रात के अंधेरें में दुष्कर्म की नियत से बच्चीे को फुसला कर ले गया था बिहारी युवक
-मुकेश पूनिया-
बीकानेर। जिले के बीछवाल पुलिस की अलर्टता से ना सिर्फ एक पांच साल की बालिका दुष्कर्म का शिकार होने से बच गई बल्कि बीकानेर भी शर्मसार होने से बच गया। जानकारी के अनुसार बीछवाल इलाके के बंगाली मार्केट में अपने घर के बाहर खेल रही एक बंगाली परिवार की पांच वर्षीय बालिका को 37 वर्षीय बिहारी मजदूर दिनेश मंडल टॉफी का लालच देकर बदनियति से अपने साथ ले गया,टॉफी के लालच में बालिका भी उसके साथ चल पड़ी। इधर घर के बाहर खेल रही बच्ची के अचानक लापता होने से परिवारों के लोगों में हड़कंप सा मचा गया। इसकी सूचना मिलने के बाद अर्लट मोड़ में आई बीछवाल पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आधे घंटे की दौड़ धूप के बाद बालिका को सुरक्षित रूप से बरामद कर उसे सूनसान जगह ले जा रहे आरोपी दिनेश मंडल को धर दबोचा। सीआई मनोज शर्मा ने बताया कि पकड़े जाने के बाद आरोपी दिनेश मंडल ने कबूल कर लिया कि वह बालिका को बदनियत से सुनसान जगह ले जा रहा था,पुलिस ने बालिका के पिता की रिपोर्ट पर आरोपी दिनेश मंडल पुत्र गणेश मंडल निवासी मधूबनी बिहार के खिलाफ पॉक्सों एक्ट के तहत गिरफ्तार कर बंद हवालात कर दिया है। बताया जाता है कि आरोपी दिनेश मंडल दुष्चरित्र और अपराधी प्रवृति का युवक है जो बीछवाल की फैक्ट्री में मजदूरी करता है।

परिजनों ने जताया पुलिस का आभार
दुष्कर्म जैसे शर्मनाक कांड से बची अबोध बालिका परिजनों ने बीछवाल थाना पुलिस का आभार जताते हुए कहा कि पुलिस तत्परता नहीं दिखाती तो आरोपी दिनेश मंडल हमारी बच्ची की जिंदगी तबाह कर देता। पीडि़ता के पिता ने बताया कि बालिका तो कुछ देर के लिये ही बाहर निकली थी,इसी दरम्यान मौके से गुजर रहे आरोपी की नजर उस पर पड़ गई और वह टॉफी दिलाने के बहाने बालिका को दुकान ले गया,बताया जाता है कि दुकानदार से पता चला था कि बालिका लापता नहीं हुई बल्कि उसे दिनेश मंडल नामक बिहारी मजदूर अपने साथ ले गया है। बताया जाता है कि आरोपी बच्ची को पैदल-पैदल गंगानगर रोड़ से बीकानेर तरफ ले जा रहा है। इधर पुलिस की दो टीमें उसकी तलाश में जुटी हुई थी,एक टीम ने मौके पर दिखते ही उसे दबोच लिया। बताया जाता है कि पुलिस से बचने के लिये आरोपी बच्ची को अंधेरे में छोड़कर भाग छूटा लेकिन पुलिस कर्मियों ने उसका पीछा नहीं छोड़ा।

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