– शीतकालीन सत्र में भाजपा और वामपंथी आमने-सामने

एस एन श्याम / अनमोल कुमार की रिपोर्ट

पटना ।बिहार विधानसभा का पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया ।सत्र के प्रथम दिन ही बीजेपी और वामपंथी दल एक दूसरे के सामने ताल ठोकने लगे। सत्ता पक्ष और विपक्ष आपस में उलझ गया। शोर-शराबे और हंगामे के बीच है विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने शोक प्रस्ताव पढ़ा और उसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
दिन के 11 बजे शीतकालीन सत्र की शुरूआत होते ही बीजेपी के विधायक संजय सरावगी अपनी सीट पर खड़ा होकर कुछ बोलने लगे तो इधर वामपंथी विधायक भी सदन में शोरगुल करने लगे ।इस दरमियान दोनों पक्ष की ओर से शोरगुल ,हंगामा, तू तू ,मैं मैं हुई ।

वामपंथी विधायक महबूब आलम कंगना राणावत के बयान को लेकर शोरगुल कर रहे थे और सदन में चर्चा करने की मांग कर रहे थे तो दूसरी ओर भाजपा के विधायक संजय सरावगी का कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 वर्षों के लिए आजादी के महत्व और जवाबदेही को लेकर जन जागरण किए जाने के प्रस्ताव में जनप्रतिनिधि की भूमिका को महत्व पूर्ण करने पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। इस दरमियान विधानसभा अध्यक्ष श्री सिन्हा शोक प्रस्ताव पढ़ते रहे और सदन शोरगुल में डूबा रहा। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इन मुद्दों पर कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में चर्चा होनी चाहिए।
बहराल शोरगुल और हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने दर्जन भर से ज्यादा नेताओं, समाजसेवियों और सदन से जुड़े पूर्व विधायकों तथा विधान पार्षदों को श्रद्धांजलि दी और शोक प्रस्ताव पढ़ा ।