

लापरवाही के आरोप में निलंबित किए गए थाना अध्यक्ष
एस एन श्याम / अनमोल कुमार
पटना। बिहार के भागलपुर में गुरुवार को देर रात हुए भीषण विस्फोट में तीन मंजिला मकान मलबे में तब्दील हो गया। 14 लोगों की मौत हो गई। जबकि 10 लोग बुरी तरह घायल होकर अस्पताल में जीवन मौत से संघर्ष कर रहे हैं ।मृतकों में आधा दर्जन महिलाएं एवं मासूम बच्चे भी शामिल हैं। इस घटना में लापरवाही बरतने के आरोप में स्थानीय थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है। राज्य के पुलिस महानिदेशक एस के सिंघल ने शुक्रवार को देर शाम एक संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से इस वारदात की पुष्टि की।
विस्फोट इतना शक्तिशाली था की धमाके की आवाज लगभग 5 किलोमीटर तक सुनाई दी। घटनास्थल के आसपास के कई मकान भी ध्वस्त हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार 3 मार्च के रात लगभग 12:00 से 1:00 के बीच भागलपुर शहर के तातारपुर क्षेत्र काजीचक मोहल्ले में मोहम्मद आजाद के घर भीषण विस्फोट के धमाके से पूरा इलाका दहल गया। घटना की जानकारी होते हैं भागलपुर के डीआईजी सुजीत कुमार आनन-फानन में घटनास्थल पर पहुंचे। रेस्क्यू का काम शुरू किया गया और मलबे में दबे लोगों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया। भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में घायलों का इलाज चल रहा है। डीजीपी के अनुसार विस्फोट में मारे गये लोगों की पहचान लीलावती देवी, पिंकी देवी, आरती कुमारी, शीला देवी, नंदिनी देवी, प्रियांशू कुमार ,अयांश कुमार, सुनील मंडल, मुनमुन कुमार इत्यादि के रूप में की गई है। जानकार बताते हैं कि 18 मार्च को शबे बारात के अवसर पर उपयोग के लिए बम बनाने का काम चल रहा था ।बताते हैं कि आई बी ने भी इस धमाके को लेकर राज्य पुलिस मुख्यालय और भागलपुर पुलिस प्रशासन को भी एलर्ट किया था। घटनास्थल पर पुलिस का बम निरोधक दस्ता और फॉरेंसिक विभाग पहुंच कर मामले की जांच के लिए विस्फोटक सामग्री के सैंपल एकत्र किया है।
इस वारदात से पूरे भागलपुर में दहशत और अफरा-तफरी का माहौल है। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में तातारपुर के थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर एस के सुधांशु को निलंबित कर दिया गया है। घटनास्थल को आई बी और अन्य सुरक्षा दलों ने भी अपने घेरे में ले लिया है।