भामाशाहों को मामू बना गई आर्गनाइजेशन
दिव्यांग बच्चों को कमाऊ बनाने के गुरू सिखाने के नाम पर एक हाईप्रोफाइल सोशल आर्गनाइजेशन की टीम नामी भामाशाहों को मामू बना गई और उनको भनक तक नहीं लगने दी। बात जब आर्गनाइजेशन की ओर से किये गये आयोजन में खर्चे के हिसाब-किताब की आई तो टीम से जुड़े लोगों पर सवाल उठने शुरू हो गये। दरअसल,आर्गनाइजेशन टीम ने आयोजन के नाम पर भामाशाहों से करोड़ों रूपये इक्कठा किये और समूचा आयोजन बेगारों मेें ही निपटा दिया,ऐसे में आयोजन के खर्च को लेकर सवाल उठने लाजमी थे,लेकिन यह मामला हाईप्रोफाइल लोगों से जुड़ा होने के कारण दबाने के प्रयास चल रहे है,इसलिये फिलहाल सब खैरियत है।
जुएबाजी और जाली नोट….!
जुएबाजी के सीजन में बड़े नोटों की डिमांड बढ़ गई है,इसकी भनक लगने के बाद बीकानेर के जाली नोट माफिया भी एक्टिव मोड में आ गये है। जिन्होने जुएबाजी में खपाने के लिये जाली नोटो की बड़ी खेप तैयार भी कर ली है । इन माफियाओं ने सिर्फ बीकानेर ही बल्कि प्रदेश के कई शहरों में अपने नेटवर्क को एक्टिव कर दिया है। वैसे जुआरियों के ठिकानों पर जाली नोट खपाने का फंडा नया नहीं है,पिछले सीजन मेें माफियाओं ने जुएबाजी के ठिकानों पर खूब जाली नोट खपाये थे,ऐसे में जुआ माफियाओं ने इस बार अपने ठिकानों पर तमाम सुरक्षा बंदोबश्तों और फाइंनेसरों के साथ जाली नोट जांचने कें एक्सपर्ट भी तैनात किये है,इसलिये फिलहाल सब खैरियत है।
सुर्खियों में आया चापलूस जी किस्सा
हाल ही बीकानेर दौरे पर आये यूडीएच मंत्री को पार्टी के एक तेज तर्रार नेता ने यूआईटी से जुड़ी अवैध कब्जों,अतिक्रमणों और बंद पड़ी स्ट्रीट लाईटों की शिकायतों का बड़ा सा पुलिन्दा पकड़ा दिया । मंत्रीजी ने मौके पर मौजूद सेके्रटरी मैडम से जवाब तलब किया तो मैडम टेंशन में आ गई,इस दौरान मौके पर मौजूद शहर भाजपा के वरिष्ठ चापलूस नेता ने मैडम की तरबदारी कर उन्हे मंत्री की रडार में आने से बचा लिया,चापलूस नेता का रवैया देख कर शिकायत करने वाले नेता कहा चुप रहने वाले थे,उन्होने भी खरी-खरी सुनाकर चापलूस जी की बोलती बंद करवा दी। इस एपिसोड में मंत्रीजी भी दोनों नेताओं को आपसी तालमेल बनाये रखने की नसीहत देकर निकल लिये,इसलिये फिलहाल सब खैरियत है।
दिल्ली पहुंची बड़े साहबजादे की शिकायत
सत्ता का नशा कई बार सिर चढक़र बोलता है, इसलिए कहा जाता है कि पावर को हजम करना हर किसी के वश की बात नहीं है। सांसद सेवा केन्द्र की कमान संभाल रहे हमारे केन्द्रीय मंत्रीजी के बड़े साहबजादे को लेकर भी अब कुछ इस तरह की चर्चाएं चल रही है। जो सिस्टम के हर मामले में इंटरफेयर कर रहे है,कई ऐसी जगहों पर भी हाथ डालने से नहीं चूक रहे जहां बदनामी का बड़ा दंश झेलना पड़ सकता है। इधर,साहबजादे से आहत सत्ता के कई नेताओं ने उनके खिलाफ दिल्ली में टॉप जगह शिकायत की है। अब शिकायत का क्या असर होता है यह पता नहीं लेकिन इस मामले को सत्तायी हल्कों में खूब हवा दी जा रही है, साहबजादे को लेकर जितने मुंह उतनी बातें हो रही हैं,इसलिये फिलहाल सब खैरियत है।
सुनाई दे रही कारनामों की गूंज