाथ के अंगों की पूजा,पात्र स्थापना पूजा,यंत्रों की विशेष पूजा होगी तथा रविवार को तेलाभिषेक, श्रृंगार के पश्चात हवन होगा।
शनिवार को भैरव अनुष्ठान के बीच भैरव भजनों,भैरव कष्ट हरम तांडव स्तोत्र गायन तथा स्तुति वंदना के अलावा छोटुजी ओझा कृत ‘भैरुं तुम्बड़ी’ का गायन होगा।