– पुष्कर से मात्र 12 किलोमीटर दूर सड़क मार्ग सही नहीं होने से श्रदालुओ का पहुंचना मुश्किल*
– मंदिर पहाड़ियों और हरियाली वादियों के बीच में स्थित*
– सावन माह में लगता है भक्तों का ताता
– 12 महीनों तक लगातार पहाड़ो से बहता रहता है झरना
– भक्तों द्वारा समय समय पर मन्दिर का करवाया जा रहा है विकास कार्य
– खोरी सरपंच ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से लगाई विकास की गुहार
रिपोर्ट – अनिल सर
पुष्कर।तीर्थ नगरी पुष्कर सहित आसपास के क्षेत्रो में काफी दर्शनीय रमणीय स्थल है लेकिन कई दर्शनीय स्थल ऐसे हैं जिनका उचित रखरखाव और विकास कार्य नहीं होने कारण धीरे-धीरे यह लुप्त होते जा रहे हैं ओर नही सरकार प्रशासन और जप्रतिनिधि इनके विकास की तरफ ध्यान दे रहे है ऐसा ही एक दर्शनीय स्थल है बैधनाथ धाम महादेव मंदिर जो पुष्कर से मात्र 12 किलोमीटर दूर देवनगर रोड पर खोरी के पास स्थित है बताया जाता है कि तीर्थ नगरी से दूर खेत खलियानो ओर पहाड़ो के बीच देव नगर रोड खोरी के पास सुंदर पहाड़ों की गोद में स्थित भगवान शंकर का अति प्राचीन बैजनाथ महादेव मंदिर के चारों तरफ ऊंचे ऊंचे पहाड़ों के बीच में बहता मीठे और शुद्ध पानी का झरना और हरे-भरे पेड़ों से हटे इस रमणीक स्थान की सुंदरता या आने वाले सभी श्रद्धालुओं व भक्तों के दिलों को जीत लेती है इसी स्थान पर लगभग एक हजार साल से भी ज्यादा प्राचीन भगवान शंकर का एक दिव्य मंदिर स्थित है यह मंदिर नीचे की ओर छोटी गुफा में स्थित है जिनके दर्शन करने मात्र से ही मनुष्य के सभी पीड़ा और कष्ट दूर हो जाते हैं
धार्मिक मान्यता है कि जो भी भक्त यहां आकर भगवान शंकर पर जलाभिषेक कर सच्चे मन से पूजा अर्चना करते उन्हें अक्षय फल की प्राप्ति होती है उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है पुराणों में भी स्थान की महिमा का बखान किया गया सावन के महीने में इस मंदिर पर पूजा अर्चना कर अनुष्ठान करने का तो विशेष महत्व बताया गया है यहां पर भक्त प्रसादी करने व पिकनिक मनाने परिवार सहित काफी संख्या में आते हैं भक्तों के लिए भामाशाह द्वारा बरामदे बना रखें तथा पहाड़ियों से 12 महीने झरने बहते रहते हैं जो यहां पर चार पांच कुंड बना रखे हैं उनमें पानी इकट्ठा होता रहता है कुंड भी काफी साफ-सुथरे और अच्छे बन रखें कुंडों के अंदर नहाने पर रोक लगा रखी है यहां चारों तरफ काफी अच्छी हरियाली और पहाड़िया है यहाँ आने वाले श्रद्धालु आसानी से सड़क मार्ग द्वारा मंदिर तक पहुंच सकते हैं लेकिन प्रशासन जनप्रतिनिधियो की उपेक्षा के कारण पूरा सड़क मार्ग टूट रखा है जिसके चलते आए दिन वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे हो रखे हैं मंदिर का प्रचार-प्रसार नहीं होने तथा कहीं पर भी होर्डिंग बोर्ड नहीं लगा होने के कारण श्रद्धालु दर्शन का लाभ नहीं ले पा रहे हैं पुष्कर से मात्र 12 किलोमीटर बैधनाथ धाम मैं सड़क मार्ग काफी टूटा ओर कच्चा होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है यही नहीं बैधनाथ धाम का कहीं भी होर्डिंग बोर्ड नही लगने ओर जानकारी के अभाव में भक्त पहुंच नही पाते बैधनाथ में सावन महीने में काफी संख्या में भक्त विभिन्न धार्मिक कार्यक्रर्मो का आयोजन भी करते है पहाड़ियों व जंगलों में हरियाली वादियों में स्थित बैधनाथ धाम का मंदिर काफी दर्शनीय स्थल है लेकिन बड़े दुर्भाग्य की बात है कि इतने बड़े पवित्र दर्शनीय स्थल की भी सरकार प्रशासन व जनप्रतिनिधियो ने कभी इसके विकास की तरफ ध्यान नही देने के कारण अब यह धीरे-धीरे लुप्त होता जा रहा है कई बार मंदिर के पुजारी व खोरी सरपंच रजनी योगी ने प्रशासन सरकार जनप्रतिनिधियो से गुहार भी लगाई कि मंदिर के आने जाने के लिए सड़क मार्ग बनाया जाए तथा यात्रियों के लिए पानी शौचालय व रहने की व्यवस्था की जाए।लेकिन आज तक किसी ने ध्यान नही दिया बैधनाथ धाम के चारों ओर काफी हरियाली ओर पहाड़ीया है तथा काफी संख्या में श्रद्धालु अपने निजी वाहनों के द्वारा दर्शन करने के लिए आते हैं बैधनाथ धाम के लिए कोई भी आवागमन का साधन नहीं है सड़क तो बन रखी है पर रास्ते में सड़के टूटी फूटी व बड़े बड़े गड्ढे होने के कारण आने जाने के लिए भी श्रदालुओ को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अगर सरकार प्रशासन और जनप्रतिनिधि इनके विकास की तरफ ध्यान दें तो काफी संख्या में श्रदालु इनके दर्शन करने का लाभ उठा सकते हैं लेकिन इनकी तरफ आज तक सरकार प्रशासन और जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दिया मंदिर के पुजारी और भामाशाह के द्वारा ही बैधनाथ धाम महादेव मंदिर का विकास किया जा रहा है आज तक सरकार और जनप्रतिनिधियों के द्वारा कोई भी विकास कार्य नहीं करवाया गया और नहीं किसी ने ध्यान दिया।