बीकानेर। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिये चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीमें सतकर्ता से सर्वे और स्क्रिनिंग कर कोरोना संदिग्धों को जांच के लिये आईसोलेशन वार्ड में भेज रही है। बीकानेर में अभी तक कोरोना का एक भी पॉजिटिव सामने नहीं आया है,इस बीच मंगलवार की सुबह गंगाशहर रोड़ पर भवानी होटल से आगे बाहर से आई महिला के कोरोना संदिग्ध होने पर जांच के लिये चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। इससे आस पास के लोगों में हलचल सी मच गई और भयभीत लोग अपने घरों में कैद हो गये। वहीं बीकानेर सैंट्रल जेल के तीन कैदियों के कोरोना संदिग्ध होने की सूचना मिलने के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम तीनों बंदियों की स्क्रिनिंग करने के बाद जांच के लिये पीबीएम होस्पीटल ले आई,इनमें से दो बंदियों को बी वार्ड में भर्ती कराया गया है जबकि एक बंदी को क्वारैंटाइन में रखा गया है। इधर जेल प्रशासन ने बताया कि सर्दी जुकाम पीडि़त जिन तीन बंदियों को स्वास्थ्य परीक्षण के लिये होस्पीटल भेजा गया है उनमें से दो बंदी अस्थमा पीडि़त है जबकि एक हल्का सर्दी जुकाम है। लेकिन एतिहात के तौर पर तीनों को स्वास्थ्य परीक्षण के लिये होस्पीटल भेजा गया है।

इधर जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तीन बंदियों के कोरोना संदिग्ध होने की खबर फैलने के बाद जेल के अंदर बंदियों में हड़कंप सा मचा हुआ है,घबराहट के मारे कई बंदी अपनी वार्डो से ही बाहर नहीं निकल रहे है। इसी बीच सीएमएचओं डॉ.बीएल मीणा ने कहा कि गंगाशहर रोड़ पर कोरोना संदिग्ध महिला की सूचना मिलने के बाद स्क्रिनिंग और आईसोलेशन के लिये टीम भेज दी गई है,तथा जेल के तीनों बंदियों में भी कोरोना के लक्षण सामने नहीं आये है,तीनों को हल्का सर्दी जुकाम होने पर होस्पीटल में भर्ती कराया गया है।

फितरती तत्वों ने कर रखा पुलिस की नाक में दम
बीकानेर। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिये लॉकडाउन को सफल बनाने के लिये शहरभर में तैनात पुलिस की नाक में फितरती तत्वों ने पिछले तीन दिन से नाक में दम कर रखा है। पुलिस की ओर से सख्ताई से डंडे बरसाने के बावजूद भी फितरती किस्म के तत्व दुपहिया वाहन लेकर सड़कों पर आ रहे है,हालांकि पुलिस द्वारा उन्हे मुस्तैदी से खदेड़ा जा रहा है फिर भी सड़कों पर आने से बाज नहीं आ रहे है। ऐसे में उन लोगों को पुलिस की सख्ती का सामना करना पड़ा रहा है जो जरूरी काम होने पर ही घरों से बाहर निकलने के लिये मजबूर है।

हालांकि जिला पुलिस के आला अधिकारी लगातार अपील कर रहे है कि यह सख्ती जनमानस की सुरक्षा के लिये बरती जा रही है,ऐसे में बिना किसी काम के घरों से बाहर नहीं निकले जो लोग बिना काम बाहर घूम रहे है उन्हे भी समझाइस करें,अन्यथा पुलिस को सख्ती से बल प्रयोग करना पड़ेगा। इसी बीच पुलिस ने उन तत्वों का पता लगाने के लिये अपने मुखबिरों को सतर्क कर दिया है जो बिना काम ही सड़कों पर वाहन लिये घूम कर पुलिस के परेशानी पैदा कर रहे है।