बीकानेर(हेम शर्मा )।भाजपा का दिल्ली में दो दिवसीय सम्मेलन और प्रधानमंत्री के उद्बोधन से पार्टी की चुनावी रणनीति खुलकर उभरी है। लोकसभा चुनाव की तैयारी ही नहीं भाजपा में सक्रियता का ऐसा आलम अब तक किसी भी राजनीतिक दलों में नहीं देखा गया है। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व ने कुशलता से रणनीतिक तौर पर जनता का विश्वास जीता है। शीर्ष नेतृत्व को जनता मानती भी है।
प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के चुनावी शंखनाद के बाद पहले दौर में चुनावी कार्य योजना को अमलीजामा पहनाने अमित शाह बीकानेर में कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे। इस दौरान राजस्थान प्रदेश का शीर्ष नेतृत्व भी शामिल रहेगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ बीकानेर आएंगे। भाजपा में राजस्थान की राजनीति में प्रदेश नेतृत्व और सांसद, विधायकों की अपने क्षेत्र में स्वीकार्यता उतनी नहीं है जितनी मोदी की है। पार्टी की कार्य योजना और केंद्रीय नेताओं का ही जादू है जिसके बूते अबकी बार चार सौ पार का नारा दिया जा रहा है।
भाजपा का ‘गांव चलो अभियान’, 85 हजार कार्यकर्ताओं के जरिए 54 हजार गांव तक पहुंचने की रणनीति है
भाजपा का गांव चलो अभियान
लोकसभा चुनाव की तैयारियों के तहत भाजपा ‘‘गांव चलो अभियान’’ शुरू करने जा रही है।
लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भाजपा कार्यकर्ता गांव-गांव, ढाणी-ढाणी पहुंचकर मोदी सरकार की गरीब कल्याण की योजना को जनता बीच ले जाकर जनता से सीधा संवाद करेंग। इस अभियान में प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री प्रदेश के मंत्री प्रदेशाध्यक्ष प्रदेश पदाधिकारी जिला पदाधिकारी सहित मंडल स्तर के भाजपा कार्यकर्ता एक दिवसीय रात्रि प्रवास करेंगे। चुनाव सांसद का होना है। संसदीय क्षेत्र का प्रत्याशी गौण रखा गया है।