बीकानेर। राष्ट्रीय गाय आंदोलन राजस्थान की बैठक में संगठन के अध्यक्ष सूरजमालसिंह नीमराना ने बताया कि संगठन के 8 साल के अथक प्रयास के बाद 2014 के भाजपा के घोषणा पत्र में गो अभ्यारण खोलने की बात स्वीकार हुई, और संगठन ने निरंतर प्रयास करते हुए 2018 में तत्कालीन भाजपा सरकार ने बीकानेर में गौ अभयारण्य खोलने की घोषणा की, उसके लिए 5 करोड़ का बजट आवंटित किया, वह नापासर के पास में भूमि चिन्हित करके उसके संचालन का दायित्व पशुपालन विभाग बीकानेर को सौंपा,
इसी संदर्भ में अक्टूबर 2018 में इस अभयारण्य का आरंभ हो चुका है इस अभयारण्य को प्रारंभ करने वाली एनजीओ जोकि बीकानेर की एक बड़ी गौशाला का संचालन भी करती है, उसकी ओर वर्तमान सरकार की गायों के प्रति निष्ठा नही होने के कारण राज्य की महत्वकांक्षी परियोजना और बीकानेर वासियों के लिए बहुप्रतीक्षित योजना समाप्त हो गई।
इस लिए हम राज्य सरकार को आग्रह करते हैं कि वह पुन: बीकानेर में गौ अभ्यारण्य खोलने की घोषणा करें, और उसके लिए बजट आवंटित कर के संचालन की जिम्मेवारी किसी योग्य संस्था को दें।
संगठन के संयोजक शीशपालगिरी गोस्वामी ने बताया कि बीकानेर वासियों की बहु प्रतीक्षित योजना व सरकार की महत्वकांक्षी योजना को समाप्त करने में भूमिका निभाने वाली गौशाला एजेंसी को, राज्य सरकार को ब्लैक लिस्टेड कर देना चाहिए,
उसके कारण से बीकानेर में गो अभ्यारण खुल नहीं पाया ऐसी संस्था को किसी भी सरकारी योजना में भागीदार ना बनाकर उसे सदा के लिए ब्लैक लिस्टेड किया जाए।
इसके लिए पूरा गौसेवक, गोपालक समाज, सोहनलाल बुला देवी गौशाला को दोषी मानता है, और सरकार से अपील करता है कि ऐसी गौशाला को दंडात्मक कार्रवाई करके उसके अनुदान राशि बंद किया जावे और भविष्य में किसी तरह की सरकारी योजना का लाभ उसे ना मिले ऐसी व्यवस्था की जाए
वह सरकार अति शीघ्र गौ अभयारण्य को पुन: संचालित करने की योजना बना लें अन्यथा संगठन को आंदोलन करना पड़ेगा ,
संगठन के उपाध्यक्ष मनोज कुमार सेवक ने कहा कि संगठन के अथक प्रयास से यह गौ अभयारण्य बीकानेर में स्थापित होने की घोषणा की गई। जिसे एक संस्था की लापरवाही के कारण व सरकार की मंशा सही नहीं होने के कारण से यह अभियान सफल संचालित नही हो पाया । यदि सरकार अति शीघ्र इस अभयारण्य को संचालित नहीं करती है तो संगठन चरणबद्ध तरीके से सरकार के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी देता है।
गो अभयारण्य बीकानेर में पुनः स्थापित हो इसके आंदोलन का शुभारंभ दिनांक 13 जुलाई 2021 को राज्य सरकार को ज्ञापन प्रेषित करके किया जायेगा और उसके बाद चरणबद्ध तरीके से आंदोलन को आगे बढ़ाया जाएगा
बैठक में पार्षद अनूप गहलोत, रणवीर सिंह रावतसर, वैद्य सरवन सिंह राठौड़, अरविंद उभा, सांवरलाल गहलोत,रामलाल, सुशीलकुमार सुथार, मनोजकुमार, उमाशंकर सोलंकी,आदि ने भाग लिया। बैठक का संचालन महेंद्र सिंह लखासर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।