बीकानेर । जब से नगर निगम में भाजपा का बोर्ड बना है । तब से स्थानीय मंत्री डॉ बी डी कल्ला काम नहीं करने दे रहे है । डीएलबी के जरिये डॉ कल्ला निगम द्वारा भेजी जा रही पत्रावलियों पर अंडरो लगाएं जा रहे है । वहीं एक ठेकेदार की शिकायत पर तुरंत एक्शन लेकर निगम को बढ़ते राजस्व में पंगा डाला जा रहा है । यह आरोप महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता दौरान लगाएं । राजपुरोहित ने कहा कि बीकानेर विकास के लिये किये जा रहे कार्यों में डीएलबी द्वारा अनावश्यक हस्तक्षेप उचित नहीं है । उन्होंने कहा कि मृत पशु ठेके में अनावश्क हस्तक्षेप , कमेटियों के गठन , कार्मिकों के 350 रिक्त पड़े पदों को न भरने , आयुक्त की नियुक्ति न होने जैसी व्यवस्थाओं में बार बार दखलअंदाजी से बीकानेर का विकास अटका पड़ा है । राजपुरोहित ने राज्य सरकार को 14 सवालों के जरिये कठघरे खड़े करते हुए राज्य सरकार से निगम को सहयोग करने की बात कही है ।
महापौर ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश के मुखिया होने के नाते बीकानेर निगम की लगातार उपेक्षा करना चुने हुए जनता के प्रतिनिधी का अपमान करना सा है । पत्रकार वार्ता में शहर अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि पार्टी महापौर के साथ खड़ी है और सरकार के असहयोग की स्थिति में सड़कों पर उतरने को तैयार है । इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष डॉ सत्यप्रकाश आचार्य व महामंत्री मोहन सुराणा भी उपस्थित रहे ।
कांग्रेसजनों ने महापौर को घेरा उधर कांग्रेसी पार्षदों ने महापौर द्वारा मंत्री डॉ बी डी कल्ला पर लगाएं आरोप को निराधार बताते हुए सुशीला कंवर के बयान की निंदा की है । पार्षद जावेद पडिहार , शिवशंकर बिस्सा ने कहा कि महापौर अपनी नाकामी को छिपाने के लिये मंत्री पर बेबुनियाद आरोप मढ़ रही है । महापौर शहर के विकास के दावे करती है तो निगम की ओर से करवाएं जाने वाले कार्यों को तो समयबद्ध तरीके से पूरा करें । फिर सरकार व मंत्री पर आक्षेप लगाएं ।