बीकानेर। जानकार सूत्रो से पता चला है कि पुलिस हैड क्वार्टर की फटकार के बाद बीकानेर का पुलिसतंत्र क्रिकेट सटोरियों व हवाला कारोबार से जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए हाथ पैर मारने शुरू कर दिये है, इसके लिए पुलिस की स्पेशल टीम ने कुछ सटोरियों की जानकारी भी जुटाई है, मगर लगता नहीं कि वगैर संबंधित थाना क्षेत्र के सहयोग बिना स्पेशल टीम को कोई सफलता मिलेगी, कारण स्पेशल पुलिस टीम में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनकी थानाधिकारियो से सांठ-गांठ है और वह स्पेशल टीम की रवानगी से पहले ही गोपनीय रूप से संबंधित थाने को सूचना भिजवा देते है, जो किसी न किसी ढंग से सटोरियों के पास पहुंच जाती, और सटोरियों काखुफिया तंत्र इतना मजबूत है कि कुछ ही पल में सभी सटोरियों को सावधान कर दिया जाता है।
जैसी कि खबर मिली है कि कल रात को भी पुलिस की स्पेशल टीम ने जानकारी के आधार पर आईपीएल मैच के दौरान किसी बड़े सटोरिये को पकडने का प्रयास किया था, मगर पुलिस की स्पेशल टीम की रवानगी से पहले ही गोपनीय रूप से सटोरियों को खबर मिल गईं थीं कि आज पुलिस हरकत में आ गई है, और उनके निशाने पर बीकानेर का एक बडा बुकी है, यह खबर मिलते ही समूचे क्रिकेट सटोरियों में भगदड मच गई, कहते हैं कुछ ही पल में लगभग सभी बुकियो ने अपने ठिकाने बदल लिए, जिसके कारण पुलिस की प्लानिंग पर पलीता लग गया। इस बात में कितनी हकीकत है यह तो पुलिस की स्पेशल टीम ही बता सकती है, मगर यह सही है कि आईपीएल मैच शुरू होने के कुछ समय बाद ही क्रिकेट सट्टा बुकियो में भगदड जरूर मच गई थी, और अनेकों बुकियो ने तो कुछ देर के लिए सट्टा व्यापार ही रोककर संचार व्यवस्था से कनेक्शन कट कर दिये थे। बाद में आश्वस्त होने के बाद सट्टा व हवाला कारोबार को वापस संचार व्यवस्था से जोड़कर अपने इस अवैध कारोबार में जुट गये थे ।
कुछ भी हो यह तो मानना ही पड़ेगा कि यह जुए, क्रिकेट सट्टा व हवाला कारोबार के अड्डे संबंधित थाना पुलिस की मिलीभगत के बिना चल नहीं सकते है, और जब तक पुलिस की स्पेशल टीम को संबधित थाने का सहयोग नहीं मिलेगी तब तक इन अपराध जगत से जुड़े हुवे अपराधियों को पकड़ना बडा कठिन होगा, और यह तो स्पष्ट हो ही चुका है कि पुलिस से ज्यादा इन क्रिकेट सट्टा व हवाला कारोबार से जुड़े लोगों का खुफिया तंत्र मजबूत है, जो पुलिस कार्रवाई से पहले इनको सूचना भेज देते है।