अशिक्षा के अंधकार को मिटाने के लिए हो सामूहिक प्रयास : कुलरिया



जयपुर। शिक्षा और मेहनत एक सुनहरी चाबी होती है जो बंद भाग्य के दरवाजों को आसानी से खोल देती है। स्वामी विवेकानंद की इन पंक्तियों काअनुसरण करते हुए उद्यमी एवं समाजसेवी नरसी कुलरिया ने कच्ची बस्तियों के बच्चों को शिक्षित करने के उद्देश्य से संत दुलाराम कुलरिया की स्मृति में चलो शिक्षा की ओर अभियान का शुभारंभ किया। अभियान के प्रारंभिक चरण के लिए एक लाख रुपए की आर्थिक राशि भेंट करते हुए नरसी कुलरिया ने कहा कि देश-प्रदेश में सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों के माध्यम से शिक्षा के लिए युद्ध स्तर पर कार्य हो रहे हैं लेकिन गरीब तबका सुविधाओं के अभाव में आज भी शिक्षा से वंचित है। अशिक्षा के अंधकार को मिटाने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे।

आहवान जनकल्याण एवं सेवा समिति (पंजीकृत) के संस्थापक एवं मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी फारुक आफरीदी ने बताया कि गौसेवा एवं मानव सेवा के प्रेरणा स्त्रोत संत श्री दुलाराम कुलरिया की स्मृति में आहवान समिति ने मैथेमेटिक्स, इंग्लिश और हिंदी विषय की प्रारंभिक शिक्षा के लिए एक विशेष पोस्टर तैयार किया है जो कि कच्ची बस्तियों के बच्चों की शिक्षा में उपयोगी होगा। दीवार पर चस्पा होने वाले इस पोस्टर में आवश्यक पठनीय सामग्री है। प्रतिस्पद्र्धा के इस युग में गरीब परिवारों के बच्चों को शिक्षा के माध्यम से सशक्त करने के उद्देश्य से भामाशाह नरसी कुलरिया के कर कमलों से चलो शिक्षा की ओर अभियान का शुभारंभ बीकानेर के मूलवास-सिलवा स्थित नरसी विला में किया गया। इस अवसर पर हाल ही में भामाशाह नरसी की सुपुत्री निकिता संग मनीष खोखा के विवाह के उपलक्ष्य में बीकानेर कलक्टर के आग्रह पर राजकीय विद्यालयों में विद्युत कनेक्शन के लिए 31 लाख रुपए भेंट करने पर समिति सदस्यों ने नरसी कुलरिया का सम्मान भी किया। इस अवसर पर जस्टिस साहिब राम मोटियार, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्च के प्रदेश उपाध्यक्ष मुन्ना मकरानी, सूफिया कॉलेजेज ऑफ ग्रुप निदेशक जावेद, व्याख्याता सुरेश वर्मा, समिति सचिव नफीस, गौसेवा प्रकोष्ठ के मुकेश शर्मा, समाजसेवी राकेश जैन, अय्यूब, राजू,फैजान, प्रेम कुलरिया, गितेश जांगिड़ एवं अन्य समाजसेवी उपस्थित थे।