1944 से आज तक बच्चे जवान या हो वृद्ध सभी है इसके मुरीद – अक्षय कुमार जैन
ओम एक्सप्रेस -बीकानेर
जी हाँ हम आज एक ऐसे खाद्य पदार्थ की बात करने वाले है जो सभी वर्गो में बहुत लोकप्रिय है, वो है आइसक्रीम जो एक प्रकार की मलाई की कुल्फी जो दूध, क्रीम, चीनी और सुगंध के मिश्रण को ठंढा करके जमा देने से बनती है। खाने में यह अति स्वादिष्ट होती है और स्वच्छता से बनाई जाने पर यह स्वास्थ्यप्रद आहार है।
आइसक्रीम का नाम आते ही दिल पाने के लिये मचल उठता है, बाजार में बहुत से ब्रॉड की आइसक्रीम उपलब्ध है उसमें एक प्रसिद्ध नाम हेवमोर भी है। तो आज हेवमोर के इतिहास और वर्तमान के बारे में कुछ जानकारी आपके साथ साझा करते है। हैवमोर की शुरुआत सतीश चंद्र चोना ने वर्ष 1944 में कराची में की थी. अगले तीन वर्षों के अंदर ही विभाजन के कारण उन्हें अपना कारोबार समेट कर भारत आना पड़ा. उन्होंने वर्ष 1951 में अहमदाबाद में घर बनाने के बाद आइसक्रीम बिजनेस शुरू किया था.
हैवमोर के प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो में लगभग 150 प्रकार के प्रॉडक्ट शामिल हैं. इनकी बिक्री देश के 14 राज्यों में पार्लर नेटवर्क के जरिए की जाती है. कंपनी के पास अहमदाबाद और फरीदाबाद में दो प्लांट हैं.
हेवमोर आइसक्रीम पार्लर व्यास कॉलोनी में शुरु
व्यास कॉलोनी स्थित अक्षय साइबर कैफे में हेवमोर आइसक्रीम पार्लर का उद्घाटन जोधपुर विद्युत वितरण निगम के सहायक अभियंता अजय कुमार जैन ने किया। सेक्टर 5 डी 216 में यूनियन बैंक के पास स्थित हेवमोर आइसक्रीम पार्लर के संचालक अक्षय कुमार जैन ने बताया कि पार्लर में हेवमोर आइसक्रीम के 131 से अधिक प्रकार के आइसक्रीम, केक एवम शेक उपलब्ध होंगे। उन्होनें बताया कि कैफे में वातानुकूलित हाल में 40 से अधिक लोगों के बैठने की भी व्यवस्था है। उन्होनें बताया कि शीघ्र ही चाट फेक्ट्री एवम टी फेक्ट्री की फ्रेंचाइजी शुरू की जाएगी जिसमें सभी प्रकार के फ़ास्ट फ़ूड एवम 112 प्रकार से अधिक की चाय उपलब्ध होंगे।