.. बीकानेर। अपराधियों को पकडऩे के लिए बीकानेर जिले के चारों हाइवे पर जिग-जैग प्वाइंट होंगे जहां हथियारबंद पुलिसकर्मी नाकाबंदी करेंगे। इन प्वाइंट पर अवरोधक लगाकर वाहनों की चैकिंग की जाएगी। हरियाणा-पंजाब से अपराधियों के लग्जरी गाडिय़ों में बीकानेर में आकर वारदात करने और फरार हो जाने की वारदातों को देखते हुए पुलिस महकमे ने हाइवे पर प्रभावी नाकाबंदी करने की योजना बनाई है। जयपुर रोड बाइपास, जोधपुर हाइवे, श्रीगंगानगर हाइवे और जैसलमेर हाइवे पर नगर निगम सीमा में प्रवेश करने वाले स्थानों पर जिग-जैग प्वाइंट बनाए जाएंगे। इन स्थानों पर अवरोधक लगाकर हथियारबंद पुलिसकर्मी नाकाबंदी करेंगे और वाहनों पर नजर रखेंगे।अपराधियों का पीछा करने के लिए हाइवे पर पुलिसकर्मियों को वाहन भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। नए भर्ती हुए 425 कांस्टेबल की ट्रेनिंग पूरी हो गई है और शीघ्र ही वे बीकानेर में ज्वाइन कर लेंगे। उनके आने पर इस योजना को मूर्त रूप दिया जाएगा।पिछले कुछ समय से बीकानेर में लगातार अपराधिक वारदातें हो रही हैं। अपराधी वारदात कर भाग निकलते हैं। या फिर, दूसरे जिले और राज्यों के अपराधी वहां वारदात कर फरारी काटने के लिए बीकानेर आते हैं। जिले में प्रिवेंटिव पुलिसिंग की कमी के कारण उनकी जानकारी नहीं मिल पाती और वे पकड़ में नहीं आते। इसके अलावा हाइवे मोबाइल भी नजर नहीं आती। अपराधियों को पकडऩे में हाइवे मोबाइल की भूमिका सामने नहीं आई है।हाइवे पर सीसीटीवी कैमरों की जरूरतबीकानेर जिले में चारों हाइवे पर सीसीटीवी कैमरे नहीं है। वारदात के बाद अपराधी लग्जरी गाडिय़ों में फरार हो जाते हैं और उनका पता नहीं चल पाता। हाइवे पर सीसीटीवी कैमरे नहीं होने के कारण अपराधी कौनसी गाड़ी में थे और किस तरफ भागे, इसकी जानकारी नहीं मिल पाती। अभय कमांड सेंटर की ओर से शहर से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन वह भी अब तक सफेद हाथी ही साबित हुए हैं।