-स्वास्थ्य मंत्री ने साथ जाकर पूर्व मुख्यमंत्री के लगवाई वैक्सीन, चर्चाओं का बाजार गर्म
हरीश गुप्ता
जयपुर। राज्य में कोरोना प्रबंधन को अभी तक सभी मानते आ रहे थे, अब तो भाजपा ने भी मान लिया। उधर महिला दिवस के बाद प्रदेश की राजनीति में मानों भूचाल आ गया। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के जन्मदिन का उत्साह भाजपाइयों से ज्यादा कांग्रेसियों में दिखा।
गौरतलब है स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को साथ लेकर सवाई मानसिंह अस्पताल में कोरोना की वैक्सीन लगवा कर आए। उसके बाद वसुंधरा राजे ने डॉ रघु शर्मा की कोरोना मैनेजमेंट की काफी प्रशंसा की। इस घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं के दौर शुरू हो गए। कईयों ने तो यहां तक कह दिया, ‘पिछली सरकार में चाकसू में अनुसूचित जाति की जमीन पत्नी के नाम करवाने का मामला विधानसभा में गूंजा था। बाद में मामला फिर नहीं उठा। कहीं वह कर्ज तो नहीं उतारा गया?’

सूत्रों ने बताया कि महिला दिवस पर राज्य सरकार की ओर से जिस महिला को उपनिरीक्षक बनाया गया संयोगवश उसका नाम भी वसुंधरा ही है। यह अलग बात है, लेकिन वसुंधरा राजे के जन्म दिवस को उनके समर्थक व प्रशंसक बड़े उत्साह से मनाते आए हैं। इस बार कांग्रेसियों में भी उनके जन्मदिन का उत्साह कम नहीं था। दूसरे शब्दों में कहें तो भाजपाइयों से ज्यादा था। कांग्रेसियों के उत्साह के बाद चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। चर्चा तो यहां तक शुरू हो चुकी, ‘दो धड़े मिलकर एक नई पार्टी तो नहीं बना रहे?’
सूत्रों की मानें तो इसके पीछे यह भी कारण बताया जा रहा है कि पिछले दिनों चिट्ठी लिखकर चर्चाओं में आए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल व सतीश पूनिया गुट ने शेखावत सरकार में मंत्री रहे जोगेश्वर गर्ग को विधानसभा में सचेतक बनवा ही लिया। दोनों घटनाओं को जोड़कर नई चर्चा शुरू हो गई कि ‘वसुंधरा राजे के साथ भाजपाई से ज्यादा कांग्रेसी है।’ दोनों दलों की सरहद कैसे टूट रही है? यह अभी कुछ कहना ठीक नहीं, चर्चाएं कई है।