जोधपुर।जोधपुर बाईक पर जातरुओं का जत्था।इन दिनों जोधपुर में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। जयपुर हाइवे हो या पाली या फिर जैसलमेर-बाडमेर, हर कही लोक देवता बाबा रामदेव के श्रृद्धालुओं का जत्था नजर आता है। जोधपुर शहर की सड़कों पर भी यह जत्था, पैदल, बाईक या फिर गाडियों में हाथों में रामदेवजी ध्वाजा(नेजा) लिए बाबे के जयकारे लगाते हुए नजर आते है। मीलों लम्बा सफर पैदल, साइकिल,मोटर साइकिल या फिर जुगाड़ के माध्यम से तय कर जोधपुर पहुंच रहे है। जोधपुर के मसुरिया स्थित बाबा रामदेव के गुरु बालिनाथ की समाधी पर धोक लगाकर रामदेवरा की ओर प्रस्थान कर रहे है।
पिकअप में लगाया जुगाड़, खाने के सामान के साथ ही पिकअप पर कवर कर ऊपर के हिस्से में लेटने की व्यवस्था कर रखी है। गुजरात से यह गाड़ी जोधपुर में दर्शन कर रामदेवरा जाएगी।
पिकअप में लगाया जुगाड़, खाने के सामान के साथ ही पिकअप पर कवर कर ऊपर के हिस्से में लेटने की व्यवस्था कर रखी है। गुजरात से यह गाड़ी जोधपुर में दर्शन कर रामदेवरा जाएगी।
कोरोना के चलते इस बार भी मसूरिया व रामदेवरा में मेला नहीं भरने के आदेश जारी हो चुके है बावजूद इसके जातरुओं के जत्थे भारी मात्रा में जोधपुर पहुंच रहे है।
अलवर से आगे गांव से पैदल चल कर आ रहे इस जत्थे के युवकों ने बच्चों की पुरानी ट्राइसाइकिल को बेग रखने की ट्रोली बना ली ताकि बैग को कंधे पर ना उठाना पड़े।
अलवर से आगे गांव से पैदल चल कर आ रहे इस जत्थे के युवकों ने बच्चों की पुरानी ट्राइसाइकिल को बेग रखने की ट्रोली बना ली ताकि बैग को कंधे पर ना उठाना पड़े।
ट्रेक्टर पर जुगाड़। गुजरात से आए जातरु के जत्थे इस तरह ट्रेक्टर पर जुगाड़ बना कर पहुंच रहे है। लंबे सफर को तय कर जोधपुर के बाद रामदेवरा की ओर निकलेंगे।
ट्रेक्टर पर जुगाड़। गुजरात से आए जातरु के जत्थे इस तरह ट्रेक्टर पर जुगाड़ बना कर पहुंच रहे है। लंबे सफर को तय कर जोधपुर के बाद रामदेवरा की ओर निकलेंगे।बालीनाथ की समाधी पर धोक लगा कर ही आगे बढते है।
लोकदेवता बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ का समाधी स्थल जोधपुर के मसुरिया क्षेत्र में बाबा रामदेव मंदिर में स्थित है। मान्यता व परम्परा के चलते कोई भी जातरु यहां धोक लगाए बिना आगे नही बढ़ता है। यही कारण है कि जोधपुर में लाखों की संख्या में जातरु हर भादवे के महिने में पहुचते है। भाद्रपद माह के शुरुआत के साथ ही जातरुओं की शहर में आने की रेलमपेल लग जाती है।
जोधपुर के मसुरिया स्थित रामदेव मंदिर में जोधपुर के मसुरिया स्थित बाबा रामदेव मंदिर में इस बार फिर नही मेला नही भरेगा। समस्त श्री पीपा क्षत्रिय समाज ट्रस्ट ने सरकारी गाइड लाइन के अनुसार यह फैसला लिया है। अध्यक्ष श्री नरेन्द्र चौहान ने बताया भादवे की दूज को सुबह मंगला आरती ओर उसके बाद दोपहर को ट्रस्ट द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा। जिसमे ट्रस्ट के गणमान्य व्यक्तियों को बुलाया गया है।
हर वर्ष इन जातरुओं की अगवानी के लिए समाज सेवी संथाएं उमड़ पड़ती है। पग-पग पर कैंप लगा कर जातरुओं के खाने-पीने व चाय नाश्ते के साथ उनके इलाज व जरुरत के सामान की व्यवस्था लोग निशुल्क करवाते है। बड़े-बडे पांडाल में भंडारें संचालित होते है जहां विश्राम के साथ जातरु खाने की व्यवस्था भी रहती है। लेकिन इस बार जातरुओं को ऐसी आव-भगत नजर नहीं आ रही। कोरोना के चलते इन सब पर प्रशासन ने रोक लगा रखी है।